पीएम मोदी ने छात्रों के साथ की 'परीक्षा पे चर्चा', दिये परीक्षा के दौरान तनावमुक्त रहने के टिप्स
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम के तीसरे संस्करण में पीएम मोदी ने छात्रों को परीक्षा के संदर्भ में कई महत्वपूर्ण टिप्स दिये, साथ ही पीएम मोदी ने छात्रों को टेक्नालजी के बेहतर इस्तेमाल के लिए प्रेरित किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने परीक्षा के इस मौसम में छात्रों के साथ ‘परीक्षा पे चर्चा’ की। यह आयोजन राजधानी नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित किया गया। प्रधानमंत्री मोदी हर साल छात्रों से इस कार्यक्रम में बात कर उन्हे परीक्षा के समय तनावमुक्त रहने की टिप्स देते हैं।
‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम से पहले बड़ी संख्या में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने प्रधानमंत्री को सुझाव व इनपुट भेजे थे। पीएम मोदी ने इस संबंध में ट्वीट करते हुए लिखा,
“परीक्षा पर चर्चा के लिए लाखों छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने अपने इनपुट और सुझाव दिये। परीक्षा की तैयारी, परीक्षा और परीक्षा के बाद अंतर्दृष्टि प्रदान करने के लिए ये बेहद मूल्यवान हैं।”
तालकटोरा स्टेडियम में हुए इस आयोजन में दिव्यांग छात्रों के लिए विशेष व्यवस्था का आयोजन किया गया था। दिव्यांग छात्रों को उनके घर से लाने के साथ ही स्टेडियम में भी उनके बैठने के लिए उचित व्यवस्था की गई थी।
‘परीक्षा पे चर्चा’ का यह तीसरा संस्कारण है। पहली बार इस कार्यक्रम का आयोजन 16 फरवरी 2018 को हुआ था, जबकि पिछली बार इसका आयोजन 29 जनवरी 2019 को हुआ था। इस कार्यक्रम में देश के साथ विदेश से भी छात्र जुड़ते हैं।
इस कार्यक्रम में 2 हज़ार छात्रों और अध्यापकों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए 1,050 छात्रों का चयन निबंध प्रतियोगिता के जरिये किया गया था। कार्यक्रम का प्रसारण सरकारी चैनलों, सभी प्रमुख चैनलों के साथ ही यूट्यूब पर भी किया गया।
कार्यक्रम के आयोजन को लेकर तालकटोरा स्टेडियम में कड़ी सुरक्षा का प्रबंध किया गया। बीते साल हुई ‘परीक्षा पे चर्चा’ पर पीएम मोदी ने 16 सवालों के जवाब दिये थे, वहीं 2018 में हुए आयोजन में प्रधानमंत्री ने 10 सवालों का जवाब दिया था। गौरतलब है कि बीते साल ‘परीक्षा पे चर्चा’ के लिए 1 लाख 40 हज़ार छात्रों की प्रिविष्टियाँ मिलीं थीं।
आज तालकटोरा स्टेडियम पहुँच कर प्रधानमंत्री ने सबसे पहले छात्रों द्वारा बनाई गई पेंटिंग्स को देखा, इस दौरान प्रधानमंत्री छात्रों की कला की सराहना भी करते हुए नज़र आए, मंच पर पहुँचकर पीएम मोदी ने सबसे पहले छात्रों को नववर्ष की शुभकामनाएँ दीं।
पीएम ने अपने सम्बोधन में चंद्रयान-2 का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने बताया कि चंद्रयान की विफलता से देश निराश हो गया था। पीएम ने बताया कि इस दौरान उन्होने अपने कार्यक्रम में बदलाव करते हुए सुबह वैज्ञानिकों से मुलाक़ात करते हुए उनके साथ अपने भाव व्यक्त किए।
प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों के बीच 2001 में कोलकाता में हुए इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए क्रिकेट मैच का जिक्र करते कहा,
“2001 में कोलकाता में हुए भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच में हमारे विकेट तेज़ी से गिरने लगे, माहौल निराशाजनक था, लोगों में नाराजगी थी। इसके बाद राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण पारी को संभालते हुए मैदान पर रहे और परिकस्थितियाँ बदलते हुए जीत हासिल की।”
प्रधानमंत्री ने टेक्नालजी के दुरुपयोग को लेकर भी छात्रों को सचेत किया। प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा,
“स्मार्टफोन आपका समय चुराता है, आप कुछ समय अपने परिवार के साथ बिताएं। हमें तकनीक को खुद पर हावी नहीं होने देना है। हमें टेक्नालजी के दुरुपयोग से बचना है।”
प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन में छात्रों को परीक्षा के डर से दूर रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होने कहा,
“हमें परीक्षा को खुद पर हावी नहीं होने देना चाहिए। अगर हम किसी परीक्षा में विफल हो जाते हैं, तो हमें आगे बढ़ना चाहिए। हमें सीखते रहना चाहिए। जीवन भर अपने भीतर के विद्यार्थी को जीवित रखना चाहिए।"