विकास की राह पर भारत की अर्थव्यवस्था: कुल निर्यात 15 फीसदी बढ़कर हुआ 37 अरब डॉलर के पार
मई के महीने में भारत के कुल निर्यात में पिछले साल के मुकाबले 15.46 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है और अब यह बढ़कर 37.3 अरब डॉलर का हो गया है. पिछले वित्त वर्ष के मई महीने में भारत का कुल निर्यात 32.3 अरब डॉलर का था.
भारतीय अर्थव्यवस्था कोविड महामारी से उबरने के बाद अब धीरे-धीरे विकास की दिशा में कदम बढ़ा रही है. वर्तमान वित्त वर्ष 2022-23 के शुरुआती दो महीनों में ही भारत के कुल निर्यात में 22.3 फीसदी का इजाफा हुआ है और यह बढ़कर 77 अरब डॉलर का हो गया है. वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार ने यह जानकारी दी है.
अकेले मई के महीने में भारत के कुल निर्यात में पिछले साल के मुकाबले 15.46 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है और अब यह बढ़कर 37.3 अरब डॉलर का हो गया है. पिछले वित्त वर्ष के मई महीने में भारत का कुल निर्यात 32.3 अरब डॉलर का था.
दो महीनों के कुल निर्यात में 22.3 फीसदी का इजाफा हुआ है. पिछले साल शुरुआती दो महीनों में कुल निर्यात 63 अरब डॉलर का था, जो इस वर्ष बढ़कर 77 अरब डॉलर का हो गया है.
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक भारत से बाहर निर्यात होने वाले उत्पादों में रेडीमेड गारमेंट्स, इलेक्ट्रॉनिक सामानों और पेट्रोलियम उत्पादों का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा. पिछले साल के मुकाबले इस साल मई में गैर पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात में 8 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई. दो महीनों में कुल निर्यात 12.9 फीसदी बढ़ा है.
निर्यात के साथ-साथ आयात में भी इस वर्ष पिछले वर्ष के मुकाबले तेजी आई है. इस वर्ष भारत के कुल आयात में 56 फीसदी की बढ़त हुई है और यह आंकड़ा बढ़कर 61 अरब डॉलर तक पहुंच गया है. इस वर्ष अप्रैल-मई के महीने में नॉन पेट्रोलियम, नॉन जेम्स और जूलरी का निर्यात 14.15 फीसदी और आयात 30.71 फीसदी बढ़ा है. अकेले मई में नॉन पेट्रोलियम, नॉन जेम्स और जूलरी का निर्यात 8.57 फीसदी और आयात 27 फीसदी बढ़ा है.
मई महीने में अन्य क्षेत्रों से हुए आयात के आंकड़े कुछ इस प्रकार हैं. इंजीनियरिंग से जुड़े उत्पादों के आयात में 7.84 फीसदी, पेट्रोलियम उत्पादों में 52.71 फीसदी, जेम्स और जूलरी उत्पादों में 4.52 फीसदी, ड्रग्स और फार्मा उत्पादों में 5.78 फीसदी, चावल में 6.27 फीसदी, ऑर्गेनिक केमिकल्स में 12.08 फीसदी, रेडीमेड गारमेंट्स में 5.78 फीसदी और इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों में 41.46 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई है. लेकिन इसी के साथ व्यापार घाटा भी बढ़क र23 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है.
कुल मिलाकर सभी तरह के उत्पादों के निर्यात में बढ़त ही दर्ज हुई है, सिर्फ प्लास्टिक और हैंडलूम को छोड़कर. प्लास्टिक उत्पादों में निर्यात में पिछले साल के मुकाबले 15 फीसदी और हैंडलूम उत्पादों के निर्यात में 9 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है.
Edited by Manisha Pandey