ट्विटर, ट्रस्टब्रिज और मौजूदा निवेशक के जरिए शेयरचैट ने सिरीज डी फंडिंग से जुटाए 100 मिलियन डॉलर
बेंगलुरु स्थित रीजनल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म शेयरचैट ने कुछ दिन पहले ही घोषणा की कि उसने अपने सीरीज डी राउंड ऑफ फंडिंग में 100 मिलियन जुटाए हैं। ट्विटर और ट्रस्टब्रिज पार्टनर्स इस नए फंडिंग राउंड में शामिल होने वाले दो नए निवेशक हैं। मौजूदा निवेशकों में शुनवेई कैपिटल, लाइटस्पीड वेंचर पार्टनर्स, एसएआईएफ कैपिटल, इंडिया कोटिएंट और मॉर्निंगसाइड वेंचर कैपिटल शामिल हैं। अबतक शेयरचैट कुल मिलाकर 224 मिलियन डॉलर (1594 करोड़ रुपये) जुटा चुकी है।
यह पहली बार नहीं है जब ट्विटर ने किसी भारतीय कंपनी में निवेश किया है। जनवरी 2015 में, उसने बेंगलुरू की ही कंपनी जिपडायल (ZipDial) का अधिग्रहण किया था। जिपडायल ने एक ऐसा इनोवेटिव प्लेटफॉर्म डेवलप किया जो मिस्ड कॉल को मोबाइल मार्केटिंग और एनालिटिक्स प्रोडक्ट में बदल देता है। जिपडायल मोबाइल मार्केटिंग के माध्यम से एक मिस्ड कॉल से निर्धारित कंपनियों की व्यावसायिक सहित अन्य जानकारियां प्राप्त होती हैं। इस प्रकार की सेवा उन क्षेत्रों में लाभकारी होती है, जहां लोग इंटरनेट का उपयोग नहीं कर पाते हैं। हालांकि जब ट्विटर ने इस कंपनी को खरीदा था तब राशि का खुलासा नहीं किया गया था, लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार ये डील 40 से 50 मिलियन डॉलर के बीच हुई।
शेयरचैट ने एक बयान में कहा कि नए राउंड की फंडिंग से उसके प्लेटफॉर्म के लिए टेक्नोलॉजी के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में मदद मिलेगी क्योंकि कंपनी अपने कारोबार को बड़े पैमाने पर देखती है। इसके अलावा, शेयरचैट अपने रणनीतिक साझेदारों के साथ विचारों के आदान-प्रदान के लिए नई प्रतिभाओं की नियुक्त भी करेगी। भारत के इंटरनेट इकोसिस्टम को तेजी देने के लिए कंपनी और ज्यादा फीचर्स लेकर आएगी ताकि विभिन्न डिवाइसेज पर ग्राहकों को ज्यादा बेहतर अनुभव मिल सके।
शेयरचैट के सीईओ अंकुश सचदेवा ने कहा,
“शेयरचैट के लिए यह एक बहुत ही रोमांचक समय है क्योंकि प्लेटफॉर्म तेजी से बढ़ रहा है। नए राउंड की फंडिंग के साथ ही हम ग्रोथ की एक नई कहानी लिखने को तैयार हैं। जैसे-जैसे हम विस्तार करेंगे, वैसे-वैसे हमारा फोकस होगा कि शेयरचैट का इस्तेमाल करने वाले लोग अपनी मातृभाषा में खुद को बेहतर तरीके से अभिव्यक्त कर सकें।"
2015 में आईआईटी-कानपुर के पूर्व छात्र अंकुश सचदेवा, फरीद अहसान और भानु सिंह द्वारा स्थापित, शेयरचैट यूजर्स को अपनी राय साझा करने, अपनी लाइफ को रिकॉर्ड करने और नए दोस्त बनाने की अनुमति देता है - यूजर्स ये सभी काम अपनी मातृभाषा में कर सकते हैं।
शेयरचैट के 60 मिलियन यूजर्स हैं। वर्तमान में यह कंपनी 14 भाषाओं में अपनी सेवाएं प्रदान करती है - हिंदी, मलयालम, गुजराती, मराठी, पंजाबी, तेलुगु, तमिल, बंगाली, ओडिया, कन्नड़, असमिया, हरियाणवी, राजस्थानी, और भोजपुरी।
ट्विटर इंडिया के प्रबंध निदेशक मनीष माहेश्वरी ने कहा,
“ट्विटर और शेयरचैट दोनों मिलकर लोगों की अपसी बातचीत को और व्यापक बनाएगी। साथ ही दुनिया को तेजी से सिखाने और चुनौतियों से भी निपटने में मदद मिलेगी। इस निवेश से शेयरचैट को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी और कंपनी की मैनेजमेंट टीम टि्वटर के कार्यकारियों के आइडियाज ले पाएगी।"
पिछले साल, शेयरचैट ने मौजूदा निवेशक शुनवेई कैपिटल (Shunwei Capital) के नेतृत्व वाले फंडिंग राउंड में 720 करोड़ रुपये (100 मिलियन डॉलर) जुटाए थे। जिसके बाद शेयरचैट का वैल्यूएशन बढ़कर 460 मिलियन डॉलर (3,332 करोड़ रुपए) हो गया था। मार्च 2019 में, इसने ऑल कैश डील में ट्रांसवर्सल टेक-स्वामित्व वाली वीडियो शेयरिंग ऐप क्लिप को खरीदा था।