भारत ने अफगान अधिकारियों के लिए आयोजित किया प्रशिक्षण कार्यक्रम
अफगानिस्तान में क्षमता निर्माण के प्रयास के तौर पर, भारत ने अफगान सिविल पंजीकरण अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। ये अधिकारी आधार पहल का अध्ययन करने के लिए यूआईडीएआई परिसर भी गए।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि महारजिस्ट्रार एवं जनगणना आयुक्त और भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने 23 से 30 दिसंबर 2019 के बीच अफगानिस्तान केंद्रीय सिविल रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी के अधिकारियों के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया। चंडीगढ़ में क्षेत्र दौरा भी कराया गया।
बयान में कहा गया है कि
‘‘प्रतिभागियों को सॉफ्टवेयर के जरिए प्रस्तुति दी गई और जन्म एवं मृत्यु का पंजीकरण करने की प्रक्रिया से अवगत कराया गया। साथ में, उन्हें जनगणना की प्रक्रिया के बारे में भी बताया गया।’’
इससे पहले, नई दिल्ली के विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय ने अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सांख्यिकी और सूचना प्राधिकरण के अधिकारियों के लिए 13 से 17 नवंबर 2019 के बीच क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित किया था। जहां अफगान वायुसेना की सेंकड लेफ्टीनेंट नाबिजादा ने कहा था कि यह उनका दूसरा भारत दौरा था। इससे पहले नाबिजादा साल 2014 में ताइक्वांडो के एक मैच का हिस्सा रही थी।
गौरतलब हो कि बीते साल दिसंबर माह में चेन्नई में ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी में अफगानिस्तान की महिला अधिकारियों को ट्रेनिंग दी गई थी। अफगानिस्तान की 19 महिला अधिकारियों को हल्की मशीन गन चलाने समेत अन्य हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी गई थी।
आपको बता दें कि बीते साल सितंबर, 2019 में भारत ने एक बयान जारी कर कहा था कि अफगानिस्तान में किसी भी शांति प्रक्रिया के लिए अफगान सरकार और वहां के नागरिकों की पूर्ण सहमति होनी चाहिए। कुछ दिन पहले अमरीका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने तालिबान के साथ प्रस्तावित वार्ता रद्द कर दी थी। आठ सितम्बर को राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा था कि काबुल में आतंकवादी हमले के बाद वे तालिबान के साथ बैठक रद्द कर रहे हैं। तालिबान के इस हमले में एक अमरीकी सैनिक सहित कई लोग मारे गए थे। वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत, अफगानिस्तान में शांति पहल से जुड़े घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहा है।
(Edited by रविकांत पारीक )