IIT-BHU को मिला सुपर कंप्यूटर 'परम शिवाय', 33 करोड़ में हुआ तैयार
भारत तकनीक के क्षेत्र में हमेशा से नए कीर्तिमान रचता रहा है। आईटी सेक्टर में भारत का दबदबा रहा है। दुनिया की शीर्ष टेक्नॉलजी कंपनियों में भारतीयों की उपस्थिति इस बात की गवाह है। हालांकि उचित संसाधनों के बगैर तकनीक को आगे बढ़ा पाना संभव नहीं है। इसीलिए हमारे छात्रों को नए उपकरणों और नई तकनीक की जरूरत पड़ती रहती है। इस कमी को पूरा करने के लिए आईआईटी बीएचयू कैंपस में एक शक्तिशाली सुपर कंप्यूटर 'परम शिवाय' स्थापित किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने वाराणसी दौरे पर आईआईटी बीएचयू में इस सुपर कंप्यूटर का लोकार्पण किया। यह सुपर कंप्यूटर पूरी तरह से भारत में ही मेक इन इंडिया पहल के तहत तैयार हुआ है। इसे बनाने में लगभग 33 करोड़ रुपये की लागत आई। 833 टेराफ्लॉप क्षमता वाली इस शक्तिशाली मशीन से कई नवीनतम शोधों को जल्द पूरा किया जा सकेगा।
डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय सुपर कंप्यूटिंग मशीन (एनएसएम) के तहत यह सुविधा आईआईटी बीएचयू में शुरू की गई है। आईआईटी के डायरेक्टर प्रफेसर प्रमोद कुमार जैन ने बताया कि सेंटर फॉर डिवलेपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग (सी-डैक) ने एनएसएम श्रृंखला के तहत 833 टेराफ्लॉप क्षमता का प्रथम सुपर कंप्यूटर ‘परम शिवाय’ को बनाया गया है।
इस सुपर कंप्यूटर की मदद से मौसम की भविष्यवाणी, स्पेस इंजीनियरिंग, भूकंप की पहचान, फाइनैंशियल क्राइसिस और डेटा कलेक्शन जैसी चीजों में किया जा सकेगा। इसे आईआईटी के स्टूडेंट्स और रिसर्चरों के साथ ही आसपास के इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए भी सुलभ बनाया जाएगा। यह सुपर कंप्यूटर 1 पेटा बाइट सेकेंड्री स्टोरेज सिस्टम से लैस है। जो कि ओपन सोर्स सिस्टम और एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर की मदद से चलेगा। भारत का पहला सुपर कंप्यूटर परम-8000 था जिसे 1991 में लॉन्च किया गया था।
नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय का दौरा किया। उन्होंने वाराणसी घाटों के भित्तिचित्रों के साथ पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा का अनावरण किया। मोदी ने पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर अस्पताल और भाभा कैंसर अस्पताल, लहर तारा का उद्घाटन किया। ये अस्पताल उत्तर प्रदेश और आस-पास के राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार के मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध करायेंगे।
प्रधानमंत्री ने उच्च प्रौद्योगिकी से युक्त पहले न्यू भाभाट्रोन को राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने डे केयर यूनिट और ओपीडी का दौरा किया और मरीजों के साथ बातचीत की। प्रधानमंत्री मोदी ने आईआईटी बीएचयू के 100 वर्ष पूरे होने पर स्मारक डाक टिकट भी जारी किया।
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