मोबाइल ऐप 'UrbanHopperz' पहुंचाएगी जरूरी सामान आपके घर तक...
लक्ष्मी पिल्लई ने रखी UrbanHopperz ऐप की नीव...इस ऐप के जरिए दिल्ली, नोएड़ा के ग्राहक घर बैठे सामन को अपने यहां पर डिलीवर करवा सकता है...भविष्य में भारत के दूसरे शहरों में जाने की भी है योजना...
एक सफल व्यक्ति की सबसे बड़ी खासियत होती है उसकी दृढ़ इच्छा शक्ति। उसका जज्बा और छोटी-छोटी चीजों से सीख लेने की उसकी चाह। कोई व्यक्ति कितना भी अपने काम में निपुण हो लेकिन अगर उसके अंदर कुछ नया करने और सीखने की चाह खत्म हो गई तो वह अपने स्तर से लगातार नीचे की ओर ही जाएगा। यदि आपके अंदर सीखने की ललक है तो आप अपने आसपास की छोटी-बड़ी चीजों से ही नित्य कुछ सीख सकते हैं। आपका दूसरों के प्रति व्यवहार व आपकी इच्छा शक्ति आपको आगे ले जाने में सहायक सिद्ध होती है।
लक्ष्मी पिल्लई भी एक ऐसी ही महिला हैं जो हर दिन कुछ नया सीखती हैं। जो हर दिन को एक नए चैलेंज के रूप में लेती हैं और जो हर दिन उतनी ही मेहनत और लगन के साथ काम करती हैं। लक्ष्मी ने हाल ही में UrbanHopperz नाम की मोबाइल ऐप लांच की है जिसको काफी सफलता भी मिल रही है। इस ऐप के जरिए दिल्ली, नोएड़ा और गुड़गांव के ग्राहक घर बैठे सामन को अपने यहां पर डिलीवर करवा सकता है।
लक्ष्मी का जन्म कोलकाता में हुआ उसके बाद वे दिल्ली आ गईं। मूल रूप से वे मल्याली हैं । लक्ष्मी के पिता एक रिसर्चर थे जिनसे उन्होंने काफी प्रेरणा ली। लक्ष्मी ने कुरुक्षेत्र युनिवर्सिटी से इलैक्ट्रोनिक्स और इंस्ट्रूमेंटेशन में इंजीनियरिंग की और इंफोसिस कंपनी से अपने करियर की शुरूआत की।
लक्ष्मी हमेशा से ही कुछ अपना काम करना चाहती थीं। इंफोसिस के बाद उन्होंने एसएपी लैब्स बेंगलूर ज्वाइन किया। उसके बाद सन 2010 में वे अटीरो कंपनी से बतौर आईटी और मार्केटिंग हैड जुड़ीं। लक्ष्मी बताती हैं कि वहां पर उनकी 5 लोगों की टीम थी और काम में काफी चैलेंजिस थे लेकिन उनकी पूरी टीम ने बेहतरीन काम किया और उनको उस तजुर्बे ने काफी कुछ नया सिखाया। सन 2013 में लक्ष्मी की बेटी का जन्म हुआ जिसके चलते उन्होंने 8 महीने का काम से ब्रेक लिया। जब वे कंपनी में 8 माह बाद आईं तो सबने उनका काफी ध्यान रखा उनके केबिन को एक नर्सरी केबिन में तब्दील कर दिया जहां वे अपने बच्चे को ला सकती थीं और उन्हें केवल वहां 3 दिन आना होता था 2 दिन वे घर से ही काम कर सकती थीं। इसी 8 महीने के ब्रेक में लक्ष्मी ने काफी चीजें प्लान की उन्होंने देखा कि दिल्ली जैसे बड़े शहर में भी लास्ट माइल कनेक्टिविटी नहीं है और उन्होंने इसी पर काम करने की सोची। उन्होंने तय किया कि वे एक ऐसी मोबाइल ऐप डेवलप करेंगी जिससे दिल्ली वासियों को फायदा हो सके।
कुछ समय बाद ही उन्होंने UrbanHopperz नाम की ऐप लांच की। अर्बनहॉपर्स के जरिए लोग दवाइयां, बेबी फूड़, ग्रोसरी आइटम, स्टेशनरी, ब्यूटी प्रोडक्ट्स, इलेक्ट्रिकल प्रोडक्ट्स की डिलिवरी अपने घर में करवा सकते हैं इसके अलावा आप पार्सल भी करवा सकते हैं। इसको प्रयोग करना काफी आसान है। ये एक ई-कामर्स ऐप नहीं है बस लोगों को उनके घर में सामान की डिलिवरी करवाती है। ग्राहकों की और सुविधा के लिए लक्ष्मी अब अपनी ऐप से पेमेंट गेटवे भी जोड़ना चाहती हैं। बहुत कम समय में ही इस एप को हजारों लोगों ने डाउनलोड़ किया है और इससे फायदा उठाया है इसके प्रयोग के बाद लोगों की प्रतिक्रिया भी काफी सकारात्मक रही हैं जिससे लक्ष्मी और उनकी टीम काफी उत्साहित हैं। अर्बनहॉपर्स की 4 लोगों की टीम है और इसका मुख्य उद्देश्य दिल्ली, नोएड़ा में रहने वाले लोगों को हर सुविधा प्रदान करना है। लक्ष्मी बताती हैं कि वे आने वाले समय में और शहरों में भी जाना चाहती हैं लेकिन उन्हें किसी चीज की जल्दी नहीं है और वे संभलकर ही आगे बढ़ेंगी और ज्यादा करने की होड़ में क्वालिटी से समझौता बिल्कुल नहीं करेंगी। लक्ष्मी का हर दिन एक चैलेंज होता है वो हर बीते दिन से कुछ न कुछ अच्छा सीखने की कोशिश करती हैं।
लक्ष्मी ने शुरू में तय किया था कि कुछ भी हो जाए रविवार का अवकाश जरूर लेंगी लेकिन अब अपनी कंपनी होने के बावजूद उन्हें किसी भी प्रकार की रियायत नहीं मिलती। वे भी अपने बाकी साथियों के बराबर ही काम करती हैं बल्कि जिम्मेदारियां बढ़ने के कारण वे खुद ही रविवार को काम करती हैं।
लक्ष्मी के लिए खुद की एंटरप्राइज शुरू करना काफी अच्छा अनुभव रहा। वे बताती हैं कि यहां वे अपने लिए काम करती हैं उन्हें किसी को जवाब नहीं देना और सबकुछ अपने हिसाब से करना होता है। वे अच्छे और गलत के लिए खुद जिम्मेदार हैं। महिला उद्यमियों को वे कहती हैं कि खुद पर भरोसा करो, ऐसा कोई काम नहीं है जो महिलाएं नहीं कर सकती बस जरूरत है भरोसे और संयम की।