इनवॉयरमेंटल प्रॉटक्शन के लिए मुखर हुईं बॉलीवुड की कई मशहूर हस्तियां
जलवायु संरक्षण-5
इनवॉयरमेंटल प्रॉटक्शन के लिए बॉलीवुड की कई मशहूर हस्तियां लोगों को जागरूक कर रही हैं, जिनमें अभिनेता अमिताभ बच्चन, आमिर खान, जैकी श्रॉफ, मनोज बाजपेई, राहुल बोस, एक्ट्रेस भूमि पेडनेकर, कंगना रानौत, दिया मिर्जा, प्रियंका चोपड़ा, काजल अग्रवाल, तमन्ना भाटिया, नंदिता दास आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।
जलवायु आपदा ने धरती के सितारों को भी पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक कर दिया है। इस दिशा में बॉलीवुड की मशहूर हस्तियों के मुखर होने से ऐसे अभियानों को व्यापक समर्थन मिलने लगा है। लोकप्रिय अभिनेत्री भूमि पेडनेकर ने 'क्लाइमेट वॉरियर' (जलवायु योद्धा) नाम से एक कैंपेन शुरू किया है। इससे पहले कंगना रनौत सद्गुरु जग्गी वासुदेव के ईशा फाउंडेशन को 'कावेरी कॉलिंग’ मुहिम में एक लाख पेड़ लगाने के लिए 42 लाख रुपए दान दे चुकी हैं। ऐक्ट्रेस काजल अग्रवाल और तमन्ना भाटिया भी इस अभियान से जुड़ गई हैं।
मुंबई में मेट्रो कार शेड परियोजना के लिए 2,700 पेड़ काटने के फैसले के विरोध में भारत की पहली संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सद्भावना एवं वन्यजीव ट्रस्ट की राजदूत दिया मिर्जा, मनोज बाजपेई खुल कर सामने आ गए हैं। आमिर खान पानी के संरक्षण को लेकर पानी फाउंडेशन चला रहे हैं। स्वच्छ भारत अभियान के प्रमुख चेहरों में से एक अमिताभ बच्चन वर्सोवा क्लीन अप ड्राइव में शामिल हुए तो ग्रीन अम्बेसडर प्रियंका चोपड़ा प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध के लिए लगातार आवाज उठा रही हैं।
जैकी श्रॉफ लंबे समय से पौधरोपण अवेयरनेस लाने के साथ आर्गेनिक खेती कर रहे हैं। मिलिंद सोमन ने एनवायरमेंट अवेयरनेस के लिए दिल्ली से मुंबई तक कई बार मैराथन के साथ ही अपनी शादी में हर मेहमान के नाम का एक पौधा लगाकर पर्यावरण बचाने का संदेश दिया है। संयुक्त राष्ट्र के कोपेनहेगन जलवायु सम्मेलन में ऑक्सफैम का प्रतिनिधित्व कर चुके राहुल बोस जलवायु परिवर्तन के लिए फाउंडेशन चला रहे हैं।
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट के साथ मिलकर पर्यावरण जागरूकता के लिए काम कर रही नंदिता दास ने बच्चों के लिए वर्षा जल संचयन पर शैक्षिक लघु फिल्मों का निर्माण भी किया है। रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण ने अपने रिसेप्शन में बायोडिग्रेडेबल टेबलवेयर का इस्तेमाल किया तो विराट कोहली और अनुष्का शर्मा ने भी अपने वेडिंग इनविटेशन में मेहमानों को पौधे भेट किए। अजय देवगन लंबे समय से पटाखों पर प्रतिबंध का मुद्दा उछालते आ रहे हैं।
भूमि पेडनेकर ने अभी कुछ दिन पहले ही ऑनलाइन क्लाइमेट वॉरियर कैंपेन लॉन्च करते हुए कहा है कि जलवायु आपदा एक क्रूर हकीकत है। वह लोगों को पर्यावरण अनुकूलन और जीवन विकल्पों के प्रति लोगों को लगातार आगाह कर रही हैं। वह मानव जनित संकट में फंसी प्रकृति के संरक्षण के लिए अपने स्टार पॉवर का इस्तेमाल करना चाहती हैं। कंगना रनौत ने लोगों से आगे आकर ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने का आह्वान करते हुए कहा है कि आज अमेजन की लपटों से डरने की बजाए पर्यावरण को बचाने के लिए आज हर भारतीय को कम से कम एक पौधा जरूर लगाने के साथ ही दो-दो पौधे डोनेट करना चाहिए।
