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आंत्रप्रेन्योर्स और प्रोफेशनल्स को यूनिकॉर्न, वीसी से जुड़ने में मदद करता है यह एआई-पावर्ड नेटवर्किंग स्टार्टअप

सुप्रीममाइंड्स (SupremeMinds) एक बेंगलुरु और बे एरिया (US) आधारित इनवाइट-ओनली नेटवर्किंग स्टार्टअप है जो यूजर्स को उनके गोल के अनुसार क्यूरेट किए गए हजारों प्रासंगिक और विशेषज्ञ लोगों को खोजने में मदद करने के लिए AI का उपयोग करता है।

आंत्रप्रेन्योर्स और प्रोफेशनल्स को यूनिकॉर्न, वीसी से जुड़ने में मदद करता है यह एआई-पावर्ड नेटवर्किंग स्टार्टअप

Wednesday June 09, 2021 , 7 min Read

जब आईवियर यूनिकॉर्न लेंसकार्ट अपनी टेक्नोलॉजी टीम का विस्तार करना चाह रहा था और अप्रैल में प्रोडक्ट, डिजाइन, डेवलपमेंट, डेटा साइंस, क्वालिटी इंजीनियरिंग और DevOps में टीम के 100 से अधिक सदस्यों की भर्ती कर रहा था, तो टीम को पता था कि यह तीन से छह में एक बड़ी संख्या थी जिसे वे हायर करने जा रहे थे। 


लेंसकार्ट के सह-संस्थापक रमनीक खुराना ने महसूस किया कि उन्हें हैदराबाद कार्यालय को इनक्यूबेट करने के लिए विभिन्न साधनों का उपयोग करना पड़ेगा, इसलिए उन्होंने नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म सुप्रीममाइंड्स के साथ साझेदारी करने का फैसला किया।


एआई-संचालित पेशेवर नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म यूजर्स को वास्तविक परिणामों को देने के लिए उनके लक्ष्यों (Goals) के आधार पर नेटवर्क बनाने की अनुमति देता है। दो चीजें Suprememinds को अन्य नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म से अलग बनाती हैं: यह एक निर्यात-संचालित मॉडल को फॉलो करता है और इनवाइट-ओनली है (और निकट भविष्य के लिए ऐसा ही रहेगा)। इनवाइट-ओनली यानी कि यह प्लेटफॉर्म केवल उन लोगों के लिए ओपन है जिन्हें इनवाइट यानी आमंत्रित किया गया है।


स्टार्टअप के बेंगलुरु और बे एरिया में ऑफिस हैं। इसकी स्थापना 2020 सितंबर में अंकित सिंह और कर्ण मेहता द्वारा की गई। दोनों ही IIT और IIM ग्रेजुएट हैं।

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पेशेवर परिणामों पर ध्यान

अंकित का कहना है कि स्टार्टअप ने जानबूझकर लाइक्स, शेयर और कमेंट्स जैसे वैनिटी मैट्रिसेस के ऊपर पेशेवर परिणाम बनाने को प्राथमिकता दी है। अंकित का मानना है कि वैनिटी मैट्रिसेस केवल "कुछ पल की खुशी की ओर ले जाते हैं लेकिन दीर्घकालिक सफलता के लिए अंतिम इनग्रेडिएंट्स की कमी होती है।"


वह कहते हैं, "हम मानते हैं कि सार्थक पेशेवर संबंध बनाना और लोगों को व्यक्तिगत रूप से जानना ही दीर्घकालिक सफल करियर बनाने का एकमात्र तरीका है। हम एक टेक प्लेटफॉर्म बनाकर उसी रास्ते पर चल रहे हैं जो इसे सहज बनाता है।”


उनका कहना है कि सुप्रीममाइंड के पास पहले से ही 7,500 से अधिक यूजर्स हैं, और पिछले तीन महीनों में 40 से अधिक प्रोडक्ट मैजेनर और इंजीनियरों को जॉब दिलाने में मदद मिली है।


यूजर्स प्लेटफॉर्म पर अपने लक्ष्यों (निवेश बढ़ाना, नौकरी ढूंढना, सह-संस्थापक ढूंढना आदि) को शेयर करते हैं, और हर हफ्ते एक टाइम स्लॉट का चयन करके एक मीटिंग का समय शेड्यूल कर सकते हैं। इसके बाद प्लेटफॉर्म एआई का उपयोग करके दो-तरफा स्कोरिंग बनाता है ताकि सबसे अच्छा मैच संभव हो सके और मेल खाने वाले यूजर्स का गर्मजोशी से परिचय हो सके।

