कुकिंग के शौक को पूरा करने के लिए बनाने लगी थीं बिरयानी, अब इंडिगो फ्लाइट में बिकती है
चेन्नई की रहने वाली 78 वर्षीया राधा डागा, ‘त्रिगुणी ईज़ ईट्स’ नाम की इस फ़ूड कंपनी की मालकिन हैं। राधा बचपन से ही स्वादिष्ट खाना पकाने की शौकिन थीं, लेकिन उस समय उन्हें कभी किचन में अधिक समय बिताने का टाईम नहीं मिला, जिस कारण उनका यह शौक काफी समय तक अधूरा ही बना रहा।
अगर आपने कभी इंडिगो की सवारी की होगी और आप बिरयानी के शौकीन हैं तो आपने ‘त्रिगुणी ईज ईट्स’ नाम की बिरयानी का स्वाद जरूर लिया होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस जायकेदार बिरयानी बनाने वाली कंपनी का मालिक कौन है?
चेन्नई की रहने वाली 78 वर्षीया राधा डागा, ‘त्रिगुणी ईज़ ईट्स’ नाम की इस फ़ूड कंपनी की मालकिन हैं। राधा बचपन से ही स्वादिष्ट खाना पकाने की शौकिन थीं, लेकिन उस समय उन्हें कभी किचन में अधिक समय बिताने का टाईम नहीं मिला, जिस कारण उनका यह शौक काफी समय तक अधूरा ही बना रहा।
कुछ समय के बाद एक बार फिर से रिटायरमेंट वाली उम्र में उन्होंने अपने इस शौक को पूरा करना चाहा। लेकिन, तब उनका यह शौक देखते ही देखते कब एक बिजनेस बन गया, इस बात का यकीन उन्हें खुद नहीं हुआ और वह कुछ ही दिनों में महिला उद्यमियों की लिस्ट में भी शामिल हो गईं।
एक मीडिया चैनल से बात करते हुए वह खाने से अपने इस खास लगाव के बारे वह कहती हैं, “बचपन में मेरी माँ मुझे बुनाई, बागवानी और खाना बनाने की किताबें पढ़ने को देती थीं। मैं घंटों उन मैगज़ीन्स को पढ़ा करती थी और उनके सुन्दर चित्र मुझे बड़े पसंद आते थे। खाना बनाने का इतना शौक़ होने के बावजूद, मुझे किचन में कभी भी ज्यादा समय बिताने का मौका नहीं मिला।”
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी मौजूद हैं इनके ब्रांड
त्रिगुनी ईज़ ईट्स, अब इंडिगो एयरलाइंस में ही नहीं बल्कि, एयर एशिया इंडिया की फ्लाइट्स के साथ-साथ अमेज़ॅन जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म व रिटेल शॉप में भी उपलब्ध है, जिसमें बिरयानी के अलावा रवा उपमा, मसाला उपमा, पोहा, पोंगल जैसी कई तरह की डिश उपलब्ध हैं। अब तक अमेज़न में इन ब्रांड को 71 प्रतिशत की फाइव स्टार रेटिंग मिल चुकी है।
लोन लेकर लगाई थी फैक्ट्री
राधा डागा इस बिजनेस से पहले एक ट्रैवल एजेंसी में काम करती थीं। इसके बाद 40 वर्ष की उम्र में उन्होंने जॉब छोड़ बिजनेस में कदम रखने का मन बनाया। साल 1987 में एक इस महिला उद्यमी ने ‘चिमिस एक्सपोर्ट’ नाम से एक कपड़ा निर्यात कंपनी की शुरुआत की। यह कंपनी काफी सफल रही।
मीडिया से बात करते हुए वह कहती हैं, “मेरी फैक्ट्री में बना एक भी कपड़ा कभी शिकायत की वजह से वापस नहीं आया।” इस कंपनी की सफलता के बाद राधा ने लोन लेकर एक गारमेंट्स फैक्ट्री लगाई, जिसमें आज हजारों लोग काम कर रहे हैं।
एक शेफ के साथ की फूड बिजनेस की शुरुआत
वर्ष 2010 में राधा डागा ने रेडी टू इट पैकेज़्ड फूड कंपनी की शुरुआत अपनी गारमेंट कंपनी के एक खाली कमरे से की थी। उस वक्त उनके इस व्यापार में महज एक शेफ था, क्योंकि अधिक पूंजी या बड़ा सेटअप लगाने के लिए उनके पास अतिरिक्त पैसे नहीं थे।
वह कहती हैं, “मेरे मन में हमेशा से यह यकीन था कि अगर मैं फ़ूड से जुड़ा कोई बिज़नेस करूं, तो वह जरूर सफल होगा। मैंने कई बिज़नेस आइडियाज़ पर काम किया और आखिरकार, रेडी टू इट पैकेज्ड फ़ूड का आइडिया मुझे सबसे अच्छा लगा। मेरा उदेश्य इस बिज़नेस से लोगों को होममेड भोजन का अनुभव देना था।”
क्वालिटी की दमपर विदेशों तक पहुंचा ब्रांड
फूड कंपनी की शुरुआत करते समय उनके पास भले ही पैसे नहीं थे। लेकिन, उनके इस फ़ूड बिज़नेस ने महज एक साल में ही एक करोड़ रुपए का टर्नओवर कमाया। अपनी क्वालिटी की बदौलत इस ब्रांड ने न केवल भारत में अपनी पहचान बनाई। बल्कि, देश के खुदरा स्टोर्स से निकलकर सिंगापुर और मलेशिया जैसे देशों में भी अपनी जगह बनाई।
Edited by Ranjana Tripathi