IIT खड़गपुर के शोधकर्ताओं ने बनाया कोविड-19 रेपिड टेस्टिंग किट,कीमत महज इतनी...
एक ही पोर्टेबल डिवाइस का उपयोग प्रत्येक परीक्षण के बाद पेपर कार्टेज के रिप्लेसमेंट पर बड़ी संख्या में परीक्षणों के लिए किया जा सकता है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर (IIT) ने दावा किया है कि उन्होंने कोरोनावायरस टेस्टिंग के डायग्नोसिस के लिए अपनी तरह का पहला उपकरण विकसित किया है और इसे 'नोवेल टेक्नोलॉजी कोविड-19 रैपिड टेस्ट' नाम दिया है।
डिवाइस को बीते शनिवार को लॉन्च किया गया था। इस पोर्टेबल डिवाइस को बिना किसी मैनुअल व्याख्या के एक घंटे के भीतर परीक्षण के परिणामों को प्रसारित करने के लिए स्मार्टफोन एप्लिकेशन से जोड़ा जाएगा।
एक ही पोर्टेबल डिवाइस का उपयोग प्रत्येक परीक्षण के बाद पेपर कार्टेज के रिप्लेसमेंट पर बड़ी संख्या में परीक्षणों के लिए किया जा सकता है। डिवाइस आरटी-पीसीआर परीक्षणों के अनुसार बेहद सटीकता और संवेदनशीलता के साथ सही रिपोर्ट देता है। परीक्षण प्रति परीक्षण 400 रुपये से कम की लागत पर किया जाएगा, जिसमें व्यवसाय मॉडल के सभी घटक शामिल हैं।
एक सस्ती डायग्नोस्टिक टेस्ट और न्यूनतम इन्फ्रास्ट्रक्चरल सपोर्ट की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करते हुए, IIT खड़गपुर के शोधकर्ताओं की टीम नई तकनीक और परीक्षण प्रक्रिया के साथ एक अद्भुत दृष्टिकोण लेकर आई।
COVID-19 रैपिड टेस्ट के लिए नोवल टेक्नोलॉजी में सुमन चक्रवर्ती, प्रोफेसर अरिंदम मोंडल और असिस्टेंट प्रोफेसर, स्कूल ऑफ बायोसाइंस, IIT खड़गपुर COVID-19 के लिए एक सस्ती और पोर्टेबल गैर-इनवेसिव रैपिड टेस्ट की अवधारणा के साथ आया, जिसने परीक्षण मशीन को एक नए स्तर पर पहुँचाया। डिवाइस के पीछे की तकनीक अनिवार्य रूप से रासायनिक विश्लेषण और परिणामों के दृश्य के लिए डिस्पोजेबल सरल पेपर-स्ट्रिप को दर्शाती है।
शोधकर्ताओं की टीम ने पता लगाने की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक मान्य किया है, इस प्रक्रिया को प्रत्येक परीक्षण को चलाने में लगभग 60 मिनट लगते हैं। यह एक महंगी पीसीआर मशीन की लागत को हटा देता है।
Edited by रविकांत पारीक