तिहाड़ जेल के असिस्टेंट सुप्रीटेंडेंट को देख अच्छे-अच्छों के छूटते हैं पसीने, यहीं बंद हैं निर्भया गैंगरेप के चारों आरोपी
तिहाड़ जेल के असिस्टेंट सुप्रीटेंडेंट दीपक शर्मा को देख सलाखों के पीछे बंद कैदियों के पसीने छूट जाते हैं। तिहाड़ जेल में ही निर्भया के दोषी बंद हैं और फांसी का इंतज़ार कर रहे हैं।
दबंग का नाम सुनते ही आपके दिमाग भी बॉलिवुड के दबंग सलमान खान का चेहरा आता होगा! आज हम आपको असल लाइफ में दबंग पुलिस वाले के बारे में बताएंगे जिनका हट्टा-कट्टा शरीर देखकर एक बार तो सलमान खान भी चौंक जाएं। वैसे तो दिल्ली की तिहाड़ जेल हमेशा निर्भया गैंगरेप के चारों आरोपियों को लेकर चर्चा में रहती है। हालांकि इस बार बात कुछ अलग है। इस बार तिहाड़ जेल निर्भया के चारों आरोपियों के लिए नहीं बल्कि जेल के असिस्टेंट सुप्रीटेंडेंट यानी सहायक अधीक्षक के कारण हॉट टॉपिक बनी हुई है।
यह सहायक अधीक्षक दीपक शर्मा हैं जिनकी फिटनेस और बॉडी देखकर अच्छे-अच्छों के पसीने छूट जाएं। 32 साल के दीपक शर्मा मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले हैं और पिछले 10 साल से तिहाड़ जेल में असिस्टेंट सुप्रीटेंडेंट हैं। हालांकि जेल में असिस्टेंट सुप्रीटेंडेंट बनने से पहले भी वह कई सरकारी नौकरियों की परीक्षा पास कर चुके हैं।
दीपक शर्मा की स्कूली पढ़ाई गुजराती समाज सीनियर सेकेडंरी स्कूल और ग्रैजुएशन दिल्ली यूनिवर्सिटी के रामजस कॉलेज से हुई है। वह रामजस कॉलेज स्टूडेंट यूनियन में वाइस प्रेसिडेंट भी रहे हैं। वह शुरू से ही पढ़ाई में तेज थे। उन्होंने बीएड भी की। ग्रैजुएशन के बाद उनका पहले वायुसेना और फिर केंद्रीय पुलिस बल में असिस्टेंट कमांडेंट के तौर पर सिलेक्शन हुआ।
सिर्फ इतना ही नहीं उनका सिलेक्शन शिक्षक और दिल्ली सेवा बोर्ड में क्लर्क के लिए भी हुआ लेकिन वह और मेहनत करना चाहते थे। साल 2009 में वह केंद्रीय जेल तिहाड़ में सहायक जेल अधीक्षक के तौर पर नियुक्त हुए और 10 साल से यहीं पर तैनात हैं।
आजतक की एक रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने अपना आदर्श बड़े भाई को बताया। साथ ही सफलता में मोटिवेशनल स्पीकर शिवखेड़ा का हाथ भी बताया। दीपक के पिता दिल्ली विद्युत बोर्ड से रिटायर हैं। दीपक शर्मा को शरीर पर पसीना बहाने का शौक है। वे रोज जिम में जी तोड़ मेहनत करते हैं और इसी के कारण आज उनकी पहचान दबंग अधिकारी के तौर पर की जाती है। यह कई मेडल जीत चुके हैं। इनमें मिस्टर दिल्ली का सिल्वर, मिस्टर यूपी का सिल्वर, मिस्टर हरियाणा का गोल्ड, स्टील मैन ऑफ इंडिया का सिल्वर, मिस्टर इंडिया का गोल्ड मेडल शामिल है।
मालूम हो अगले महीने 1 फरवरी को साल 2012 में हुए निर्भया कांड के चारों आरोपियों को फांसी दी जाएगी और चारों आरोपी इसी जेल में बंद हैं।