ऐक्ट्रेस काजल अग्रवाल और तमन्ना भाटिया का कहना है कि देश के किसान सवा सौ करोड़ भारतवासियों का पेट भरकर खुद भूखे रह जा रहे हैंl कावेरी नदी को बचाकर हम किसानों की हालत सुधार सकते हैं। मनोज बाजपेई और दिया मिर्जा ने ट्वीट कर आगाह किया है कि ग्रीन कवर नष्ट करने वाली बुलेट ट्रेन परियोजना के विनाशकारी परिणाम सामने आ सकते हैं। घरों और कार्यस्थलों से बाहर निकलकर इसका विरोध करना बहुत जरूरी हो गया है।
महाराष्ट्र के गांवों में बॉलीवुड सेलेब्स के जरिए थ्रू सेव एन्वायर्नमेंट का मैसेज दूर-दूर तक फैलाते हुए आमिर खान कहते हैं, हमे ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाकर जंगलों को किसी भी कीमत पर बचाना है ताकि अच्छी बारिश हो सके। अभयारण्य नेचर फाउंडेशन की सदस्य दिया मिर्जा कहती हैं कि जलवायु आपदा के मुद्दे पर प्रशासन, सरकार और आम नागरिकों को एकजुट होना पड़ेगा। अमिताभ बच्चन लोगों को रसोई के कचरे को खाद में बदलने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
प्रियंका चोपड़ा ने कहा है कि वह नहीं चाहतीं कि आगे चलकर इस पीढ़ी के बच्चे जंगल देखने से वंचित हो जाएं। जैकी श्रॉफ लोगों से आह्वान कर रहे हैं कि फल खाने के बाद उसके बीज फेंकने के बजाय जमीन में बो दें तो पौधे अपने आप उग आएंगे। मिलिंद सोमन बताते हैं कि वह बिना फुटवेयर मैराथन के माध्यम से लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक कर रहे हैं।
पर्यावरण बचाने की एक बड़ी पहल करते हुए सद्गुरु जग्गी वासुदेव कोयंबटूर के वीओसी मैदान से 30 दिन की 7 हजार किलोमीटर की नदी अभियान रैली निकालते हुए कह रहे हैं कि यह कोई विरोध नहीं, न आंदोलन है। यह 'रैली फॉर रिवर' देश की सूखती नदियों के बारे में जागरूकता पैदा करने का एक जन अभियान है। ऑस्कर पुरस्कार विजेता हॉलीवुड अभिनेता लियोनार्डों डिकैप्रियो ने भी सदगुरु जग्गी वासुदेव के 'कावेरी कॉलिंग' अभियान का समर्थन किया है।
यद्यपि सद्गुरु की पहल पर 'नर्मदा बचाओ आंदोलन' की नेता मेधा पाटकर का कहना है कि वह आने वाले समय में देश के एक और राम रहीम साबित होंगे। रिजर्व फारेस्ट एरिया में अवैध तरीके से स्थापित उनका ईशा फाउंडेशन आश्रम पर्यावरण को आघात पहुंचा रहा है। मेधा का आरोप है कि जग्गी वासुदेव ने अपने अभियान के जरिए 800 करोड़ रुपये जुटाए हैं।
यह भी सुनने में आ रहा है कि कुछ लोग पर्यावरण संरक्षण अभियान की आड़ में देश-विदेशों से मोटी एनजीओ फंडिंग लेने में जुटे हैं, जो जलवायु आपदा से आज असुरक्षित हो रही विश्व मानवता पर एक बड़े कलंक की तरह है क्योंकि 2017 में, भारत में जलवायु प्रदूषण के कारण पांच साल से कम उम्र के एक लाख बच्चों की मौत हो चुकी है। जलवायु परिवर्तन के चलते ही सिंधु घाटी सभ्यता का नामोनिशान मिट चुका है।