बेहतर मीटिंग और नेटवर्क बनाना

अंकित का कहना है कि इंट्रोडक्शन एक कैलेंडर इनवाइट के साथ जुड़ा होता है जहां यूजर्स यूआरएल पर एक सिंपल क्लिक के साथ आमने-सामने मिल सकते हैं। वह बताते हैं, "हम कुछ खास यूजर्स को उनकी विशेषज्ञता का मोनेटाइजेशन शुरू करने की अनुमति देकर कुछ नया कर रहे हैं। हमारा अंतिम लक्ष्य नेटवर्क को सभी के लिए बनाना और विशेषज्ञों को इस प्रक्रिया में कुछ पैसे कमाने में मदद करना है।”


प्लेटफॉर्म का इनवाइट-ओनली तरीका यह सुनिश्चित करता है कि "इंटरैक्शन को बहुत उपयोगी बनाए रखने" के लिए केवल सही प्रकार के यूजर्स ही ऑनबोर्ड हों। अंकित का कहना है कि टीम व्यक्तिगत रूप से अपने सभी यूजर्स को जानती है और उनसे बात करने को अहमियत देती है।


वह कहते हैं, "हमारा एल्गोरिदम हमें भौगोलिक क्षेत्रों (अमेरिका, भारत और सिंगापुर) में बेहतर, तेज और अधिक विविध मीटिंग्स करने की अनुमति देता है। हमारे प्रमुख ग्राहकों में एक पेपल (Paypal) संस्थापक सदस्य, एलोन मस्क के साथ काम करने वाला एक्स.कॉम का पहला कर्मचारी, एयरबीएनबी प्रोडक्ट टीम के सदस्य, Google इंडिया निदेशक, बोनोबो एआई के संस्थापक, ज़ो रूम्स/जोस्टेल, विनजो, और देहात के अलावा ब्लूम, प्राइम वेंचर पार्टनर्स, एसएआईएफ/एलीवेशन, चिराटे, 3 ऑन4 कैपिटल के वीसी शामिल हैं।

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एक और नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म क्यों?

इस प्लेटफॉर्म का आइडिया अंकित को निजी जरूरत से आया था। भारत में एक मध्यमवर्गीय परिवार में पले-बढ़े अंकित के पास संसाधनों और एक बड़े नेटवर्क तक पहुंच नहीं थी जो उन्हें सही करियर और शिक्षा विकल्प बनाने में आसान मार्गदर्शन दे सके।


वह बताते हैं, "यह कम से कम 15 साल पहले था। तब से इंटरनेट ने जो सुलभता प्रदान की है, उसके बावजूद भारत में युवा लोगों के निर्णय लेने के तरीके में बहुत अधिक बदलाव नहीं आया है। उनकी पसंद उनके माता-पिता या रिश्तेदारों की मदद से लिए गए बिना सोचे-समझे फैसलों को दर्शाती है, जो शायद बदलते समय के साथ नहीं रहे।”


यह तब और स्पष्ट हो गया जब वे यूसी बर्कले में बे एरिया में अपने पहले स्टार्टअप के लिए एक कॉन्सेप्ट को टेस्ट कर रहे थे। वहां के युवा छात्रों की पहुंच नोबेल पुरस्कार विजेताओं और विशेषज्ञों तक थी - कुछ ऐसा जो भारत में युवा केवल सपना देख सकते थे।


वह कहते हैं, “नतीजा यह था कि इन विश्वविद्यालयों में छात्र एक खास माइंडसेट और अनुभव के साथ शुरुआत कर रहे थे, जिससे वे भारत में समान उम्र के व्यक्ति की तुलना में अधिक लाभ में थे। यूसी कैंपस में कैफे स्ट्राडा में बैठे हुए यह अनुभव देखकर खास पल का अहसास हुआ। हर हफ्ते एक यहूदी टीचर (Jewish Rabbi) परिसर में आता और हर यहूदी छात्र से मिलता था। उन्हें व्यक्तिगत रूप से जानने के अलावा, वह इन छात्रों तक अपनी पहुंच / नेटवर्क का विस्तार करता था।”


इससे उन्हें एहसास हुआ कि एक महत्वपूर्ण हेज फंड में इंटर्नशिप ढूंढना, एक महत्वपूर्ण पॉलिटिकल कैंपेन पर काम करना, या महत्वपूर्ण निवेशकों तक पहुंचना युवाओं के लिए असंभव काम नहीं था।


वह कहते हैं, "मैंने सोचा कि दुनिया में सबसे कम उम्र की आबादी को लाभ पहुंचाने के लिए इसे बड़े पैमाने पर कैसे किया जा सकता है। भारत और युवा भारतीयों को ग्लोबल रेस में डिसएडवांटेज के साथ क्यों शुरू करना चाहिए? कोई इसके बारे में कुछ क्यों नहीं कर रहा है और हमें एक राष्ट्र के रूप में हमेशा पीछे पीछे क्यों भागना चाहिए?”

