फिल्म '83' में कुछ ऐसे दिखेंगे सुनील गावस्कर, रणवीर सिंह ने जारी किए 'खिलाड़ियों' के लुक
1983 विश्व कप में खेली भारतीय टीम के ऊपर कबीर खान फिल्म बना रहे हैं। फिल्म का शीर्षक '83' है। फिल्म में कपिल देव की भूमिका निभा रहे रणवीर सिंह ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर तब की टीम के खिलाड़ियों के किरदारों को निभा रहे अभिनेताओं का लुक जारी किया है।
1983 में भारत ने अपना पहला क्रिकेट विश्वकप जीता और अब निर्देशक कबीर खान उस यात्रा पर एक फिल्म बना रहे हैं, जिसमें तब की क्रिकेट टीम के कप्तान रहे कपिल देव का किरदार रणवीर सिंह निभा रहे हैं ।
रणवीर सिंह ने कपिल देव का किरदार निभाने के लिए कड़ी मेहनत की है। हाल ही में जारी एक फोटो में रणवीर सिंह कपिल देव के मशहूर नटराज शॉट की हू-ब-हू नकल करते हुए नज़र आए थे।
रणवीर सिंह के अलावा फिल्म में दीपिका पादुकोण, ताहिर राज भसीन, साकिब सलीम, हार्डी संधु, एमी विर्क, अमृता पूरी, पंकज त्रिपाठी, बमन ईरानी और शाहिल खट्टर जैसे अभिनेता शामिल हैं।
हाल ही में रणवीर सिंह ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर कुछ फोटो पोस्ट की हैं, जिनमे कुछ अभिनेताओं को उनके किरदारों के साथ दिखाया गया है।
ताहिर राज भसीन बने हैं सुनील गावस्कर
25 जून 1983 को खेले गए तीसरे क्रिकेट विश्वकप के फाइनल में भारत के सामने खड़ी थी वेस्ट इंडीज़ की बेहद मजबूत टीम, वो वेस्ट इंडीज़ जिसने पिछले दोनों विश्व कप अपने नाम किए हुए थे।
वेस्ट इंडीज ने टॉस जीता और भारत को पहले बल्लेबाजी का मौका दिया। उस दौर में वेस्टइंडीज़ अपनी धाकड़ बल्लेबाजी के लिए जानी जाती थी।
जीवा एएस बने हैं के श्रीकांत
भारत ने शुरुआती पलों में ही अपने दो विकेट खो दिये, इनमे से एक विकेट लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर का भी था। रनों के लिहाज से भारत ने काफी लचर प्रदर्शन किया और टीम ने वेस्ट इंडीज़ की गेंदबाजी के सामने घुटने टेक दिये।
भारतीय टीम 60 ओवर के मैच में सिर्फ 54.4 ओवर ही मैदान पर टिक पाई और 183 रनों पर ऑल आउट हो गई। भारत की ओर से सबसे अधिक 38 रन श्रीकांत ने बनाए।
साकिब सलीम बने हैं मोहिंदर अमरनाथ
वेस्ट इंडीज़ के लिए शुरुआत भारत जितनी ही बुरी रही, टीम का पहला विकेट महज 5 रनों पर गिर गया, हालांकि बाद में आए विवियन रिचर्ड ने पारी को संभालते हुए 33 रन बनाए , लेकिन वो भी कपिल देव को अपना कैच थमा बैठे।
जतिन सरण बने हैं यशपाल शर्मा
वेस्ट इंडीज़ के बल्लेबाज एक के बाद एक करके भारतीय गेंदबाजों का शिकार होते गए और इस तरह भारत ने वेस्ट इंडीज़ की पूरी टीम को 140 रनों पर समेट दिया। इस ऐतिहासिक पल पर भारत ने 43 रनों से वेस्टइंडीज़ को मात देते हुए विश्व चैंपियन का तमगा हासिल कर लिया।
भारत ने 2011 में फिर वापसी की और महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली टीम ने एक बार देश को फिर से क्रिकेट का सरताज बनाया।