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जरूरत पड़ने पर हेल्थ रिपोर्ट प्रदान करने के लिए स्मार्ट कियोस्क विकसित कर रहा है यह हेल्थटेक स्टार्टअप

जरूरत पड़ने पर हेल्थ रिपोर्ट प्रदान करने के लिए स्मार्ट कियोस्क विकसित कर रहा है यह हेल्थटेक स्टार्टअप

Monday March 23, 2020 , 6 min Read

पिछले काफी समय से हम बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और दुकानों पर कॉइन वेटिंग मशीन (Coin weighing machines) को देखते आ रहे हैं। ये हमारे लिए एक आम दृश्य सा हो गया है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये मशीनें किसी के लिए कुछ खास करने का आइडिया दे सकती हैं!


जी हां, दरअसल हम बात कर रहे हैं उद्यमी जोगिंदर तनीकेला की। टेक एक्सपर्ट से उद्यमी बने जोगिंदर तनीकेला ने इन्हीं मशीनों से प्रेरणा लेते हुए ऐसी डिवाइस डेवलप की है, जो यूजर्स को त्वरित और विस्तृत स्वास्थ्य विश्लेषण प्रदान करती है।


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Quantificare Health के फाउंडर जोगिंदर तनीकेला



पेशे से एक तकनीकी विशेषज्ञ, जोगिंदर शेप में आने के लिए मेहनत कर रहे थे लेकिन वे अपने ही मेडिकल चेक-अप के रिजल्ट्स को देखकर चौंक गए। उन्हें जितने भी उपाय आजमाए उनमें से किसी ने भी उन्हें सही रिजल्ट नहीं दिया। हां, लेकिन उनकी कलाई पर बंधे एक फिटनेस ट्रैकर ने उन्हें उन मेजरमेंट्स के महत्व को बताया, अर्थात यह समझने में मदद की कि क्या उनके द्वारा उठाए गए कदम कोई ठोस परिणाम प्रदान कर रहे हैं।


जोगिंदर कहते हैं,

"जिस दिन मैंने विभिन्न एक्सरसाइज के प्रभाव से खुद को मापना शुरू किया, मुझे इसके परिणाम के महत्व का एहसास हुआ।"


इसने उन्हें 2018 में क्वांटिफिकेयर हेल्थ स्टेशन (Quantificare Health Stations) शुरू करने के लिए प्रेरित किया।


हैदराबाद स्थित स्टार्टअप की अपनी ब्रांडेड हेल्थ मशीनें हैं जिन्हें पल्स एक्टिव स्टेशन कहा जाता है। ज्यादातर मेट्रो स्टेशन, बस स्टैंड, और शॉपिंग मॉल जैसे हाई फुटफॉल वाले स्थानों पर स्थापित, IoT- सक्षम स्मार्ट कियोस्क यूजर्स को पांच मिनट के भीतर एक हेल्थ रिपोर्ट देते हैं, और इसकी कॉस्ट 50 रुपये से कम होती है।


जोगिंदर के अनुसार, ये कियोस्क वर्तमान में देश के विभिन्न राज्यों में फैले 150 स्थानों में स्थापित किए गए हैं, और लगभग 4.5 लाख लोगों ने इसके साथ किसी न किसी प्रकार से इंगेज किया है।


यात्रा

फुल-स्टैक और थिंग्स ऑफ इंटरनेट (IoT) में विशेषज्ञता रखने वाले टेक एक्सपर्ट, जोगिंदर ने 2017 में एक स्वास्थ्य मापक उपकरण (हेल्थ मेजरमेंट डिवाइस) का निर्माण शुरू किया था, जो शरीर के विभिन्न मापदंडों जैसे कि लंबाई, वजन, बीएमआई, ब्लड प्रेशर, मिनरल कंटेंट, मसल्स और बोन स्ट्रेंथ और बॉडी कंटेंट पर रिजल्ट्स प्रदान कर सकता है। ये विभिन्न लाइफस्टाइल की बीमारियों जैसे कि मधुमेह और हृदय संबंधी समस्याओं के संकेतक हैं।


स्टार्टअप को रिसर्च और डेवलपमेंट (आर एंड डी) में लगभग एक साल लगा, और पहला पल्स एक्टिव स्टेशन हैदराबाद में फरवरी 2018 में एक मेट्रो रेल स्टेशन पर लाइव हुआ। वे कहते हैं,

"मेरा आइडिया एक ऐसी मशीन बनाने का था, जिसे कोई भी आसानी से एक्सेस कर सके। बुनियादी स्वास्थ्य संकेतक प्राप्त कर सके।”


पहली मशीन के लॉन्च के बाद से, स्टार्टअप ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।





प्रोडक्ट

पल्स एक्टिव स्टेशन यूजर्स फ्रेंडली मशीनें हैं और कस्टमर्स को उन टेस्ट पर गाइड करने के लिए एक व्यक्ति भी होता है जिन्हें वे शुरू करना चाहते हैं। IoT- सक्षम डिवाइस, जो क्लाउड से जुड़ी हैं, 21 पैरामीटर्स पर हेल्थ इंडीकेटर्स देती हैं। यूजर्स द्वारा लिए गए टेस्ट की संख्या के आधार पर स्टार्टअप अपनी सेवाओं के लिए 50 से 150 रुपये के बीच चार्ज लेता है, और रिजल्ट देने में लगभग एक से तीन मिनट का समय लेता है। इसके अलावा, स्टार्टअप ने एक ऐप डेवलप किया है जो यूजर्स को व्यक्तिगत जानकारी प्रदान करता है।


