अब तक 12,000 टन प्याज का आयात, राज्यों को 49-58 रुपये किलो के भाव पेश: पासवान
सरकार राज्यों को इंपोर्टेड प्याज 49 से 58 रुपये किलो के भाव पर पेश कर रही है। तुर्की और अफगानिस्तान जैसे देशों से अभी तक 12,000 टन प्याज का आयात किया गया है।
सरकार ने प्याज की आपूर्ति बढ़ा कर इसकी कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए अब तक 12,000 टन प्याज का आयात किया है। सरकार राज्यों को इसे 49 से 58 रुपये किलो के भाव पर पेश कर रही है।
उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने संवाददाताओं से कहा,
‘‘हमने तुर्की और अफगानिस्तान जैसे देशों से अभी तक 12,000 टन प्याज का आयात किया है।’’
सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की ट्रेडिंग कंपनी एमएमटीसी के माध्यम से प्याज का आयात कर रही है और निजी आयातकों को भी सुविधा दे रही है।
उन्होंने बताया कि दिल्ली, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और केरल को पहले ही 1,000 टन आयातित प्याज दिया जा चुका है। इस महीने के अंत तक और 36,000 टन विदेशी प्याज की खेप पहुंचने की उम्मीद है। मंत्री ने कहा कि इससे कीमतों का दबाव कम करने में मदद मिलेगी।
पिछले दो महीनों से प्याज 100 रुपये किलो के दायरे में था पर अब आयातित प्याज और नई खरीफ की फसल की आवक से प्याज का बाजार नरम होने लगा है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में प्याज का भाव मंगलवार को 70 रुपये किलो पर था। गत 19 दिसंबर को यह 118 रुपये किलो पर चल रहा था। इसी तरह मुंबई में प्याज कीमत 120 रुपये घटकर अब 80 रुपये प्रति किलो पर आ गयी है।
खरीफ के प्याज की फसल 25 फीसदी घटने से प्याज का बाजार चढ़ा हुआ है।
उपभोक्ता मामले मंत्रालय में सचिव अविनाश श्रीवास्तव ने संवाददाताओं को बताया कि कैबिनेट सचिव ने आज (मंगलवार) सुबह वीडियो कान्फ्रेंस करके राज्य सरकारों से आयातित प्याज खरीदकर राज्यों में बंटवाने का आग्रह किया ताकि वहां प्याज की उपलब्धता बढ़े और कीमत काबू में आए।
असम, महाराष्ट्र, हरियाणा और ओडिशा ने शुरुआत में क्रमश: 10,000 टन, 3,480 टन, 3,000 टन और 100 टन प्याज की मांग की थी, लेकिन संशोधित मांग में इन राज्यों ने आयातित प्याज खरीदने से मना कर दिया है।
(Edited by रविकांत पारीक )