अपने भीतर के लेखक को दुनिया भर में नई पहचान दिलवाने के लिए केडीपी पेन टू पब्लिश कॉन्टेस्ट है बेहतरीन मौका
कहा जाता है, लेखक के पास वो खुदाई ताकत होती है, जो आम आदमी के पास नहीं होती। उसमें शब्दों से खेलने के साथ-साथ छोटे-छोटे शब्दों को एकसाथ जोड़कर कविता, कहानी या उपन्यास में बदलने की कूवत होती है। यदि ये नेमत आपको भी हासिल है और आप लेखन के क्षेत्र में सक्रिय हैं, तो अमेज़न लाया है आपके लिए एक बेहतरीन मौका।
“मैं लिखने में भरोसा करता हूं- कुछ और नहीं; सिर्फ लिखना...
क्योंकि मनुष्य जीता तो एक कीड़े की तरह है, लेकिन लिखता भगवान की तरह है...”
-इमरे कर्तेश अपने उपन्यास 'लिक्विडेशन' में
कहा जाता है, लेखक के पास वो खुदाई ताकत होती है, जो आम आदमी के पास नहीं होती। उसमें शब्दों से खेलने के साथ-साथ छोटे-छोटे शब्दों को एकसाथ जोड़कर कविता, कहानी या उपन्यास में बदलने की कूवत होती है। यदि ये नेमत आपको भी हासिल है और आप लेखन के क्षेत्र में सक्रिय हैं, तो अमेज़न लाया है आपके लिए एक बेहतरीन मौका। फर्क नहीं पड़ता कि आप उभरते हुए लेखक हैं या फिर स्थापित, शौकिया लिखते हैं या फिर पेशेवर अपनी बात कहने के लिए आपके पास सिर्फ शब्द होने चाहिए और शब्दों को कहने का लहज़ा। आपकी इसी खूबी को निखारने के लिए अमेजन किंडल डायरेक्ट पब्लिशिंग एक बार फिर केडीपी पेन टू पब्लिश कॉन्टेस्ट के रूप में वापस आया है, जो वास्तव में आपके जीवन को बदल देगा।
2017 में आयोजित इस कॉन्टेस्ट के प्रथम संस्करण के विजेता सुधा नायर और जे अल्केम से बात करें तो वे निश्चित रूप से पेन टू पब्लिश कॉन्टेस्ट की परिवर्तनकारी शक्तियों के साक्षी बनेंगे। सुधा नायर तब से अब तक तीन से अधिक बेस्ट सेलिंग किताबें प्रकाशित कर चुकी हैं। उनका कहना है, 'केडीपी टू पब्लिक कॉन्टेस्ट ने लेखन को पूर्ण कालिक करियर के रूप में अपनाने में महत्वपूर्ण एवं निर्णायक भूमिका निभाई है। मुझे लगता है कि यह अधिक से अधिक लेखकों को उनके लेखन के जुनून को करियर में बदलने का सशक्त माध्यम है।'
यदि आप केडीपी पेन टू पब्लिश कॉन्टेस्ट में हिस्सा ले रहे हैं, तो इसके आपको कई तरह के फायदे मिल सकते हैं, जैसे 15 लाख रूपये से अधिक का नकद पुरस्कार, बेस्ट-सेलिंग लखकों द्वारा खुद की कहानी को पढ़वाने का मौका और दुनिया भर के साहित्यकारों के बीच अपनी एक अलग पहचान। इस कॉन्टेस्ट के निर्णायक मंडल में बेस्ट-सेलिंग लेखक दिव्य प्रकाश दुबे, अश्विन सांघी और रश्मि बंसल जैसे नामों को शामिल किया गया है। ग्राहकों के फीडबैक के अलावा कॉन्टेस्ट के लिये आई प्रविष्टियों को रचनात्मकता, मौलिकता और लेखन की गुणवत्ता के आधार पर जज किया जायेगा।
केडीपी पेन टू पब्लिश कॉन्टेस्ट साहित्य की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाने वाले लेखकों की किताबों को डिजिटल फॉर्मेट में दुनिया भर के पाठकों के लिये स्व-प्रकाशित करने की एक बेहतरीन पहल है। एक बात जो बाकि प्रकाशकों से अलग है, वो ये है कि केडीपी द्वारा इन लेखकों कोई बुक्स की बिक्री पर 70% तक की रॉयल्टी भी दी जाती है। बता दें कि इंडिया किंडल स्टोर पर टॉप 100 किताबों में से लगभग 20% किताबों को केडीपी के माध्यम से स्व-प्रकाशित भी किया गया है।
कैसे बनें इस कॉन्टेस्ट का हिस्सा?
