रूस के स्पूतनिक टीके के भारत में आपात इस्तेमाल को मंजूरी दी गई: स्वास्थ्य मंत्रालय
"मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि डॉक्टर रेड्डीज लैबोरोट्रीज लिमिटेड (डीआरएल) ने स्पूतनिक-वी टीके के आयात और विपणन की अनुमति के लिये आवेदन किया था। डीआरएल ने भारत में टीके के आयात और विपणन को लेकर रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय के राष्ट्रीय महामारी एवं सूक्ष्मजीव विज्ञान अनुसंधान केन्द्र के साथ समझौता किया है।"
नयी दिल्ली: केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि देश के औषधि नियामक ने रूस के कोविड-19 रोधी टीके 'स्पूतनिक वी' के सीमित आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है और 'डॉक्टर रेड्डीज लैबोरोट्रीज' देश में इस टीके का आयात करेगी। भारत के औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई) की मंजूरी मिलने के बाद देश में तीसरे टीके की उपलब्धता का रास्ता साफ हो गया है।
केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की कोविड-19 पर विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने सोमवार को कुछ नियामकीय शर्तों के साथ ‘स्पूतनिक वी’ के सीमित आपात इस्तेमाल की सिफारिश की थी। डीसीजीआई ने भारत बायोटेक के ‘कोवैक्सीन’ और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड-एस्ट्रोजेनेका के ‘कोविशील्ड’ टीके को पहले ही आपात इस्तेमाल की मंजूरी जनवरी में दे दी थी।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि डॉक्टर रेड्डीज लैबोरोट्रीज लिमिटेड (डीआरएल) ने स्पूतनिक-वी टीके के आयात और विपणन की अनुमति के लिये आवेदन किया था। डीआरएल ने भारत में टीके के आयात और विपणन को लेकर रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय के राष्ट्रीय महामारी एवं सूक्ष्मजीव विज्ञान अनुसंधान केन्द्र के साथ समझौता किया है।
डीआरएल ने पिछले साल सितंबर में इस टीके के चिकित्सकीय परीक्षण और भारत में इसके वितरण अधिकार के लिए ‘रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड’ (आरडीआईएफ) के साथ भागीदारी शुरू की थी।
‘स्पूतनिक वी’ के तीसरे चरण के परीक्षण के अंतरिम विश्लेषण में इसके 91.6 प्रतिशत प्रभावी होने की बात सामने आई जिसमें रूस के 19,866 स्वयंसेवियों पर किए गए परीक्षण का डेटा शामिल किया गया।
(साभार : PTI)