PharmEasy डील के बाद, थायरोकेयर के वेलुमणि का लक्ष्य अब रोजगार सृजित करने में मदद करना है
क्लब हाउस पर योरस्टोरी के साथ बातचीत में, वेलुमणि ने PharmEasy के सह-संस्थापक सिद्धार्थ शाह के साथ अपनी मुलाकात के बारे में बात की। इस डील के बाद, वेलुमणि अब दुनिया को कुछ वापस देना चाह रहे हैं।
"योरस्टोरी क्लब हाउस की बातचीत में, मुंबई स्थित डायग्नोस्टिक सर्विसेज, थायरोकेयर के संस्थापक, डॉ वेलुमणि का कहना है कि वह अब रोजगार सृजन करके प्रभाव पैदा करने में मदद करना चाहते हैं। बता दें कि हाल ही में PharmEasy की पैरेंट कंपनी एपीआई होल्डिंग्स ने थायरोकेयर का अधिग्रहिण किया है।"
पिछले हफ्ते, नई हेल्थटेक यूनिकॉर्न फार्मईजी (Pharmeasy) की पेरेंट कंपनी एपीआई होल्डिंग्स ने थायरोकेयर टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (Thyrocare) को 4,546 करोड़ रुपये में खरीदने के लिए डील पर मुहर लगाई। इस बड़ी डील के लिए फार्मईजी की पैरेंट कंपनी API Holdings और थायरोकेयर टेक्नोलॉजीज के चेयरमैन और एमडी ए वेलुमणि ने निश्चित दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए। बता दें कि डील के तहत Pharmeasy ने थायरोकेयर में 66.1 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है। कंपनी ने ए. वेलुमणि और उनके सहयोगियों से 1300 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से यह हिस्सेदारी खरीदी।
क्लब हाउस पर योरस्टोरी के साथ बातचीत में, वेलुमणि ने PharmEasy के सह-संस्थापक सिद्धार्थ शाह के साथ अपनी मुलाकात के बारे में बात की। इस डील के बाद, वेलुमणि अब दुनिया को कुछ वापस देना चाह रहे हैं।
उन्होंने कहा,
"4,500 करोड़ रुपए के बंटवारे में से, मैंने 1,500 करोड़ रुपए वापस PharmEasy में डाल दिए हैं, और 3,500 करोड़ रुपए, मैंने जॉब्स के लिए रखे हैं। युवा कर्मचारियों पर हमेशा मेरा ध्यान रहा है। अब, मैं रोजगार पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं और युवा उद्यमियों को तैयार कर रहा हूं। सीधी सी बात है, रोजगार सृजित करना मतलब मूल्य सृजन करना है।"
उन्होंने कहा कि वह 2,00,000 रुपये से 5,00,000 रुपये प्रति वर्ष की सैलरी पाने वालों की ओर देख रहे हैं।
वे कहते हैं,
"मैं वेतन पाने वाले लोगों के मध्य भाग पर ध्यान केंद्रित करना चाहता हूं। दरअसल यह उस प्रकार के वेतन के बारे में है जो मैं मध्यम वर्ग के लिए उत्पन्न करना चाहता हूं। मैं किसी खास क्षेत्र के बारे में बात नहीं कर रहा, यहां मैं पूरी तरह से निष्पक्ष। मैं जो देखूंगा वह कर्मचारियों की संख्या, कंपनी का टर्नओवर, और प्रति कर्मचारी टर्नओवर, प्रति कर्मचारी लागत क्या है, और क्या यह एचआर इंटेंसिव है?"
फार्मईजी और थायरोकेयर डील पर करीब एक महीने से अधिक समय से काम चल रहा था, और विभिन्न कारणों से यह सबसे चर्चित डील में से एक है। एक, डॉ वेलुमणि की फर्श से अर्स तक की यात्रा की कहानियां, और दूसरी, यह उन पहले लेनदेन में से एक है जहां स्टार्टअप यूनिकॉर्न ने एक सूचीबद्ध कंपनी का अधिग्रहण किया है।
1996 में स्थापित, थायरोकेयर आज वॉल्यूम के हिसाब से अग्रणी डायग्नोस्टिक सल्यूशन प्रदाता है, जो सालाना 110 मिलियन से अधिक टेस्ट करता है। यह डायग्नोस्टिक्स के क्षेत्र में सबसे बड़ी बी2बी कंपनियों में से एक है और भारत में 2,000 से अधिक शहरों में इसके 3,330+ कलेक्शन सेंटर का नेटवर्क है। यह देश भर में एक मेगा सेंट्रल प्रोसेसिंग लैब, दो जोनल प्रोसेसिंग लैब और 13 रीजनल प्रोसेसिंग लैब के साथ एक मल्टी-लैब मॉडल संचालित करता है।
और फिर भी, वेलुमणि कहते हैं,
"मेरी यात्रा मजेदार और दिलचस्प रही है। यह PharmEasy और Thyrocare के बीच एक अनोखी शादी है। मुझे कई प्रस्ताव मिले, लेकिन कोई टिका नहीं। मैं उस कंपनी के लिए एक निश्चित प्रीमियम चाहता था जिसे हमने जमीन से बनाकर खड़ा किया, और अपनी यात्रा के अगले चरण में जाना चाहता था।।"
PharmEasy और थायरोकेयर के बीच कोलैबोरेशन भारतीय स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र, उपभोक्ताओं और पूरे पारिस्थितिकी तंत्र के लिए अद्वितीय और परिवर्तनकारी है। भारत के सबसे बड़े डिजिटल हेल्थ प्लेटफॉर्म और सबसे बड़े, किफायती डायग्नोस्टिक सल्यूशन प्रदाताओं में से एक (वॉल्यूम के आधार पर) PharmEasy और Thyrocare का तालमेल लगभग 800 मिलियन भारतीयों को रोगी देखभाल की पूरी निरंतरता में हाई क्वालिटी वाली डायग्नोस्टिक और ओपीडी सेवाओं के वितरण में तेजी लाने के लिए तैयार हैं।
Edited by Ranjana Tripathi