प्रतिभागियों को amazon.in पर अपनी किताब स्व-प्रकाशित करने के लिये kdp.amazon.com पर लॉग ऑन कर के अपने लिखित (कविता, कहानी, उपन्यास) को एक किताब के रूप में 9 फरवरी 2019 से पहले प्रकाशित करना होगा। उसके बाद उस किताब को केडीपी सेलेक्ट प्रोग्राम में एनरॉल करना होगा। किताब प्रकाशित करते समय आपको कीवर्ड्स में एक जगह ‘pentopublish2018’ भी डालना होगा। कॉन्टेस्ट में आई सभी ई-बुक्स किंडल पर और साथ ही आइफोन, आइपैड, एंड्रॉयड फोन्स और टैबलेट्स, कंप्यूटर, किंडल ई-रीडर्स के लिए फ्री किंडल ऐप के रूप में उपलब्ध रहेंगी। अधिक जानकारी के लिए लेखक www.amazon.in/pentopublish पर जा सकते हैं।
बेस्ट सेलिंग लेखकों के हाथों बनाएं अपनी एक अलग पहचान
इस वर्ष, पेन टू पब्लिश 2018 कॉन्टेस्ट की ज्यूरी में कई प्रतिष्ठित लेखक शामिल हैं जिनमें प्रमुख हैं अंग्रेजी फिक्शन के बेस्टसेलिंग भारतीय लेखक अश्विन सांघी, ‘स्टेहंग्री, स्टेफूलिश’ की लेखिका रश्मि बंसल, मशहूर हिंदी लेखक दिव्य प्रकाश दुबे, साथ ही लेखिका सुंदरी वेंकटरमण और कई तमिल फिल्मों के लिये संवाद लिखने वाले जाने-माने तमिल लेखक मुरुगन।
प्रतियोगिता के विजेता का चयन दो चरणों में किया जाएगा। प्रथम चरण में, प्रत्येक कार्य को व्यावसायिक व्यवहार्यता पर मूल्यांकित किया जाएगा, जैसे यह कितना अच्छा बिकता है, कितने लोग इसे उद्घृत करते हैं और इसके अलावा उपभोक्ताओं की समग्र प्रतिक्रिया। प्रत्येक भाषा और कार्य के प्रकार से पांच प्रविष्टियां दूसरे चरण में जाएंगी और इसके बाद जज इन के मध्य से अंतिम विजेता का चुनाव करेंगे।
सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों को 15 लाख रुपये घर ले जाने का मौका मिलेगा। दीर्घ लेखन (10,000 से अधिक शब्द) के क्षेत्र में तीन विजेताओं को 5 लाख रुपये का ईनाम मिलेगा। इसके अलावा लघु लेखन ( 2,000 से 10,000 शब्द) के तीन विजेताओं को 50 हजार रुपये का ईनाम जबकि 30 फाइनलिस्ट्स को किंडल ई-रीडर्स दिये जाएंगे।
केडीपी को ही क्यों चुनें?
पुराने तरीके से एक किताब को प्रकाशित करने में कितना समय लगता है? इसका जवाब होगा तीन सप्ताह से लेकर तीन महीने और कई मौकों पर तो सालों लग जाते हैं। इसके उलट केडीपी के जरिए यह काम सिर्फ पांच मिनट से कम समय में ही हो जाता है और 1 से 2 दिनों के भीतर ही आपकी किताब किंडल स्टोर के जरिए दुनिया के सामने होती है। इसके अलावा आप अपनी ई-बुक की बिक्री पर 70 प्रतिशत पर रॉयल्टी भी कमाते हैं। इसमें अपनी किताब प्रकाशित करना नि: शुल्क और आसान है और साथ ही ये प्रक्रिया पूर्ण रूप से पारदर्शी है।
यहां आप प्रकाशक की मंजूरी की चिंता की परवाह किये बिना अपनी स्वयं की सूची निर्धारित कर सकते हैं, अपना खुद का कवर डिजाइन तैयार कर सकते हैं और यहां तक कि जब और जहां चाहें कोई संशोधन भी कर सकते हैं। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो आप स्वयं के प्रकाशक बन जाते हैं। जैसा कि हमने ऊपर उल्लेख किया था, द वेडिंग तामाशा की लेखिका सुधा नायर और अंडर लेविड लेटर्स के लेखक जे एल्केम, जिन्होंने संयुक्त रूप से 2017 की प्रतियोगिता जीती थी, लेखकों के रूप में नकद पुरस्कार, रॉयल्टी पाने के अलावा वैश्विक स्तर पर पहचान पा चुके हैं। इस साल उनकी जगह पर आप हो सकते हैं! केडीपी पेन टू पब्लिश 2018 कॉन्टेस्ट में भाग लेने के लिए आगे आयें और अपने काम को वो पहचान दिलवायें जिसका वह हकदार है। आप भी अंग्रेजी, हिंदी या फिर तमिल भाषा में मूल और अप्रकाशित उपन्यास, लघु कथा या फिर कविता लिखें और उसे 9 फरवरी 2019 तक केडीपी पोर्टल पर प्रकाशित कर दें। साथ ही आप अपने काम की पहुंच को और अधिक बढ़ाने के लिए उपयुक्त और प्रासंगिक कीवर्ड भी जोड़ सकते हैं। ध्यान रखें कि कीवर्ड्स इस्तेमाल करते समय आप मेटाडाटा फील्ड में pentopublish2018 जोड़ें और इसके अलावा यह भी सुनिश्चित करें कि इस प्रतियोगिता में भाग लेते समय आपकी किताब केडीपी सिलेक्ट प्रोग्राम में जरूर नामांकित हो।
यह सब कुछ सिर्फ आपकी उंगलियों पर टिका हुआ है। अगर आपके पास अपना लिखा कोई ऐसा उपन्यास, कहानी या फिर कविता है जिसे आप प्रकाशित करने का मौका खोज रहे हैं तो ऐसा करने का ये सबसे उपयुक्त समय है। ऐसा मौका फिर नहीं मिलेगा।
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