मिलिए मुंबई के कपल से जो ऑर्गैनिक सब्जी उगाकर कमा रहा लाखों
आप किसी 24 साल के युवा से खेती करने के बारे में पूछिए, पूरी संभावना है कि आपको जवाब न में मिलेगा। आखिर सच बात है कि आज के वक्त में कोई भी खेती के पेशे को नहीं अपनाना चाहता है। लेकिन मुंबई में रहने वाले जोशुआ लुईस और सकीना राजकोटवाला इसके अपवाद हैं। ये दोनों मुंबई में रहकर अनोखे ढंग से खेती करते हैं और ताजी सब्जियां उगाकर लोगों को ऑर्गैनिक फूड का विकल्प मुहैया करा रहे हैं।
2017 की बात है लुईस और सकीना पुडुचेरी गए थे जहां उन्होंने इंग्लैंड के रहने वाले कृष्णा मकेंजी से मुलाकात की जो वहां पर प्रकृति से जुड़कर खेती करने के काम में लगे हुए हैं। मुंबई लौटकर उन्होंने हर्बीवोर फार्म्स नाम से एक फार्म की शुरुआत की। यह मुंबई का पहला हाइपरलोकल हाइड्रोपॉनिक्स फार्म है जहां पर 2,500 से अधिक पौधे लगे हैं। यहां से ताजी और जैविक सब्जियों की सप्लाई होती है।
मुंबई में ताजी और ऑर्गैनिक सब्जियों के शौकीन लोगों को एक अच्छा विकल्प उपलब्ध कराने वाले इस दंपी ने कहा, 'हर्बिवोर फार्म्स मुंबई का पहला ऐसा फार्म है। यह अंधेरी ईस्ट में स्थित है। हम पत्तेदार हरी सब्जियां उगाते हैं। इसमें हाइड्रोपॉनिक्स विधि का इस्तेमाल किया जाता है।' हाइड्रोपोनिक्स एक ऐसी विधि होती है जिसमें मिट्टी की जगह पानी का इस्तेमाल होता है। पानी में पौधों की जड़ें डूबी होती हैं और एक केमिकल के जरिए उन पौधों को ऊर्जा मिलती रहती है। इसे घर के भीतर या छत पर लगाया जाता है और उसी के मुताबिक तापमान को नियंत्रित किया जाता है।
हर्बिवोर फार्म 1,000 sq ft एरिया में स्थित है और इसमें 2,500 तरह के पौधे हैं। सकीना कहती हैं, 'हाइड्रोपोनिक्स से जुड़े सारे सवालों का हल तो हम नहीं ढूंढ़ सके, लेकिन हमें इसके बारे में कई सारी चीजें मालूम हुईं। हमने कई सारी गलतियां कीं और उनसे कई सारी चीजें हमने जानी और सीखीं। हम जो सब्जियां उगाते हैं वे एकदम साफ सुथरे और स्वस्थ माहौल की होती हैं। हम किसी भी तरह के कीटनाशक का इस्तेमाल नहीं करते इसलिए इन्हें खाने से स्वास्थ्य पर किसी तरह का विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता है।'
सकीना आगे बताती हैं कि इसमें 80 प्रतिशत कम जल की आवश्यकता होती है और ये रीसर्कुलेटिंग सिंचाई व्यवस्था का इस्तेमाल होता है। जिस जल में सब्जियों का उत्पादन होता है उसमें पौधों के विकास के लिए कई तरह के सूक्ष्म पोषक तत्वों की उपस्थिति होती है। जिस तरह से पौधों को रखा जाता है उसमें सामान्य खेत से पांच गुना उत्पादन संभव हो जाता है। इतना ही नहीं ग्राहकों को फार्म से कुछ ही घंटे में सब्जियां डिलिवर हो जाती हैं।
सकीना बताती हैं कि 90 फीसदी लोग जो उनके यहां से सैंपल के तौर पर कुछ सब्जियां ले गए वे दोबारा वापस आए और नियमित ग्राहक बन गए। हर्बीवोरस फार्म ने प्रति माह 1,500 रुपये का सब्सक्रिप्शन प्लान बनाया है। इसमें हर सप्ताह एक बॉक्स सब्जी डिलिवर की जाती है। दक्षिण मुंबई के लोगों को डिलिवरी चार्ज अतिरिक्त देना पड़ता है। ग्राहकों से मिली प्रतिक्रिया के बारे में ये दंपती कहते हैं कि बॉक्स की लागत ज्यादा है लेकिन फिर भी वे ग्राहकों को अच्छी और ताजी सब्जियां उपलब्ध कराने में किसी तरह का समझौता नहीं करते।
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