बेंगलुरु एयरपोर्ट पर पैसेंजर्स को मिलेगा वर्चुअल रिएलिटी का अनुभव, दुनिया के चुनिंदा मेटापोर्ट में हुआ शामिल
दिलचस्पी रखने वाले ट्रैवलर और नागरिक www.Blrmetaport.Com पर लॉग इन करके सकते हैं और अपनी डिवाइस के जरिए एयरपोर्ट का वर्चुअल टूर कर सकते हैं. कस्टमर्स को 3डी इंटरफेस इंटरैक्शन के लिए नए तरीके ऑफर करेगा जैसे- फ्लाइट में चेकइन, नैविगेट करते टर्मिनल, शॉपिंग और अन्य पैसेंजर्स के साथ इंटरैक्टशन वगैरह.
बेंगलुरु के एयरपोर्ट पर जाने वाले यात्री मेटावर्स का एक्सपीरियंस ले पाएंगे. केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, बेंगलुरु (BLR Airport) के ऑपरेटर बैंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (BIAL) ने मंगलवार को ‘बीएलआर मेटापोर्ट’ के पहले चरण के लॉन्च की घोषणा की.
BIAL ने एक बयान में कहा कि इस नए लॉन्च के साथ ही BLR एयरपोर्ट का टर्मिनल-2 दुनिया के पहले टर्मिनलों में से एक बन गया है, जिसे मेटावर्स पर एक्सपीरियंस किया जा सकता है.
बयान में कहा गया, दिलचस्पी रखने वाले ट्रैवलर और नागरिक www.Blrmetaport.Com पर लॉग इन करके सकते हैं और अपनी डिवाइस के जरिए एयरपोर्ट का वर्चुअल टूर कर सकते हैं.
इसे अमेजन वेब सर्विसेज (AWS) और Polygon की साझेदारी में तैयार किया गया है. BLR मेटापोर्ट, BLR एयरपोर्ट के नए लॉन्च हुए टर्मिनल 2 का इमर्सिव, थ्री-डायमेंशनल (3D) वर्चुअल एक्सपीरिएंस ऑफर करेगा.
BLR मेटापोर्ट के जरिए ट्रैवलर्स के डिजिटल एक्सपीरियंस को और बेहतर बनाया जा सकेगा. कस्टमर्स को 3डी इंटरफेस एयरपोर्ट पर इंटरैक्शन के लिए नए तरीके ऑफर करेगा जैसे- फ्लाइट में चेकइन, नैविगेट करते टर्मिनल, शॉपिंग और अन्य पैसेंजर्स के साथ इंटरैक्ट करने जैसे सोशल एक्टिविटी.
BLR मेटापोर्ट जॉइंट इनोवेशन सेंटर (JIC) ने तैयार किया है. BIAL, AWS और Intel ने इसी साल अप्रैल 2022 में इसकी घोषणा की थी. JIC एविएशन क्षेत्र में डिजिटल सलूशन को आसानी से अडाप्ट करने और उनके डिवेलपमेंट का काम देखता है.
BIAL के चीफ स्ट्रैटजी एंड डिवेलपमेंट ऑफिसर सत्यकी रघुनाथ ने कहा, 'वेब3 और एनएफटी की दुनिया में यह हमारा पहला कदम है. हम पैसेंजर्स को एक खास वर्चुअल एक्सपीरिंयस देने की कोशिश करेंगे.'
BIAL जेआईसी के मिशन को फायदा उठाते हुए एक नया बिजनेस मॉडल्स और पैसेंजर्स को उच्च स्तर का अनुभव देना चा रही है. साथ ही इंडिया में कमर्शल एविशन में टेक्नोलॉजी इनोवेशन में अग्रणी बनने के मकसद से ये कदम उठा रही है.
BLR मेटापोर्ट को डिसेंट्रलाइजेशन के फंडामेंटल्स पर बनाया गया है, जहां पूरे नेटवर्क के लिए डिसिजन मेकिंग का काम एक सेंट्रल एंटिटी करती है. BLR मेटापोर्ट पर पॉलीगॉन ब्लॉकचेन का इस्तेमाल किया गया है और इसे AWS पर बनाया गया है.
अनुमान के मुताबिक टर्मिनल 2 के पहले फेज को बनाने में 13000 करोड़ रुपये का खर्च आने वाला है. यह टर्मिनल करीबन ढाई लाख स्क्वैयर मीटर में बना होगा. दूसरे चरण में 4.41 लाख स्क्वैयर मीटर एरिया टर्मिनल में और जोड़ा जाएगा.
नए टर्मिनल का पहला चरण पूरा होने के बाद एक साल में 2.50 लाख पैसेंजर्स को सेवा दी जा सकेगी. 11 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केम्पगोवड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर टर्मिनल 2 का उद्घाटन किया था.
Edited by Upasana