युवा उद्यमियों को कारोबार शुरू करने में प्रोत्साहन देने के लिये प्रतिबद्ध है जम्मू-कश्मीर सरकार
बारी बड़ी ब्राह्मना इंडस्ट्रीज एसोसिएशन और फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधियों से चर्चा में केंद्रशासित प्रदेश के आयुक्त एवं सचिव (उद्योग एवं वाणिज्य) मनोज कुमार द्विवेदी ने कहा जम्मू-कश्मीर सरकार युवा उद्यमियों को अपना कारोबार शुरू करने में प्रोत्साहित करने तथा मौजूदा कारोबार को मजबूत करने में हर संभव सहयोग देने के लिये प्रतिबद्ध है।
जम्मू, जम्मू-कश्मीर सरकार युवा उद्यमियों को अपना कारोबार शुरू करने में प्रोत्साहित करने तथा मौजूदा कारोबार को मजबूत करने में हर संभव सहयोग देने के लिये प्रतिबद्ध है। केंद्रशासित प्रदेश के आयुक्त एवं सचिव (उद्योग एवं वाणिज्य) मनोज कुमार द्विवेदी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बारी बड़ी ब्राह्मना इंडस्ट्रीज एसोसिएशन और फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधियों से यहां शुक्रवार को चर्चा में कहा,
‘‘प्रशासन सभी क्षेत्रों के टिकाउ विकास के लिये प्रतिबद्ध है और हमें उम्मीद है कि उद्योग जगत आने वाले समय में नयी ऊंचाइयां प्राप्त करेगा।’’
उन्होंने कहा कि सरकार उद्यमियों को हो रही दिक्कतों से अवगत है और आने वाले समय में इन सभी को सुलझाया जायेगा।
द्विवेदी ने सफल उद्यमियों को युवाओं के साथ अपनी सफलता की कहानी साझा करने का सुझाव दिया ताकि उन्हें अपनी कारोबारी इकाई शुरू करने के लिये प्रोत्साहन मिल सके।
आपको बता दें कि बीते साल दिसंबर माह में जम्मू-कश्मीर सरकार ने उद्यमियों को औद्योगिक संयंत्र लगाने के लिए राज्य में 57 हजार एकड़ से अधिक जमीन की पहचान की थी। इसमें से 15 हजार एकड़ जमीन कश्मीर घाटी में हैं जबकि 42,500 एकड़ जमीन जम्मू क्षेत्र में हैं।
जम्मू-कश्मीर में निवेश करने के मामले में एशिया की सबसे बड़ी हेल्मेट कंपनी स्टीलबर्ड हाईटेक से लेकर अमूल जैसी कंपनियों के नाम शामिल है। इतना ही नहीं सिंगापुर और ओमान स्थित दो कंपनियां भी निवेश की इच्छा जता चुकी हैं। बड़ी कंपनियों के आने से युवाओं में रोजगार की उम्मीद भी जगी है।
गौरतलब हो कि राज्य सरकार ने एक दशक के भीतर 500 स्टार्ट-अप को खड़ा करने के लिए 2018 में जक्वमू-कश्मीर स्टार्ट-अप नीति शुरू की थी। जम्मू-कश्मीर उद्यमिता विकास संस्थान की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका थी, जो विभिन्न योजनाओं के तहत सॉफ्ट लोन प्रदान करता था।
90 के दशक के उत्तरार्ध में स्थापित, इस संस्थान ने 29,000 से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया और खाद्य प्रसंस्करण, फूलों की खेती, परिधान, बागबानी आदि में 14,500 उद्यम स्थापित करने में मदद की है।
(Edited by रविकांत पारीक )