नितिन परांजपे: एरिया सेल्स मैनेजर से हिंदुस्तान यूनिलीवर के COO बनने की कहानी

नितिन परांजपे
भारतीय प्रतिभाओं का लोहा पूरी दुनिया मान चुकी है, तभी तो गूगल से लेकर माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों के शीर्ष पदों पर भारतीय विराजमान हैं। इस कड़ी में नया नाम जुड़ा है नितिन परांजपे और संजीव मेहता का। कॉर्पोरेट दुनिया की ये दोनों शख्सियतें अब हिंदुस्तान लीवर जैसी दुनिया की शीर्ष एफएमसीजी कंपनी में ऊंचे पद पर काम करेंगे। नितिन परांजपे को प्रमोट करते हुए कंपनी ने सीओओ बनाया है वहीं संजीव मेहता को यूनिलीवर के साउथ एशिया का प्रेसिडेंट बनाया है।
55 वर्षीय नितिन परांजपे मूल रूप से मुंबई के रहने वाले हैं। अब उनके हाथों में 1,69,500 करोड़ रुपये वाली हिंदुस्तान लीवर की बागडोर होगी। नितिन ने मुंबई के जमनालाल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से 1987 में मार्केटिंग में मास्टर्स की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद वे लार्सन एंड टूब्रो कंपनी से बतौर इंजीनियरिंग ट्रेनी जुड़ गए। यहां कुछ दिनों तक काम करने के बाद वे हिंदुस्तान लीवर लिमिटेड से जुड़े। हिंदुस्तान यूनिलीवर तब हिंदुस्तान लीवर लिमिटेड हुआ करती थी। यहां वे डिटर्जेंट के लिए एरिया सेल्स मैनेजर का काम करते थे।
2013 में दिए एक इंटरव्यू में नितिन ने बताया था कि ये नौकरी उनके लिए बड़ी थी और वे मानते थे कि अगर वे कंपनी के सेल्स या मार्केटिंग हेड बन जाएं तो उनके लिए काफी बड़ी सफलता होगी। लेकिन उनकी मेहनत और लगन ने आज उन्हें कंपनी के शीर्ष पर पहुंचा दिया है। अब हिंदुस्तान यूनिलीवर में शीर्ष पदों पर तीन भारतीय काम कर रहे हैं, इनमें संजीव मेहता, यूनिलीवर की CHRO लीना नायर और नितिन परांजपे शामिल हैं।
हालांकि इन शख्सियतों के अलावा कई और लोग हिंदुस्तान यूनिलीवर के लिए अलग-अलग देशों में काम कर रहे हैं। HUL के पूर्व वाइस प्रेसिडेंट और एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर (पर्सनल केयर) समीर सिंह यूनिलीवर के स्किन क्लींजिंग के ग्लोबल एग्जिक्युटिव वाइस प्रेसिडेंट हैं, वहीं बी. वी. प्रदीप अभी फिलहाल यूनिलीवर के ग्लोबल वाइस प्रेजिडेंट (कंज्यूमर ऐंड मार्केट) हैं। आपको बता दें कि HUL अमेरिका के बाद भारत में सबसे ज्यादा बिजनेस करती है।
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