पूरी तरह सौर ऊर्जा पर निर्भर गुजरात का गांव मोढेरा
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) उत्सर्जक देश है. भारत का लक्ष्य 2030 तक ऊर्जा के अक्षय स्रोतों, जैसे सौर और पवन से अपनी ऊर्जा की आधी मांग को पूरा करना है. दुनिया भर में कार्बन डाई ऑक्साइड का बढ़ रहा स्तर भारत के लिए भी चिंता का विषय है. 20 वीं सदी की शुरुआत के बाद से भारत के वार्षिक औसत तापमान में लगभग 1.2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो चुकी है . जिसके परिणामस्वरूप मौसम की चरम घटनाओं जैसे बाढ़, सूखा, बेमौसम बारिश और उसमें आ रही अनिमियतता साफ़ देखी जा सकती है.
ऐसे में गुजरात (Gujarat) के मोढेरा गांव (Modhera Village) से एक अच्छी खबर आई है. सूर्य मंदिर के लिए प्रसिद्ध गुजरात का मोढेरा देश का पहला चौबीसों घंटे और सातों दिन सौर ऊर्जा से संचालित गांव बन गया है. इसे भारत का पहला पूरी तरह सोलर एनर्जी पर निर्भर गांव घोषित किया गया है. केंद्र और राज्य सरकार ने दो चरणों में मोढेरा को ‘सोलर विलेज’ बनाया है.
मोढेरा को सोलर विलेज बनाने के लिए मेहसाणा के सुजानपुरा में बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम के साथ एकीकृत सौर ऊर्जा परियोजना को अमल में लाया गया है. मोढेरा गांव में स्वच्छ ऊर्जा परियोजना के तहत ग्राउंड माउंटेड सोलर पावर प्लांट लगाया गया है. बिजली बनाने के लिए गांव के हरेक घर की छत पर एक किलोवॉट क्षमता वाले सोलर पैनल और सोलर सिस्टम लगाए गए हैं. सभी पैनल बैटरी ऊर्जा संरक्षण प्रणाली (battery energy storage system, BESS) के जरिये आपस में जुड़े हुए हैं. इसके लिए केंद्र और गुजरात सरकार ने सोलर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट में दो चरणों में 80 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया है.
दिन के दौरान गांव और वहां स्थित घरों को सोलर पैनल से बिजली मिलती है, जबकि शाम को भारत का पहला ग्रिड से जुड़ा मेगावॉट ऑर स्केल बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम घरों को बिजली की आपूर्ति होती है. इस प्रोजेक्ट से गांववाले अपने बिजली बिलों में 60 से 100 फीसदी तक की बचत कर सकेंगे.
मोढेरा गांव न सिर्फ अपनी बिजली संबंधी सभी जरूरतों को सौर ऊर्जा से पूरा कर रहा है. बल्कि सरकार यहां के घरों में पैदा होने वाली अतिरिक्त ऊर्जा को खरीदती है, जो वे घरों को उपयोग नहीं कर पाते हैं.
घरेलु खर्च और आर्थिक लाभ के अलावा मोढेरा गांव में टूरिज्म को भी बढ़ावा दिया जा रहा है. मोढेरा के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर में सौर ऊर्जा से संचालित 3-डी प्रोजेक्शन किया जाता है जिससे यहां के टूरिज्म को बढ़ावा मिलाता है.
Edited by Prerna Bhardwaj