लोगों की मदद के लिए शख्स ने बना डाली बाइक एम्बुलेंस, महज एक रुपये लेते हैं शुल्क
इस खास बाइक एम्बुलेंस का निर्माण बिहार के पूर्णिया के रहने वाले नावेद अख्तर ने किया है। नावेद ने अपने शहर की समस्याओं को देखते हुए यह कदम उठाया है और अब वे स्थानीय लोगों को मेडिकल सहायता मुहैया करा पा रहे हैं।
आज देश बड़ी तेजी से तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है, हालांकि अभी भी देश के तमाम कोनों में पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव देखने को मिलता है। ऐसे में आपातकाल के समय बिना किसी देर के एम्बुलेंस की पहुँच अभी भी कई इलाकों में एक बड़ी चुनौती है। चूंकि हम भारतीयों को जुगाड़ के लिए भी जाना जाता है, ऐसे में बिहार के एक शख्स ने जुगाड़ का इस्तेमाल कर एक खास एम्बुलेंस तैयार की है, जो तंग गलियों में भी आसानी से जाकर जरूरतमंद लोगों को मेडिकल सहायता उपलब्ध करा सकेगी।
इस खास बाइक एम्बुलेंस का निर्माण बिहार के पूर्णिया के रहने वाले नावेद अख्तर ने किया है। नावेद ने अपने शहर की समस्याओं को देखते हुए यह कदम उठाया है और अब वे स्थानीय लोगों को मेडिकल सहायता मुहैया करा पा रहे हैं।
वीडियो देख तैयार की एम्बुलेंस
नावेद ने यह कारनामा महज एक वीडियो से प्रेरित होकर कर दिखाया है। मीडिया से बात करते हुए नावेद ने बताया है कि कुछ दिनों पहले एक अन्य व्यक्ति द्वारा तैयार की गई बाइक एम्बुलेंस का वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हुआ था, ऐसे में उन्होंने भी उसी की तर्ज़ पर अपने शहर के लोगों को मदद उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बाइक एम्बुलेंस बनाने का निर्णय ले लिया।
उन्होंने बताया है कि वो शुरुआत से ही एक छोटी एम्बुलेंस बनाना चाहते थे, जो शहर की तंग गलियों में आसानी से जा सके और मरीजों को मदद उपलब्ध करा सके। नावेद ने इसके निर्माण के लिए अपने एक दोस्त की मदद ली जो एक मोटर गैराज चलाते हैं। इन्हीं दोनों दोस्तों ने मिलकर इस बाइक एम्बुलेंस का निर्माण किया है।
नावेद ने करीब 15 दिन पहले ही यह सेवा शुरू की है और अब तक वे करीब 10 से अधिक लोगों को अपनी बाइक एम्बुलेंस के जरिये अस्पताल पहुंचा चुके हैं।
महज एक रुपये है फीस
इस खास एम्बुलेंस का नाम नावेद ने ‘राजा एम्बुलेंस’ रखा है और इसके लिए उन्होने एक ग्लैमर बाइक का इस्तेमाल किया है। इस खास एम्बुलेंस में मरीज के लिए एक बेड दिया गया है, जिसे बाइक के बगल में लगे करीब 6 फीट के बॉक्स में तैनात किया गया है।
क्षेत्र के जरूरतमंद लोगों के लिए यह एम्बुलेंस सेवा 24 घंटे उपलब्ध है। नावेद ने इसके लिए बकायदा दो फोन नंबर भी जारी किए हैं। सबसे खास बात तो यह है कि इस एम्बुलेंस सेवा के लिए नावेद सिर्फ एक रुपये का शुल्क लेते हैं। नावेद ने शुल्क लेने के लिए गूगल पे की भी सुविधा दे रखी है।
अभी इस एम्बुलेंस का संचालन नावेद खुद ही कर रहे हैं। नावेद के अनुसार आमतौर पर एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराने वाले लोग जरूरतमंद मरीज से मनमाना शुल्क वसूल करते हैं, वे इस समस्या को हल करना चाहते हैं। अब नावेद आने वाले दिनों में और अधिक एम्बुलेंस बनाएँगे, जिससे शहर में अधिक से अधिक लोगों को मदद उपलब्ध हो सकेगी।
Edited by रविकांत पारीक