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एनएचएआई ने राष्‍ट्रीय राजमार्गों पर पौधारोपण की निगरानी के लिए मोबाइल ऐप ‘हरित पथ’ किया शुरू

एनएचएआई ने राष्‍ट्रीय राजमार्गों पर पौधारोपण की निगरानी के लिए मोबाइल ऐप ‘हरित पथ’ किया शुरू

Saturday August 22, 2020 , 2 min Read

पौधे के स्थान, उसकी वृद्धि, प्रजातियों के विवरण, रखरखाव गतिविधियां, लक्ष्य और उपलब्धियों की निगरानी के लिए 'हरित पथ' नाम का एक मोबाइल ऐप विकसित किया है।

चित्र साभार: पीआईबी हिन्दी

चित्र साभार: पीआईबी हिन्दी



सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने सम्‍पूर्ण वृक्षारोपण परियोजना के अंतर्गत अपनी फील्‍ड इकाई के प्रत्‍येक पौधे के स्थान, उसकी वृद्धि, प्रजातियों के विवरण, रखरखाव गतिविधियां, लक्ष्य और उपलब्धियों की निगरानी के लिए 'हरित पथ' नाम का एक मोबाइल ऐप विकसित किया है। ऐप की शुरूआत आज केन्‍द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने की।


एनएचएआई की एक विज्ञप्ति के अनुसार, राष्ट्र को अपनी सेवा के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर, इसने हाल ही में ‘हरित भारत संकल्प ’शुरू किया है, जो एक राष्ट्रव्यापी वृक्षारोपण अभियान है जो पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता को बढ़ावा देने की उसकी प्रतिबद्धता के अनुरूप है। इस पहल के अंतर्गत, एनएचएआई ने 21 जुलाई से 15 अगस्त 2020 के बीच राष्ट्रीय राजमार्गों पर 25 दिन में 25 लाख पौधे लगाए। यह अभियान चालू वर्ष के दौरान पौधारोपण की कुल संख्या को 35.22 लाख तक ले जाता है।


राष्ट्रीय राजमार्गों को हरित बनाने के सामूहिक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एनएचएआई के क्षेत्रीय कार्यालयों द्वारा राष्ट्रव्यापी वृक्षारोपण अभियान को सक्रिय रूप से हाथ में लिया गया है। उत्तर प्रदेश में राष्‍ट्रीय राजमार्गों पर अधिकतम 5.0 लाख पौधे, इसके बाद राजस्थान में 3.0 लाख और मध्य प्रदेश में 2.67 लाखसे अधिक पौधे लगाए गए हैं। पौधों के 100% जीवित रखने के लिए, राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ 1.5 मीटर की न्यूनतम ऊंचाई वाले वृक्षों या बड़ी झाडि़यों की कतार लगाने पर जोर दिया गया है


विज्ञप्ति में कहा गया है कि पौधों की वृद्धि और उनकी सेहत पर नज़र रखने के लिए, हरित पथ का उपयोग करके अधिकार में लिए गए पौधों के डेटा के साथ तस्वीरें एनएचएआई के एआई संचालित बिग डेटा एनालिटिक्स प्लेटफ़ॉर्म - डेटा लेक पर हर 3 महीने में अपलोड की जाएंगी। राजमार्ग ठेकेदार लगाए गए पौधों के रखरखाव और लापता / मुरझाए हुए पौधों को बदलने के लिए जवाबदेह होंगे। पौधों के की वृद्धि और विकास को इस काम के लिए ठेकेदारों के भुगतान से जोड़ा जाएगा।


(सौजन्य से- PIB दिल्ली)