आइकिया भारत से कपास खरीद बढ़ाएगी
स्वीडन की प्रमुख फर्नीचर कंपनी आइकिया अगले साल तक भारत में खुदरा परिचालन शुरू करने की तैयारी कर रही है और इसके मद्देनजर वह कपड़ों के लिए कपास खरीद बढ़ाने की तैयारी कर रही है। कंपनी अपनी बेहतर कपास पहल (बीसीआई) कार्यक्रम के तहत स्थानीय भागीदारों के जरिए भारत में चार लाख किसानों के साथ काम कर रही है और भारत से अपनी लगभग एक-तिहाई वैश्विक अनिवार्यता के लिए कपास की खरीद कर रही है।
आइकिया कॉटन पहल प्रमुख प्रमोद सिंह ने यहां पीटीआई से कहा, ‘‘अब तक आइकिया का खुदरा कारोबार भारत में नहीं है। हमारी 2025 तक की खुदरा योजना के मद्देनजर निश्चित तौर पर भारत से कपड़ा खरीद बढ़ेगी और स्थानीय बाजार से खरीद में भी नाटकीय बदलाव आएगा।’’
आइकिया 2025 तक भारत में 25 दुकानें खोलने की योजना बना रही है और उसने भारत से 31.5 करोड़ यूरो के उत्पाद खरीदे हैं, जिसमें कपड़े का योगदान करीब 70 प्रतिशत है। उन्होंने 2015 में कपास खरीद का ब्योरा साझा नहीं किया लेकिन कंपनी ने भारत से 35 प्रतिशत और पाकिस्तान से 21 प्रतिशत कपास खरीदा। यह पूछने पर कि आने वाले दिनों में भारत से कपास खरीद कितनी बढ़ेगी, सिंह ने कहा, ‘‘यदि भारत में खुदरा विस्तार होता है तो अनुपात बढ़ेगा .. वही नहीं रहेगा।’’
सिंह ने कहा कि भारतीय कपास का उपयोग न सिर्फ भारतीय आपूर्तिकर्ता कर रहे हैं, बल्कि आइकिया के बांग्लादेश के आपूर्तिकर्ता भी इसका उपयेाग कर रहे हैं। आइकिया एक तिहाई कपास भारत से खरीदती है।
यह पूछने पर कि क्या आइकिया सतत खरीद के लिए अपने कार्यक्रम में और किसानों को जोड़ेगी, ‘‘जितने किसान इससे जुड़े हैं उनमें इजाफा होगा क्योंकि चार लाख बड़ी संख्या नहीं है। हम अपनी परियोजनाओं और पहलों से ज्यादा से ज्यादा किसानों को जोड़ना चाहते हैं।’’ कंपनी किसानों को अपनी पहल के तहत पारंपरिक और जीएम कपास और इनके उपयोग के बारे में प्रशिक्षित करती है।
यह पूछने पर कि आइकिया बीटी कपास पसंद करती है या पारंपरिक, उन्होंने कहा, ‘‘हम इस मामले में प्रौद्योगिकी का ध्यान में नहीं रखते। किसान की पसंद पर निर्भर करते है।’’ कंपनी से विश्व भर के 100 कपास आपूर्तिकर्ता जुड़े हैं और इनमें भारत के उत्पादकों की संख्या 11 है। (पीटीआई)