जेएनयू में फीस बढ़ोतरी से गरीब प्रभावित नहीं होने चाहिए: ‘सुपर 30’ के संस्थापक
करीब तीन सप्ताह से जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की छात्रावास नियमावली के मसौदे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें छात्रावास की फीस बढ़ाए जाने, ड्रेस कोड और आवाजाही के समय पर प्रतिबंध का जिक्र है।
नागपुर, बिहार की सुपर 30’ सुविधा के संस्थापक आनंद कुमार ने कहा कि जेएनयू में फीस वृद्धि पर जारी विरोध प्रदर्शन का हल सौहार्दपूर्ण तरीके से करना चाहिए। गौरतलब है कि करीब तीन सप्ताह से जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की छात्रावास नियमावली के मसौदे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें छात्रावास की फीस बढ़ाए जाने, ड्रेस कोड और आवाजाही के समय पर प्रतिबंध का जिक्र है।
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने भी परिसर में सामान्य कामकाज बहाल करने के तरीके सुझाने के लिए सोमवार को तीन सदस्यीय एक समिति का गठन भी किया।
जेएनयू की मौजूदा स्थिति पर सवाल किए जाने पर आनंद कुमार ने कहा,
‘‘मुझे लगता है कि फीस में इजाफा केवल उनपर लागू होने चाहिए जो इसका भुगतान करने में सक्षम हैं। अमीर और जिनके पास पैसे की कमी नहीं है उन्हें बढ़ी हुई फीस का भुगतान करना चाहिए। उन लोगों पर ध्यान देना चाहिए जो प्रतिभाशाली लेकिन जरूरतमंद हैं।’’
आनंद कुमार ने कहा कि गरीब मेधावी छात्रों को छात्रवृत्ति और अन्य तरीके से मदद मुहैया करानी चाहिए।
साथ ही उन्होंने ये भी कहा,
‘‘अधिकारियों, छात्रों को एक साथ बैठ एक समाधान निकालना चाहिए। सरकार को फीस बढ़ाने के निर्णय पर एक बार फिर विचार करना चाहिए ताकि जरूरतमंद वंचित ना रह जाएं।’’