जोगिंदर कहते हैं,

“हमारी सबसे बड़ी यूएसपी सामर्थ्य और पहुंच है। हम बेहद कम पैसों में जितना आप अफोर्ड कर सकें.. उतने में आपके पास होना चाहते हैं।"


हालांकि, जोगिंदर कहते हैं, कि पल्स एक्टिव स्टेशनों द्वारा जारी रिजल्ट फाइनल नहीं होते हैं क्योंकि वे सिर्फ एक स्वास्थ्य संकेतक बोले तो हेल्थ इंडीकेटर्स होते हैं, और यह केवल यूजर्स को अपने प्रोपराइटरी एआई-बेस्ड रिकमंडेशन इंजन के साथ एक अलर्ट या शुरुआती चेतावनी प्रदान करता है।


वे कहते हैं,

“हम किसी भी डायग्नोस्टिक लैबोरेटरी या अस्पताल के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं कर रहे हैं। हमारी सेवाएं उनके पूरक हैं।"


रिवेन्यू एंड फंडिंग

संस्थापक के अनुसार, पल्स एक्टिव स्टेशन "मेक इन इंडिया" का सबसे फिट प्रोडक्ट है, क्योंकि पूरी मशीन का निर्माण देश के भीतर किया जाता है। स्टार्टअप वाई कॉम्बीनेटर के एक्सीलेटर प्रोग्राम का भी हिस्सा रहा है, जो विश्व स्तर पर एक अग्रणी मेंटॉर है, और 2019 बैच के स्टार्टअप्स को फंड किया है।





इससे जापान स्थित फर्म मिस्टलेटो और एएसआईसीएस से बूटस्ट्रैप्ड स्टार्टअप को फंड जुटाने में मदद मिली। मिस्टलेटो एक सीड-स्टेज वेंचर कैपिटल फर्म है जिसकी स्थापना सॉफ्टबैंक के संस्थापक मासायोशी सोन के भाई ताइजो सोन ने की है और एएसआईसीएस हाई-परफॉर्मेंस वाले स्पोर्टिंग गुड्स एंड सर्विसेस की अग्रणी निर्माता कंपनी है। स्टार्टअप का दावा है कि यह फंडिंग के एक और राउंड को बढ़ाने की ओर है। कितना फंड मिला है इस बारे में न बताते हुए वे कहते हैं कि इतना मान लीजिए कि यह आंकड़ा 7 फिगर में है।


जोगिंदर ने कहा,

"क्योंकि हमारा ध्यान हमेशा 'मेक इन इंडिया' पर रहा है, इसलिए चीन में चल रहे कोरोना संकट के कारण हम प्रभावित नहीं हुए हैं।"


स्टार्टअप द्वारा दर्ज की गई वृद्धि पर, संस्थापक का कहना है कि स्थापित पल्स स्टेशनों की संख्या एक मजबूत संकेतक है।


फ्यूचर प्लान

क्वांटिफिकेयर के पास आगे के लिए महत्वाकांक्षी योजना है। जोगिंदर कहते हैं,

''हमारे पास एक मजबूत प्रणाली है। पहले दिन से ही यही सवाल रहा है कि हम किस तरह स्केल करें।"


अगले तीन वर्षों में, इस स्टार्टअप में 8,000 लोगों को रोजगार प्रदान करने वाले 11,000 स्थानों पर पल्स एक्टिव स्टेशन स्थापित करने की योजना है। इसके अलावा, यह मशीन पर और अधिक स्वास्थ्य मापदंडों को जोड़ रहा है। हालांकि, स्टार्टअप के लिए बड़ी आकांक्षा सभी स्वास्थ्य जरूरतों के लिए वन-स्टॉप-शॉप बनना है।


वे कहते हैं,

“बहुत से लोग अपनी स्वास्थ्य स्थिति से अवगत नहीं हैं। हम उन लोगों के लिए जहां वे खड़े हैं वहां पर हेल्थ रिपोर्ट देना चाहते हैं।"


स्टार्टअप ने अपने उपकरणों को लोकप्रिय बनाने के लिए कई अन्य कंपनियों के साथ भी हाथ मिलाया है, जिसमें एक न्यू स्टेज इंश्योरेंस स्टार्टअप, स्पोर्ट्स गुड्स कंपनी और एक डायग्नोस्टिक लैब चेन शामिल हैं।


23 लोगों की टीम के साथ, इसने देश में स्वास्थ्य की स्थिति पर नियमित रूप से जानकारी देना भी शुरू कर दिया है, इसके निपटान के लिए बड़ी मात्रा में डेटा दिया गया है। वे कहते हैं,

“हम देश में लोगों के लिए स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में अधिक से अधिक जागरूकता पैदा करना चाहते हैं। क्योंकि रोकथाम हमेशा इलाज से बेहतर है।”