सऊदी अरब के एडटेक स्टार्टअप Noon Academy ने भारत में बंद की क्लासेज, स्टाफ की सैलरी रोकी

सऊदी अरब के एडटेक स्टार्टअप Noon Academy ने भारत में बंद की क्लासेज, स्टाफ की सैलरी रोकी

Wednesday March 15, 2023,

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सऊदी अरब के एडटेक स्टार्टअप Noon Academy ने भारत में अपना कारोबार बंद कर दिया है. इतना ही नहीं स्टार्टअप ने आठ महीने से अधिक समय से अपने स्टाफ की सैलरी रोक रखी है. यह एडटेक स्टार्टअप की मांग में कमी और फंडिंग में कमी का एक और मामला है लगता है. मनीकंट्रोल ने इसकी जानकारी दी.

सऊदी अरब स्टार्टअप, जिसने पहले कहा था कि वह फरवरी तक बकाया सैलरी चुका देगा, ने फिर इसे आगे बढ़ाने की बात कही. स्टार्टअप ने कहा कि यह बकाया सैलरी चुकाने के लिए चल रहे फंडिंग राउंड के पूरा होने का इंतजार कर रहा था.

"दुर्भाग्य से, हमें आगामी फंडिंग राउंड को पूरा करने में कुछ देरी हो रही है, जिसके जनवरी 2023 में पूरा होने की उम्मीद थी. अब हमें उम्मीद है कि हम मई 2023 तक फंडिंग के अगले राउंड को पूरा कर लेंगे क्योंकि हमारे निवेशकों से मजबूत प्रतिबद्धता है." Noon Academy ने 14 मार्च को कर्मचारियों को एक ईमेल में कहा, जिसकी मनीकंट्रोल ने समीक्षा की थी.

कंपनी ने कहा कि वह मार्च के अंत तक बकाया सैलरी का भुगतान करने और मई के अंत तक शेष राशि का भुगतान करने की योजना बना रही है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, Noon Academy, जिसने 2019 में भारत में कदम रखा था, ने जुलाई 2022 में 40 संविदा शिक्षकों को उनके एग्रीमेंट्स के पूरा होने के महीनों पहले ही नौकरी से निकाल दिया था. मामले से वाकिफ लोगों ने बताया कि कंपनी ने आखिरकार फरवरी के अंत तक अपने अधिकांश स्थायी कर्मचारियों को भी निकाल दिया.

जबकि सेल्स, टेक और ऑपरेशंस टीमों सहित स्थायी कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के बाद सैलरी दी गई. कंपनी ने अपने संविदा शिक्षकों को सात से आठ महीनों की सैलरी नहीं दी है.

ग्लासडोर और लिंक्डइन के अनुसार, बेंगलुरु स्थित Noon Academy की भारतीय टीम में लगभग 100 कर्मचारी थे. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि इस आंकड़े में संविदा कर्मचारी शामिल हैं या नहीं.

“पिछले साल जुलाई-अगस्त से, कंपनी के कर्मचारी हमें आश्वस्त करते रहे कि हमें पूरी सैलरी दी जाएगी. अब उन्हें नौकरी से निकाले जाने के लिए कहा गया है, फर्क सिर्फ इतना है कि वे अपने मुआवजे के साथ निकाले गए और हम इसके बिना फंसे हुए हैं,” एक पूर्व शिक्षक ने नाम न छापने का अनुरोध करते हुए कहा.

“ऐसे शिक्षक हैं जिनकी सैलरी मई से रोक दी गई है. एक वरिष्ठ शिक्षक हैं जिनकी करीब 23 लाख रुपये की सैलरी बकाया है. मेरा खुद का करीब दो लाख रुपये का भुगतान बकाया है. मैंने दो अन्य शिक्षकों से बात की, जिनमें से प्रत्येक को लगभग 5 लाख रुपये का भुगतान नहीं किया गया है,” शिक्षक ने कहा.