इस साल के अंत तक 3 बिलियन डॉलर मूल्य छू सकता है ग्रोसरी सेगमेंट
रिपोर्ट में कहा गया है कि इनोवेशन और साझेदारी भारतीय ई-किराना के लिए आगे का रास्ता खोलेगी।
एक रिपोर्ट के अनुसार कोविड महामारी के बाद रिलायंस जैसे बड़े समूह भागीदारी के साथ भारत में ऑनलाइन ग्रॉसरी सेगमेंट में विकास को बढ़ावा देने की उम्मीद कर रहे हैं।
परामर्शदाता फर्म RedSeer की रिपोर्ट और ऑनलाइन ग्रॉसरीम प्लेयर बिगबास्केट अनुसार बढ़ती मांग से मेल खाते समय रैंप की आपूर्ति के साथ, ई-किराना 2019 में 1.9 बिलियन डॉलर से 2024 तक 18.2 बिलियन डॉलर तक तेजी से बढ़ेगा। यह 57 प्रतिशत के सीएजीआर में बढ़ रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, "COVID-19 के दौरान, उपभोक्ताओं ने ऑनलाइन ऑर्डर करने के लिए एक बढ़ी हुई प्रवृत्ति दिखाई है। इस व्यवहार का एक बहुत कुछ छड़ी की संभावना है... Jio जैसे बड़े खिलाड़ियों का प्रवेश टियर II व अन्य शहरों (एक बड़ा, अपेक्षाकृत अप्रयुक्त बाजार) के बीच जगह बनाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्लिपकार्ट/अमेज़ॅन जैसे बड़े हॉरिज़ॉन्टल से लेकर अन्य ऑनलाइन खिलाड़ियों में दिलचस्पी बढ़ेगी।
इसमें कहा गया है कि जहां लॉकडाउन में ई-ग्रॉसरी में वृद्धि प्रभावशाली रही है, वहीं इस सेगमेंट में साल के अंत तक जीएमवी (ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू) रन-रेट में 2.6 गुणी ग्रोथ देखने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इनोवेशन और साझेदारी भारतीय ई-किराना के लिए आगे का रास्ता खोलेगी।
रिपोर्ट के अनुसार लॉकडाउन के शुरुआती दिनों में कुछ चुनौतियां थीं, उस दौरान ई-ग्रोसरी श्रेणी 73 प्रतिशत बढ़ी। ताजा सब्जियों और फलों में 144 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जबकि एफएमसीजी उत्पादों में 150 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
(सौजन्य से- PTI)