कोरोनावायरस महामारी में मॉस्को का ये कारोबारी जी रही डिलीवरी मैन की जिंदगी
मॉस्को, रूस की राजधानी मॉस्को के एक कारोबारी लॉकडाउन के दौरान डिलीवरी मैन की जिंदगी जीने की कोशिश कर रहे हैं और कम तनख्वाह वाली, लेकिन भोजन पहुंचाने का शारीरिक रूप से सक्रियता वाला काम कर रहे हैं।
सर्जेइ नोचोवनी (38 वर्ष) ने बताया कि महामारी की वजह से उनके कारोबार को नुकसान नहीं पहुंचा है लेकिन वह एक मशहूर डिलीवरी कंपनी के साथ इसलिए जुड़े हैं क्योंकि वह जिंदगी को दूसरे नजरिये से देखना चाहते हैं और लॉकडाउन के कारण लागू पांबदियों के बीच बाहर जाना चाहते हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रशासन ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए मॉस्को के लोगों को घरों में ही रहने को कहा है और केवल नजदीकी दवा की दुकानों तक जाने की अनुमति दी है जिसकी वजह से डिलीवरी सेवा की मांग बढ़ गई है।
नोचोवनी ने बताया कि वह खाना पहुंचाने के लिए रोजाना करीब 20 किलोमीटर चलते हैं। 12 साल चीन में बिताने के बाद पिछले साल ही रूस लौटे कारोबारी डिलीवरी मैन के तौर पर रोजाना 1000 से 1500 रुबल (करीब 1000 से 1550 रुपये) कमाते हैं जबकि वह अपने कारोबार से हर साल 20 लाख डॉलर (करीब 15 करोड़ रुपये) की कमाई करते हैं।
उन्होंने कहा कि नए काम से उन्हें शारीरिक गतिविधि करने में मदद मिलती है जिसकी कमी वह लॉकडाउन के दौरान महसूस कर रहे थे। इसके साथ ही दिनभर इंटरनेट पर काम करने से छुट्टी मिली है।
Edited by रविकांत पारीक