भारतीय स्टार्टअप कंपनियों में स्विट्जरलैंड के ईएसटी ग्रुप का 1,770 करोड़ का निवेश
भारतीय स्टार्टअप में लगातार विदेशी कंपनियों के भारी-भरकम निवेश का रुझान बढ़ता जा रहा है। स्विट्जरलैंड का ईएसटी समूह भारत की स्टार्टअप कंपनियों मेंलगभग 1,770 करोड़ रुपए का निवेश कर रहा है तो फेसबुक इंडिया के उपाध्यक्ष अजीत मोहन ने भी भारतीय स्टार्टअप में भारी निवेश का एलान किया है। ट्विटर ने कोच्चि में सीव स्टार्टअप में निवेश किया है।
सोशल मीडिया क्षेत्र की दिग्गज अमेरिकी कंपनी फेसबुक और स्विट्जरलैंड का ईएसटी समूह दोनों भारतीय स्टार्टअप्स में भारी निवेश करने जा रहे हैं। इस बीच, ट्विटर ने तो कोच्चि में संजय नेदियारा के सीव स्टार्टअप में अच्छा खासा निवेश कर भी दिया है। फेसबुक ने तकनीकी स्टार्टअप को निवेश के लिए चुना है तो ईएसटी समूह का जोर वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र के स्टार्टअप में निवेश पर है।
स्विट्जरलैंड का ईएसटी समूह आगामी अठारह महीनों में भारत की स्टार्टअप कंपनियों में लगभग 1,770 करोड़ रुपए का निवेश करने जा रहा है। इस ग्रुप ने हाल ही में देश के शेयर व कमोडिटी मार्केट की प्रमुख कंपनियों में शुमार एडवायजरीमंडी.कॉम में 3.6 करोड़ डॉलर का निवेश किया है।
ईएसटी समूह के सीईओ डॉ सिंधु भास्कर का कहना है कि कंपनी का मुख्य ध्यान वित्त प्रौद्योगिकी और संबंधित क्षेत्र की कंपनियों पर है। इसके अलावा वित्त बाजार, बैंकिंग संचालन, वेल्थ मैनेजमेंट से जुड़ी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग और ब्लॉकचेन तकनीक में भी इस समूह द्वारा निवेश की योजना है। दूसरी तरफ, फेसबुक इंडिया के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजीत मोहन ने बताया है कि भारत की इंजीनियरिंग प्रतिभा को आगे लाने के लिए प्रौद्योगिकी क्षेत्र के स्टार्टअप में उनकी कंपनी बड़े पैमाने पर निवेश करने जा रही है। उनकी कंपनी नवोन्मेष के तहत भारत की करीब 2 लाख महिला उद्यमियों को अपने साथ जोड़ रही है, जिससे रोजगार में इजाफा होने जा रहा है। फिलहाल, फेसबुक के कुल स्टार्टअप में महिला संस्थापकों की संख्या नौ से दस फीसदी के बीच है।
एक अन्य सोशल मीडिया साइट ट्विटर के सह-संस्थापक और एंजल निवेशक बिज स्टोन ने बताया है कि उन्होंने कोच्चि में संजय नेदियारा के सीव स्टार्टअप में निवेश किया है। यह स्टार्टअप फ्रीलांरर्स और एजेंसियों को वेबसाइट बनाने से लेकर डिजिटल हस्ताक्षर देने, भुगतान प्रबंधन और बिल काटने से जुड़े पूर्ण समाधान उपलब्ध करा रहा है। ईएसटी समूह के सीईओ डाइरेक्टर सिंधु भास्कर ने एक बयान में कहा है कि उनका ग्रुप भारतीय बाजार को लेकर काफी उत्साहित है। ग्रुप का मानना है कि इस समय जब बाजार सुस्त है तो हमारा ग्रुप नए अवसर उपलब्ध करा रहा है।
भारत की सबसे बड़ी पूंजी यहां का कुशल और शिक्षित मानव संसाधन है। ऐसे में महत्वपूर्ण है कि हमारा ग्रुप नवोन्मेषी समाधान खोजने की पहल के साथ इस संसाधन का उपयोग करते हुए उसके लिए पूंजी भी उपलब्ध कराना चाहता है। उनके ग्रुप का मुख्य ध्यान वित्त प्रौद्योगिकी और संबंधित कारोबार से जुड़ी स्टार्टअप कंपनियों पर है। यह कंपनी की पूंजी के लिए एक बड़े एकीकृत मंच को बनाने के विचार से संबद्ध भी है, जो प्रभावी तौर पर अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में मदद करेगा।
कारदेखोडॉटकॉम (CarDekho.com) कंपनी स्टार्टअप्स और इनोवेटर्स द्वारा पेश किए जाने वाले नए प्रोजेक्ट्स को 5 लाख रुपये से लेकर 25 लाख रुपये तक फंडिंग करने जा रही है। कंपनी एमजी मोटर्स इंडिया कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रिक व्हीकल, बैट्री टेक्नोलॉजी, नेविगेशन और ऑटोनॉमस कारों के साथ कस्टमर के अनुभवों को बेहतर करने के लिए कुछ नया करने वालों को मौका देने जा रही है। कंपनी एमजी डेवलपर्स एंड ग्रांट नाम से एक प्रोग्राम शुरू करेगी जिसके लिए अडोबे, कॉग्निज़ेंट, सेप, एयरटेल, टॉमटॉम और यूनीलिमिट जैसी प्रमुख टेक कंपनियों के साथ साझेदारी की है।
इस बीच ‘हडल केरला’ के दूसरे संस्करण के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने स्टार्टअप और प्रौद्योगिकी कंपनियों से राज्य में अपने भारतीय, पश्चिमी एशिया और दक्षिण एशिया के कारोबार का केंद्र बनाने का आग्रह किया। केरल स्टार्टअप मिशन (केएसयूएम) ने इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) के साथ मिलकर इस दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया। इसे एशिया का सबसे बड़ा स्टार्टअप सम्मेलन माना जा रहा है।
इस समय भारत में नई स्टार्टअप कंपनियों के लिए एक और नया अवसर पैदा हुआ है- 'वर्क स्पेस स्टार्टअप'। इसके तहत एक ही छत के नीच कई कंनपियों के कर्मचारियों काम करने की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। ऐसी ही एक कंपनी 'गो वर्क' ने हाल ही में अपने गुरुग्राम के कोवर्किंग में कई इनोवेशन किए हैं। आठ लाख स्क्वॉयर फीट में फैला ये को-वर्किंग स्पेस भारत में सबसे बड़ा है। इसके दोनों ऑफिसेस को मिलाकर 12,000 लोगों की क्षमता है। जल्द ही दूसरे शहरों में भी इसका विस्तार होगा। 'गो वर्क' कंपनी स्टार्टअप प्रोफेशनल्स को ऑफिस में ही घर जैसी सुविधाएं मुहैया करा रही है, यानी काम का काम, साथ में इंटरटेनमेंट और आराम।