ऑनलाइन पिटीशन के बाद शादी डॉट कॉम ने हटाया स्किन टोन के आधार पर पार्टनर चुनने वाला फिल्टर
सफाई में शादी डॉट कॉम का कहना है कि यह फिल्टर किसी उद्देश्य को पूरा नहीं कर रहा था और वे उसे हटाने में चूक गए थे।
मैट्रिमोनियल वेबसाइट शादी डॉट कॉम ने एक यूजर द्वारा विरोध किए जाने के बाद अपने स्किन कलर फिल्टर को हटा दिया है।
बीबीसी के अनुसार शादी डॉट कॉम ने यह कदम तब उठाया है जब अमेरिका आधारित हेतल लखानी ने इस विकल्प के खिलाफ ऑनलाइन पिटीशन शुरू कर दी। वेबसाइट पर इस इस विकल्प के जरिये कोई भी त्वचा के रंग के अनुसार पार्टनर खोज सकता था।
इसकी सफाई में शादी डॉट कॉम का कहना है कि यह फिल्टर किसी उद्देश्य को पूरा नहीं कर रहा था और वे उसे हटाने में चूक गए थे।
गौरतलब है कि हाल भी में भारत समेत दुनिया भर में रंगभेद को लेकर कड़ा विरोध प्रदर्शन देखा गया है। देश में कई बॉलीवुड एक्टर्स फेयरनेस उत्पादों का विज्ञापन करते हैं। ये उत्पाद चमड़ी का रंग गोरा करने का दावा करते हैं।
भारत में त्वचा के रंग के आधार पर शादी के लिए लड़के या लड़की के चुनाव का चलन काफी आम है, हालांकि सोशल मीडिया के दौर में अब इसपर अधिक चर्चा होनी शुरू हो गई है, लेकिन अभी स्थिति में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिला है।
लखानी ने अपनी ऑनलाइन याचिका में लिखा कि 'दक्षिण एशियाई समुदायों में फेयर स्किन को लेकर एक सनक है।' इस याचिका पर अब तक 16 सौ से अधिक हस्ताक्षर किए गए हैं।
लखानी द्वारा शुरू की गई इस ऑनलाइन याचिका को महज कुछ ही घंटों में समर्थन मिलना शुरू हो गया और कुछ ही घंटों में इसपर 15 सौ से अधिक साइन किए जा चुके थे।
मालूम हो कि बीते दिनों अमेरिका में एक श्वेत पुलिसकर्मी द्वारा अश्वेत जॉर्ज फ्लाएड की हत्या के बाद नस्लभेदी बर्ताव के खिलाफ जमकर प्रदर्शन हुए हैं और पूरे विश्व भर में इस चर्चा ने एक नई रफ्तार पकड़ी है।