प्लांट बेस्ड सीफूड स्टार्टअप The ISH Co. ने जुटाई 41 करोड़ रुपये की फंडिंग
2020 में स्थापित, The ISH Co. कंपनी सामन, कॉड, केकड़ा और लॉबस्टर के शाकाहारी विकल्प का एक पोर्टफोलियो बना रही है. इसने पिछले साल झींगा की पेशकश करके अपनी शुरुआत की थी.
प्लांट बेस्ड सीफूड के विकल्प मुहैया कराने वाली कंपनी
ने ओवरसब्सक्राइब सीड राउंड में 41 करोड़ रुपये (50 लाख डॉलर) से अधिक राशि जुटाई है. स्टार्टअप ने आज तक लगभग 82 करोड़ रुपये (1 करोड़ डॉलर) जुटाए हैं.2020 में स्थापित, The ISH Co. कंपनी सामन, कॉड, केकड़ा और लॉबस्टर के शाकाहारी विकल्प का एक पोर्टफोलियो बना रही है. इसने पिछले साल झींगा की पेशकश करके अपनी शुरुआत की थी.
झींगे के स्वाद वाला प्रोडक्ट हरे नारियल, सोया प्रोटीन और कोनजैक के साथ तैयार किया जाता है और देशभर के विभिन्न रेस्तरां, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में परोसा जाता है.
बता दें कि, ISH इनोवेटिव, सस्टेनेबल और हेल्थी का एक्रॉनिम है. स्टार्टअप इस फंड का इस्तेमाल भविष्य की पार्टनरशिप की नींव रखते हुए ग्रोथ और नए प्रोडक्ट के डेवलपमेंट को सपोर्ट करने के लिए करेगा. स्टार्टअप ने हाल ही में चिकन ऑफ द सी की मूल कंपनी थाई यूनियन ग्रुप के साथ एक मार्केटिंग और डिस्ट्रिब्यूशन पार्टनरशिप स्थापित की है.
स्टार्टअप के सीईओ बर्नार्ड डेविड ने कहा कि पिछले कुछ सालों में प्लांट बेस्ड मार्केट बहुत तेजी से ग्रो किया है और लेकिन अभी भी सीफूड के सेक्शन में काफी कमी है.
वर्तमान में, दो-तिहाई सीफूड घर से दूर खाया जाता है, यही कारण है कि हमने शुरू में रेस्तरां और विश्वविद्यालयों में कंज्यूमर्स के लिए प्लांट बेस्ड फूड्स में विविधता लाने के लिए स्वस्थ और टिकाऊ प्लांट बेस्ड सीफूड विकल्प प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया है.
सीड राउंड का नेतृत्व ACCELR8 द्वारा किया गया था, जिसमें स्ट्रे डॉग कैपिटल और कई एंजेल निवेशकों की भागीदारी थी.
Edited by Vishal Jaiswal