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सर्दी के बीच बड़ी संख्या में विश्व पुस्तक मेला पहुँच रहे हैं लोग, अपनी पसंद की किताबें पाकर खिल रहे हैं चेहरे

सर्दी के बीच बड़ी संख्या में विश्व पुस्तक मेला पहुँच रहे हैं लोग,  अपनी पसंद की किताबें पाकर खिल रहे हैं चेहरे

Thursday January 09, 2020 , 2 min Read

नई दिल्ली के प्रगति मैदान में जारी विश्व पुस्तक मेले में बड़ी संख्या में लोग पहुँच रहे हैं। यह पुस्तक मेला 4 जनवरी से 12 जनवरी तक चलेगा।

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किताबों के इस महाकुंभ में बड़ी संख्या में लोग पहुँच रहे हैं। (image: internet)



नए साल और दिल्ली की सर्द के बीच जारी है विश्व पुस्तक मेला। इस मेले पढ़ने के शौकीन या यूं कहें कि किताबों के दीवाने बड़ी संख्या में पहुँच रहे हैं। यह विशाल पुस्तक मेला 4 जनवरी से 12 जनवरी तक चलेगा।


नई दिल्ली के प्रगति मैदान पर जारी इस पुस्तक मेले में बड़ी संख्या में युवा पहुँच रहे हैं। इन युवाओं में छात्रों की संख्या भी काफी अधिक है।


एक ओर आज जहां इंटरनेट, किंडल और वेब सिरीज़ का जमाना है, इसके बावजूद बड़ी संख्या में अपनी पसंद की विधाओं से जुड़ी किताबें खरीदते हुए देखे जा रहे हैं।


इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, विश्व पुस्तक मेले में बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं और अपनी पसंद की किताबें भी खरीद रहे हैं। इनमें से बड़ी संख्या में वो लोग हैं, जिन्होने ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को सब्सक्राइब कर रखा है, लेकिन इसके चलते किताबों के प्रति उनकी दीवानगी पर जरा भी फर्क नहीं पड़ा है।



किताबों को पसंद करने वाले लोगों को किताब महज हाथ में पकड़ कर भी आनंद की अनुभूति होती है, ऐसे में किंडल या अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म अभी भौतिक किताबों की जगह लेने में कामयाब नहीं हो सके हैं।


प्रकाशकों की अधिकता और लोगों तक किताबों के पहुँचने में अब बढ़ी सुगमता के चलते किताबों के दामों में भी कमी दर्ज़ की गई है, वहीं अमेज़न जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स ने लोगों तक उनकी पसंद की किताबों की उपलब्धता को काफी आसान बना दिया है, हालांकि अमेजन अपने उत्पादन किंडल पर भी बराबर फोकस कर रहा है।


गौरतलब है कि 2020 तक भारत में किताबों का व्यवसाय 749 अरब रुपयों तक जाने की संभावना है। किताबों के इस संसार में अब प्रकाशकों की संख्या में भी अभूतपूर्व बढ़ोत्तरी हुई है।


सोशल मीडिया ने लोगों तक किताबों के पहुँचने के रास्ते को काफी हद तक सुगम बना दिया है। अब लेखक अपनी किताबों को लेकर सोशल मीडिया के जरिये अधिक से अधिक लोगों तक पहुँच पा रहे हैं, जिसके चलते उन्हे उनकी किताबों के प्रमोशन में आसानी हो रही है।