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2022 में संसद सत्र नये संसद भवन में आयोजित होगा: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला

2022 में संसद सत्र नये संसद भवन में आयोजित होगा: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला

Thursday January 09, 2020 , 2 min Read

भारत वर्ष 2022 में अपनी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर नये संसद भवन में अपना सत्र आयोजित करेगा। नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक फैले ‘‘सेंट्रल विस्टा’’ के पुनर्विकास का कार्य आरंभ कर दिया गया है। राष्ट्रमंडल देशों की संसद के अध्यक्षों और पीठासीन अधिकारियों के 25वें सम्मेलन में कनाडा की राजधानी ओटावा में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा

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फोटो क्रेडिट: dainikreporters



लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को कहा कि भारत 2022 में अपनी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर नये संसद भवन में उसका सत्र आयोजित करेगा।


राष्ट्रमंडल देशों की संसद के अध्यक्षों और पीठासीन अधिकारियों के 25वें सम्मेलन में कनाडा की राजधानी ओटावा में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा,

‘‘नये भारत के सपने को साकार करने के लिए संसद भवन में संसद सदस्यों तथा अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए पर्याप्त सुविधाएं एवं स्थान उपलब्ध कराने की जरूरत है।’’


उन्होंने कहा,

‘‘भारत वर्ष 2022 में अपनी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर नये संसद भवन में अपना सत्र आयोजित करेगा।’’



बिरला ने कहा कि नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक फैले ‘‘सेंट्रल विस्टा’’ के पुनर्विकास का कार्य आरंभ कर दिया गया है। इस पुनर्विकास कार्य का लक्ष्य कम से कम 250 वर्षो की भावी आवश्यकताओं को पूरा करना है।


लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि संसद भवन की वास्तुकला किसी देश और देशवासियों की आकांक्षाओं का प्रतीक होती है और यह राष्ट्र के स्वरूप, उसकी परंपराओं तथा सांस्कृतिक विरासत का भी मूर्त रूप होती है।


उन्होंने कहा कि विधिनिर्माताओं की बढ़ती संख्या और सांसदों के बढ़ते हुए कार्य के परिणामस्वरूप पूरे विश्व में विधानमंडलों का विस्तार हो रहा है।


बिरला ने इस बात पर बल दिया कि संसद भवनों के नवीकरण और पुनर्निर्माण से सांसदों की संस्कृति, तकनीक और संरचना में ऐसे बदलाव करने का अवसर मिलता है जिससे नागरिकों को अपनी संसद से जुड़ने और लोकतंत्र को मजबूत बनाने में सहायता मिलती है।


उन्होंने कहा कि भारत की संसद के नये भवन की रूपरेखा को अंतिम रूप देते समय सभी व्यक्तियों की राय ली जाती है और नये संसद भवन के निर्माण के समय उनके सुझाव पर भी अमल किया जायेगा।


(Edited by रविकांत पारीक )