मॉडलिंग को ठुकरा कर चुना देश के लिए मेडल जीतना, अब टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी मनिका बत्रा
मनिका ने टेबल टेनिस खेलनी की शुरुआत की थी तब वे महज 4 साल की थीं और उस समय उनके परिवार को भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि इस खेल के दम पर मनिका एक दिन ओलंपिक खेलों में देश का प्रतिनिधित्व करती हुई नज़र आएँगी।
कॉमनवेल्थ चैंपियन मनिका बत्रा अब टोक्यो ओलंपिक में देश के लिए पदक जीतने के उद्देश्य से टेबल टेनिस खेलती हुई नज़र आएँगी। मनिका बत्रा टेबल टेनिस के सिंगल और मिक्स डबल्स में चैंपियन हैं। एशियन गेम्स में मनिका ने कांस्य पदक हासिल किया था, जबकि उनके नाम पर 4 कॉमनवेल्थ मेडल्स भी हैं।
मनिका ने टेबल टेनिस खेलनी की शुरुआत की थी तब वे महज 4 साल की थीं और उस समय उनके परिवार को भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि इस खेल के दम पर मनिका एक दिन ओलंपिक खेलों में देश का प्रतिनिधित्व करती हुई नज़र आएँगी।
यूं तो बचपन में मनिका सिर्फ मजे के लिए टेबल टेनिस खेलती थीं, लेकिन जल्द ही यह उनका जुनून बन गया। मनिका ने जब पहली बार देश का प्रतिनिधित्व किया तब वे महज 13 साल की थीं। आगे बढ़ते हुए मनिका ने साल 2015 के कॉमनवेल्थ टेबल टेनिस चैंपियनशिप और 2016 के दक्षिण एशियाई खेलों में मनिका ने देश के लिए मेडल जीतकर इतिहास ही रच दिया।
इसके बाद मनिका की नज़र साल 2018 के कॉमनवेल्थ खेलों पर थी और वहाँ भी मनिका ने देश के लिए 4 मेडल जीतकर अपना नाम दुनिया भर में पहुंचा दिया।
ठुकराया मॉडलिंग का ऑफर
मनिका जब आगे बढ़ रही थीं, उसी बीच उनके पास मॉडलिंग के भी ऑफर आए थे, लेकिन तब तक मनिका ने यह तय कर लिया था कि उन्हें टेबल टेनिस में ही फोकस करते हुए आगे बढ़ना है और इसके साथ ही उन्होने उन ऑफर को ठुकरा दिया।
टेबल टेनिस के खेल में मनिका के लिए उनकी स्विच तकनीक बेहद कारगर है। मनिका ने अनुसार वह हमेशा ट्विडल स्विच की प्रैक्टिस करती रहती हैं, यहाँ तक कि खाते समय या बैठे हुए भी वो इसी के बारे में सोचती रहती हैं।
देश के प्रति अपने गर्व को जाहिर करते हुए मनिका बताती हैं कि 'जीतने के बाद जब दुनिया के सामने देश का झण्डा ऊपर जाता है और राष्ट्रगान बजाया जाता है, ऐसे में आपके रोंगटे खड़े हो जाते हैं। जीतने के बाद पोडियम पर खड़ा होना अपने आप में ही एक अलग अनुभव है, जिसकी तुलना किसी और से नहीं की जा सकती है।'
युवाओं को सिखा रही हैं खेल
आज मनिका अपने खेल के जरिये देश के कोने-कोने में रह रही लड़कियों को आगे बढ़ने की प्रेरणा दे रही हैं। मनिका की चाहत है कि देश के हर कोने से लड़कियां आगे बढ़ने के लिए टेबल टेनिस को अपना हथियार बनाएँ। मनिका ‘इंडिया खेलेगा’ सेंटर पर नए टेबल टेनिस खिलाड़ियों के कौशल को निखारने के लिए उन्हें ट्रेनिंग भी देती हैं।
अब टोक्यो ओलंपिक जा रही मनिका का लक्ष्य देश के गोल्ड मेडल लाना ही है। मनिका के अनुसार उनका गोल्ड मेडल देश में टेबल टेनिस के प्रति लोगों के नजरिए को बदलने का काम कर सकता है और इसके बाद बड़ी संख्या में युवा इस खेल को करियर की तरह चुनकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित हो सकते हैं।
मालूम हो कि केंद्र सरकार ने ओलंपिक खेलों के लिए खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए TOPS स्कीम चालू की थी, जो खिलाड़ियों को ओलंपिक मेडल जीतने की तैयारी में उनकी मदद कर रही है। मनिका ने भी इसी के तहत अपनी तैयारियों को धार दी है।