स्विगी के Dineout के खिलाफ NRAI का कैंपेन, रेस्त्रां पार्टनर्स से लॉग आउट की अपील
रेस्त्रां के संगठन नैशनल रेस्त्रां असोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) ने अपनी टाउनहॉल मीटिंग में स्विगी का डाउनआउट प्लैटफॉर्म उनके मेंबर्स के डाइन-इन बिजनेस के लिए काफी घाटे का सौदा साबित हो रहा है.
नैशनल रेस्त्रां असोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) और फूड डिलीवरी प्लैटफॉर्म ऐप्स के बीच की टक्कर थमती नहीं आ रही है. NRAI ने अब अपने 5 लाख मेंबर्स को स्विगी के डाइनाउट ऐप से लॉगआउट करने को कहा है. Inc42 की रिपोर्ट के मुताबिक 7 अक्टूबर को NRAI की टाउनहॉल मीटिंग हुई थी जिसमें टॉप एग्जिक्यूटिव्स ने कहा कि डाइनआउट ऐप पर स्विगी कस्टमर्स को भारी भरकम डिस्काउंट ऑफर कर रहा है. इससे रेस्त्रां का Dine-in बिजनेस पूरी तरह बिगड़ जाएगा.
इस टाउनहॉल के दौरान
, और Smoke House Deli जैसे फूड डिलीवरी के मालिक इस टाउनहॉल के दौरान बतौर स्पीकर की तरह शामिल थे. आपको बता दें कि बेंगुलरु में हेडऑफिस रखने वाली स्विगी ने इसी साल मई में डाइनिंग आउट और टेक प्लैटफॉर्म डाइनआउट को खरीद लिया था.सितंबर 2019, NRAI और उसके रेस्त्रां पार्टिनर्स ने मिललकर जोमैटो गोल्ड के खिलाफ #Logout campaign चलाया था. उनका आरोप था कि जोमैटो कस्टमर्स की बुकिंग के लिए रेस्त्रां से भारी भरकम कमिशन ले रही थी और कस्टमर्स को खाने और बेवरेजेज पर मोटा डिस्काउंट ऑफर कर रही थी, जो रेस्त्रां के बिजनेस के लिए घाटे का सौदा था.
इंडिगो हॉस्पिटैलिटी के फाउंडर और NRAI के ट्रस्टी अनुराग कटियार ने टाउनहॉल के दौरान कहा कि जोमैटो गोल्ड के खिलाफ जो हमने कैंपेन चलाया वो सफल रहा. उस कैपेंन के चलते जोमैटो को अपना गोल्ड प्रोग्राम बंद करना पड़ा. वैसी ही स्ट्रैटजी अब जोमैटो और स्विगी मिलकर डाउनआउट ऐप के जरिए चला रहे हैं. डाइनआउट की मालिक स्विगी है जबकि उस ऐप पर पेमेंट गेटवे जोमैटो का है. इस तरह की स्ट्रैटजी से हमारा(रेस्त्रां) का डाइन बिजनेस पूरी तरह चौपट हो जाएगा.
NRAI के मुताबिक, रेस्त्रां के पूरे बिजनेस में ऑनलाइन डिलीवरी की हिस्सेदारी 15-20 फीसदी है. उसने दावा कि जोमैटो स्विगी जैसे एग्रीगेटर कस्टमर डेटा, कमिशन, डिलीवरी चार्जेज पर डिस्काउंट जैसी तमाम चीजें उनके ही हाथ में होती हैं इसलिए रेस्त्रां के हिस्से जीरो मार्जिन आता है.
इंप्रेसारियो हैंडमेड रेस्त्रां, जिसके पास देश भर में 61 रेस्त्रां की चेन है उसके सीईओ और एमडी रियाज अमलानी ने जोमैटो और स्विगी को न्यू डिजिटल लैंडलॉर्ड्स (नए जमाने के मकानमालिक) करार दिया. उन्होंने कहा कि उनके रेस्त्रां ने डाइनआउटल से लॉगआउट करने के बाद भी जबरदस्त ग्रोथ दर्ज की है. इसलिए इस बात की गलतफहमी नहीं रहनी चाहिए डाइन आउट पर नहीं रहने से रेस्त्रां का बिजनेस बंद हो जाएगा या नहीं चल पाएगा.
आपको बता दें कि रेस्त्रां के असोसिएशन की तरफ से गलत कारोबारी व्यवहार अपनाने के आरोप के बाद जोमैटो और स्विगी दोनों पर भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (Comeptition Commission Of India) ने दोनों फूड एग्रीगेटर्स के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं.

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Edited by Upasana