टीम और बैकग्राउंड

33 वर्षीय संस्थापक इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि के साथ आईआईएम कलकत्ता के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने भारत के सबसे बड़े रियल एस्टेट प्लेयर्स के साथ किफायती आवास खंड के लिए रणनीति प्रमुख के रूप में काम किया है। यहां, उन्होंने तीन वर्षों में एक व्यवसाय को 50 मिलियन डॉलर से 250 मिलियन डॉलर के राजस्व के साथ बढ़ने में मदद करने के लिए रूपरेखा बनाने में मदद की।


बाद में, अंकित ने उसी फर्म के साथ नॉर्थ अमेरिका के लिए रणनीति के प्रमुख के रूप में काम किया। बे एरिया स्थित, उन्होंने अमेरिका और कनाडा में गो-टू-मार्केट (जीटीएम) रणनीति और कार्यान्वयन पर काम किया।


अंकित कहते हैं, "मैंने अमेरिका में युवावस्था में अकेलेपन को हल करने के लिए अपनी पहली कंपनी शुरू की और इस आइडिया का परीक्षण करते हुए बहुत सी सीखों ने वर्तमान सुप्रीममाइंड्स को जन्म दिया।"


34 वर्षीय कर्ण की पृष्ठभूमि एफएमसीजी, टेक और रियल एस्टेट जैसे क्षेत्रों में सेल्स और स्ट्रेटजी से जुड़ी है। वह आईटीसी में ईकॉमर्स पीस पर काम करने वाले शुरुआती लोगों में से एक थे, जहां उन्होंने अमेजॉन, बिग बास्केट, स्नैपडील आदि के साथ महत्वपूर्ण साझेदारी बनाने में मदद की। आईआईएम इंदौर के पूर्व छात्र कर्ण सुप्रीममाइंड में डेवलपमेंट और पार्टनरशिप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

बाजार और भविष्य

सुप्रीममाइंड्स वर्तमान में पूर्व-राजस्व यानी राजस्व कमाने की दिशा में है और टीम द्वारा सब्सक्रिप्शन मॉडल लॉन्च करने के बाद भारत में यूजर्स से 10 डॉलर तक और भारत के बाहर के यूजर्स से 20 डॉलर प्रति माह चार्ज करने की योजना है। अंकित का कहना है कि उनका अनुमान है कि उनका सीएसी कुल मिलाकर $4-$5 तक जाएगा ताकि वे "कम से कम 50 प्रतिशत मार्जिन" के साथ काम कर सकें।


बिजनेस रिसर्च कंपनी के अनुसार, वैश्विक सोशल मीडिया बाजार 94.83 अरब डॉलर का है और इस साल 8.2 प्रतिशत सीएजीआर के साथ 102.62 अरब डॉलर तक पहुंचने के लिए तैयार है। फेसबुक, ट्विटर और लिंक्डइन जैसी बड़ी कंपनियों के अलावा, कॉफीमग और लंच क्लब जैसे स्टार्टअप नेटवर्किंग के क्षेत्र में हैं।


लेकिन अंकित बताते हैं कि जो चीज उन्हें सबसे अलग करती है वह है: विशेषज्ञों और प्लेटफॉर्म पर लोगों की गुणवत्ता। सुप्रीममाइंड्स वर्तमान में बूटस्ट्रैप्ड है, जिसके संस्थापक अपनी व्यक्तिगत संपत्ति 150,000 डॉलर खर्च कर रहे हैं।


वह कहते हैं, “हमारी भविष्य की योजना भारत में हर युवा के लिए हर विशेषज्ञ को सुलभ बनाना है। हम चाहते हैं कि एक दूरस्थ शहर में बैठा व्यक्ति किसी विषय विशेषज्ञ से बात कर सके और सूचित निर्णय ले सके। हम उन लोगों को शामिल करके वैश्विक प्रतिस्पर्धी क्षेत्र को समतल करना चाहते हैं, जो पक्षपात के कारण हाशिए पर हैं, जिनमें स्कूल, विश्वविद्यालय, शहर, लिंग, आदि शामिल हैं।”


Edited by रविकांत पारीक