OLA ने तमिलनाडु में 100GWH गीगाफैक्ट्री का निर्माण शुरू किया
गीगाफैक्ट्री एक ऐसी फैक्ट्री होती है जहां इलेक्ट्रीफिकेशन और डीकार्बोनाइजेशन टेक्नोलॉजी से संबंधित इक्विपमेंट्स और कंपोनेंट्स बनाए जाते हैं.
इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी
ने बुधवार को कहा कि उसने तमिलनाडु में अपनी मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री में 100 गीगावॉट गीगाफैक्ट्री का निर्माण शुरू कर दिया है.कंपनी ने आज तमिलनाडु के कृष्णागिरी में अपनी सेल फैक्ट्री का पहला पिलर स्थापित कर दिया है.
बता दें कि गीगाफैक्ट्री एक ऐसी फैक्ट्री होती है जहां इलेक्ट्रीफिकेशन और डीकार्बोनाइजेशन टेक्नोलॉजी से संबंधित इक्विपमेंट्स और कंपोनेंट्स बनाए जाते हैं.
फरवरी में, ओला ने तमिलनाडु सरकार के साथ राज्य में इलेक्ट्रिक कारों, दोपहिया वाहनों और लिथियम सेल गीगाफैक्ट्री के निर्माण के लिए 7,614 करोड़ रुपये के निवेश के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे.
115 एकड़ में फैली, ओला गीगाफैक्ट्री के अगले साल की शुरुआत में 5 गीगावाट (गीगा वाट घंटे) की प्रारंभिक क्षमता के साथ कामकाज शुरू होने की उम्मीद है. कंपनी के एक बयान में कहा गया है कि इसे चरणों में 100GWh तक बढ़ाया जाएगा.
पूरी क्षमता से कामकाज शुरू होने पर दावा किया गया है कि फैक्ट्री दुनिया की सबसे बड़ी सेल मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्रियों में से एक होगी.
कंपनी के फाउंडर और सीईओ भाविश अग्रवाल ने कहा, "यह हमारे लिए गर्व का क्षण है क्योंकि हमने आज अपनी गीगाफैक्ट्री का पहला पिलर स्थापित किया है. हमारी गीगाफैक्ट्री भारत की विद्युतीकरण यात्रा में एक प्रमुख मील का पत्थर होगी, जो हमें भारत को वैश्विक ईवी हब बनाने के करीब लाएगी."
ओला ने सेल और बैटरी अनुसंधान और विकास में भी निवेश किया है और बेंगलुरु में एडवांस सेल R&D सुविधाओं में से एक की स्थापना की है.
राज्य सरकार के साथ हस्ताक्षरित एमओयू के अनुसार, कंपनी एक इलेक्ट्रिक वाहन हब स्थापित करेगी जिसमें एडवांस सेल और इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग सुविधाएं, विक्रेता और आपूर्तिकर्ता पार्क और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बड़ा सहायक इकोसिस्टम एक ही स्थान पर होगा.
(Translated by: रविकांत पारीक)
Edited by रविकांत पारीक