रोजाना 800 आवारा कुत्तों को खाना खिलाती है मेंगलुरु की रजनी शेट्टी
मेंगलुरु की रहने वाली रजनी शेट्टी हर दिन 800 आवारा कुत्तों को खाना खिलाती हैं और अपने घर पर दर्जनों कुत्तों, बिल्लियों, खरगोशों, पक्षियों की देखभाल करती हैं, और घायल पशु-पक्षियों का इलाज भी करती हैं।
जैसा कि लॉकडाउन आवारा कुत्तों के लिए बुरा समय साबित हुआ है, वहीं कर्नाटक के मेंगलुरु की रहने वाली रजनी शेट्टी उनके लिए मसीहा बनकर सामने आई है। पशु प्रेमी रजनी और उनके पति ने आवारा जानवरों की सेवा करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है।
रजनी न केवल आवारा कुत्तों को खाना खिलाती है, बल्कि उनकी चोटों और बीमारियों का इलाज भी करती है। जब वे बीमार होते हैं तो वह उन्हें दवाएं देती हैं और उनके खुले घावों पर एंटीसेप्टिक्स लगाती हैं।
रजनी शेट्टी कहती हैं, “हम हर दिन 800 आवारा कुत्तों को खाना खिलाते हैं और अपने घर में दर्जनों कुत्तों, बिल्लियों, खरगोशों, पक्षियों की देखभाल करते हैं। हम घायल जानवरों का भी इलाज कर रहे हैं।”
रजनी और उनके पति, जो एक टैक्सी ड्राइवर हैं, और तीन बच्चे भी इस उल्लेखनीय उपलब्धि को हासिल करने में उनकी मदद करते हैं। वे सभी कुत्तों को खाना खाते देख संतुष्टी और खुशी का अनुभव महसूस करते हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, जानवरों के साथ रजनी का लगाव 15 साल पहले आवारा कुत्तों को खाना खिलाने से शुरू हुआ था और वर्तमान में वह जनता के समर्थन से 800 कुत्तों को खाना खिला रही हैं।
बस से यात्रा करते समय, एक दिन, रजनी ने एक आवारा कुत्ते को भोजन के लिए तड़पड़ाते देखा। कुत्ते ने कागज का एक टुकड़ा खा लिया था जिसमें पास की एक दुकान का खाना पैक किया गया था। यह देख उनका दिल सिहर गया। वह तुरंत बस से उतरी और दुकान से उस कुत्ते को आमलेट खिलाया। और अब 15 साल हो गए हैं, लेकिन यह कभी नहीं रुका। इन वर्षों में, उन्होंने 2,000 से अधिक जानवरों को बचाया है, जिसमें कुत्ते, बिल्ली, खरगोश और पक्षी शामिल हैं।
रजनी बताती हैं, “मैं असहाय जानवरों को इलाज के लिए अपने घर लाती हूं। हम रोज रात 8 बजे के बाद कुत्तों को खाना खिलाने जाते हैं ताकि उनमें से किसी को भी वाहनों की समस्या का सामना न करना पड़े। मेरे पति, परिवार और जनता मेरा समर्थन करती है।”
वह घायल और आवारा कुत्तों को भी बचाती है। रजनी शेट्टी ने कहा, "मैं 800 कुत्तों के लिए रोजाना 60 किलो से ज्यादा चिकन-चावल बनाती हूं।"