टेस्ट क्रिकेट में 50 साल पूरे होने पर सुनिल गावस्कर का सम्मान, सचिन बोले - 'हमेशा मेरे ‘हीरो’ रहेंगे'
71 वर्ष के पूर्व कप्तान को बीसीसीआई सचिव जय शाह ने भारत और इंग्लैंड के बीच चौथे क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन लंच ब्रेक में स्मृति स्वरूप कैप प्रदान की।
भारत के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर को टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण के 50 साल पूरे होने पर शनिवार को सम्मानित किया गया।
71 वर्ष के पूर्व कप्तान को बीसीसीआई सचिव जय शाह ने भारत और इंग्लैंड के बीच चौथे क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन लंच ब्रेक में स्मृति स्वरूप कैप प्रदान की।
बीसीसीआई ने ट्वीट किया, ‘‘टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर के टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण के 50 साल आज पूरे होने का जश्न।’’
शाह ने अपने ट्विटर हैंडल पर भी इसकी तस्वीर डाली। उन्होंने लिखा, ‘‘सुनील गावस्कर जी के भारत के लिये टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण के 50 साल पूरे होने का जश्न। सभी भारतीयों के लिये यह बड़ा पल और हम दुनिया के सबसे बड़े नरेंद्र मोदी स्टेडियम में इसका जश्न मना रहे हैं।’’
गावस्कर ने 1971 से 1987 के बीच भारत के लिये 125 टेस्ट और 108 वनडे खेलकर क्रमश: 10122 और 3092 रन बनाये। वह 1983 की विश्व कप विजेता टीम के भी सदस्य थे।
सचिन तेंदुलकर ने 2005 में सर्वाधिक टेस्ट शतक का उनका रिकॉर्ड तोड़ा। गावस्कर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पदार्पण मैच में पहली पारी में 65 और दूसरी में 67 रन बनाये थे। भारत ने वह मैच और श्रृंखला दोनों जीते।
गावस्कर हमेशा मेरे ‘हीरो’ रहेंगे - सचिन
दुनिया के लाखों करोड़ों क्रिकेटप्रेमियों के नायक सचिन तेंदुलकर के प्रेरणास्रोत भारत के ‘लिटिल मास्टर’ सुनील गावस्कर रहे हैं और वह हमेशा से उनकी तरह बनना चाहते थे।
वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में गावस्कर के पदार्पण के 50 साल पूरे होने पर तेंदुलकर ने ट्विटर पर यह बात लिखी।
उन्होंने लिखा, ‘‘50 साल पहले आज के दिन क्रिकेट की दुनिया में एक तूफान आया था। उन्होंने अपनी पहली ही श्रृंखला में 774 रन बनाये और हम सभी को एक हीरो मिल गया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत ने वेस्टइंडीज में वह श्रृंखला जीती और फिर इंग्लैंड में जीत दर्ज की। अचानक से भारत में क्रिकेट को नये मायने मिल गए। मैं बचपन से यह जानता था कि मुझे किसके जैसा बनना है। आज भी कुछ नहीं बदला है। वह मेरे हीरो आज भी हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 50 वीं सालगिरह मुबारक हो गावस्कर।’’
अजित वाडेकर की कप्तानी में भारत ने वेस्टइंडीज को 1.0 से और फिर इंग्लैंड को हराया था।
तेंदुलकर ने कहा, ‘‘1971 टीम के सभी सदस्यों को सालगिरह मुबारक। आप सभी ने हमें रास्ता दिखाया और गौरवान्वित किया।’’
(साभार: PTI)