मिलिए क्रैश में बच गए फाइटर पायलट से जो अब चला रहे हैं 4 बिजनेस
प्रताप बी. की उम्र सिर्फ 17 साल थी जब उन्हें फ्लाइंग पायलट लाइसेंस मिल गया था। ड्राइविंग लाइसेंस से पहले प्लेन उड़ाने का लाइसेंस पाने वाले प्रताप अब प्लेन तो नहीं उड़ाते हैं, लेकिन सपनों की दुनिया में उड़ना उन्हें आज भी पसंद है। एक प्लेन क्रैश में बाल बाल बचने के बाद प्रताप ने एयर फोर्स की नौकरी छोड़ दी थी। उसके बाद उन्होंने बिजनेस की दुनिया में कदम रखा और आज सफलतापूर्वक अपने बिजनेस को संभाल रहे हैं।
प्रताप चार बिजनेस वेंचर के मालिक हैं। उनके एक सोशल वेंचर का नाम पैटहोलराजा (PotholeRaja) है जो कि शहर में सड़कों पर गढ्ढों को पाटने का काम करता है। अपनी प्रेरणा के बारे में बात करते हुए वह बताते हैं, 'मुझसे हर मौके पर यह सवाल किया गया कि क्या मैं ये कर सकता हूं? क्या मैं ऐसा करने के काबिल भी हूं।'
वे जब कॉलेज में थे तब उन्होंने दिल्ली में आयोजित होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में कर्नाटक राज्य का प्रतिनिधित्व किया था। उन्हें तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी द्वारा सम्मानित भी किया गया था। बाजपेयी जी की कही बातें याद करते हुए वह बताते हैं, 'उन्होंने मुझसे कहा था, बच्चे अभी तुम्हें लंबा सफर तय करना है।' इसके बाद प्रताप को यूके जाने का मौका मिला जहां उन्होंने प्लेन उड़ाने की ट्रेनिंग हासिल करने का मौका मिला। उसी वक्त प्रताप ने तय कर लिया था कि जिंदगी में उन्हें कुछ बड़ा करना है।
वे कहते हैं, 'मैं वक्त से 15-20 साल की आगे की सोच कर चलता हूं। इससे मुझे अपना लक्ष्य तय करने में आसानी होती है। मेरा पहला लक्ष्य स्पीड बैरियर को क्रॉस करना था जो कि मैंने फाइटर जेट प्लेन उड़ाते हुए किया भी।' प्रताप का दूसरा सपना एयर चीफ मार्शल बनने का था, लेकिन एक प्लेन हादसे के बाद उन्हें यह सपना छोड़ना पड़ा। इसके बाद वे कॉर्पोरेट की दुनिया में आ गए। यहां आकर उन्होंने सोचा कि एयर चीफ मार्शल के समकक्ष क्या हो सकता है, तो उन्हें चीफ एक्सपीरिएंस ऑफिसर (CXO) के बारे में मालूम चला। प्रताप एचपी कंपनी में ग्लोबल वाइस प्रेसिडेंट थे और इस पद पर पहुंचने वाले वे सबसे युवा अधिकारी थे।
पिछले 8 सालों से प्रताप बिजनेस की दुनिया में अपना मुकाम स्थापित कर रहे हैं। वे समय-समय पर अपनी क्षमताओं का आकलन करते रहते हैं। उनकी नजर में सफलता हासिल करने के लिए कुछ जरूरी चीजें हैं:
आपको हर हालत में दुनिया भर के लोगों से संचार स्थापित करने में सक्षम होना चाहिए। चाहे वे कोई भी हों।
डेटा की अच्छी जानकारी होनी चाहिए।
अपने आइडिया को बेचने की क्षमता होनी चाहिए।
ऐसा नजरिया होना चाहिए जिससे कि स्थानीय स्तर पर जुड़े रहने के बाद भी दुनिया भर से संपर्क स्थापित हो सके।
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