घाटी के बच्चों में प्रतिभा निखार रही है इंडियन आर्मी, छात्रों को आगे बढ़ने में कुछ इस तरह से जारी है सेना की मदद
देश की सुरक्षा के लिए पहली पंक्ति में खड़ी सेना अब घाटी के छात्रों की मदद करने में भी सबसे आगे खड़ी नज़र आ रही है।
"इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले छात्रों ने भी मीडिया को बताया है कि सेना द्वारा आयोजित की गए इन प्रतियोगिताओं के जरिये उन्हें ना सिर्फ अपनी प्रतिभा को निखारने का मौका मिला है, बल्कि इसी के साथ उन्हें इसके जरिये एक अच्छा समय बिताने में भी मदद मिली है।"
बीते कई दशकों से अग्रिम मोर्चे पर खड़ी हो कर भारतीय सेना सीमा के साथ ही घाटी में सुरक्षा की ज़िम्मेदारी भी निभा रही है, लेकिन सेना इसी के साथ लगातार जम्मू-कश्मीर के नौजवानों और बच्चों को भी सशक्त बनाने का काम कर रही है।
देश की सुरक्षा के लिए पहली पंक्ति में खड़ी सेना इस समय घाटी के छात्रों की मदद करने में भी सबसे आगे खड़ी नज़र आ रही है। इस काम को ‘ऑपरेशन सद्भावना’ के जरिये पूरा किया जा रहा है, जहां सेना का सीधा उद्देश्य घाटी में रह रहे बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाना है।
सेना इस समय इन छात्रों की शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए लगातार अपना सहयोग बढ़ा रही है। इतना ही नहीं, सेना इसके अलावा इन छात्रों के लिए तमाम तरह की गतिविधियों का भी आयोजन कर रही है। इस शैक्षिक गतिविधियों में पेंटिंग, खेल और सांस्कृतिक प्रोग्रामों को भी शामिल किया गया था।
छात्रों को मिल रहा है मौका
कर्नल प्रवीण कुमार ने मीडिया से बात करते हुए बताया है कि सेना द्वारा आयोजित किए जाने वाले इन इनडोर और आउटडोर खेलों में शामिल होकर इन बच्चों को काफी अच्छा महसूस हो रहा है,क्योंकि ऐसे में उन्हें बाहर की दुनिया को देखने का मौका मिल रहा है।
इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले छात्रों ने भी मीडिया को बताया है कि सेना द्वारा आयोजित की गए इन प्रतियोगिताओं के जरिये उन्हें ना सिर्फ अपनी प्रतिभा को निखारने का मौका मिला है, बल्कि इसी के साथ उन्हें इसके जरिये एक अच्छा समय बिताने में भी मदद मिली है।
स्कूल में पहुँच रही हैं किताबें
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए ब्रिगेडियर आदिल अली महमूद ने बताया है कि जिन भी बच्चों को किताबों की जरूरत थी, उन्हें चिन्हित करते हुए उनकी हर संभव मदद करने की कोशिश की गई है।
बेहतर भविष्य के लिए सेना काफी समय से घाटी के स्कूलों में जाकर छात्रों को खिलौने और किताबें बांटने का काम कर रही है। गौरतलब है कि सेना के इस प्रयासों के जरिये घाटी के लोगों और भारतीय सेना के बीच संवाद के साथ ही नजदीकी बढ़ने का भी काम हुआ है।
घाटी में जारी है मेडिकल मदद
मालूम हो कि ऑपरेशन सद्भावना के तहत भारतीय सेना इस समय घाटी के तमाम हिस्सों में जरूरतमंद लोगों के लिए मेडिकल कैंप का भी आयोजन कर रही है, जिसके तहत बीमारी के इलाज के साथ ही लोगों को परिवार नियोजन, कोरोना वायरस संक्रमण और स्वस्थ रहने के बारे में जागरूक करने का काम भी लगातार किया जा रहा है।
सेना के जवान इस दौरान कश्मीर के दुर्गम इलाकों में पैदल रास्ता तय करते हुए ना सिर्फ लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण के प्रति जागरूक करने का काम कर रहे हैं, बल्कि बड़ी संख्या में लोगों को कोरोना वैक्सीन भी लगवा रहे हैं।
Edited by Ranjana Tripathi