एक तरफ धड़ाधड़ छंटनी, दूसरी तरफ CEO की सैलरी में गजब की बढ़ोतरी... बड़ी कंपनियों का ये कैसा खेल?
Aon के 12वें वार्षिक सैलरी सर्वे के मुताबिक, भारत में कंपनियों के CEO और वरिष्ठ अधिकारियों को 2023 में 9.1% की औसत सैलरी बढ़ोतरी मिलने की संभावना है. जबकि 2022 में यह 9.7% और 2021 में 7.9% थी. Aon plc, जोकि एक ग्लोबल प्रोफेशनल सर्विस फर्म है, ने भारत में अपने ताजा 'एक्जीक्यूटिव रिवार्ड्स' सर्वे के रिजल्ट जारी किए हैं. कंपनी ने भारत में 50 से अधिक एग्जीक्यूटिव पदों को कवर करने वाले 25 से अधिक उद्योगों की 519 कंपनियों के डेटा का विश्लेषण किया है.
Aon के अनुसार, 2023 में CEO की औसत सैलरी 8.4 करोड़ रुपये है. पिछले चार वर्षों में सैलरी में 21% की वृद्धि हुई है, जो कोविड महामारी से पहले के वर्षों की तुलना में अधिक है.
सर्वे में पाया गया कि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) की शीर्ष 30 कंपनियों में, LTI सीईओ के लिए निर्धारित सैलरी के 176% पर और अन्य सी-स्तर के अधिकारियों के लिए 103% पर दिया जाता है, जिसमें चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, सीईओ, चीफ ह्यूमन रिसॉर्सेस, सेल्स लीडर शामिल हैं. कंपनियों के एक ही सेट (BSE की शीर्ष 30) के सीईओ के लिए औसत LTI राशि 10 करोड़ रुपये है.
दिसंबर 2022 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, करोड़ों रुपयों की सैलरी पाने वाले सीईओ की संख्या पिछले एक साल में 37 फीसदी तक बढ़ गई है. कोरोना काल में जब कई कंपनियां बंद हुई थीं. वर्क फ्रॉम होम (WFH) शुरू हुआ था, उस समय सभी को सैलरी में कटौती का भी सामना करना पड़ा था. हालांकि अब कोरोना के मामले कम होने के साथ कंपनियों में दोबारा पहले की तरह कामकाज शुरू हो गया है. ऐसे में कर्मचारियों सहित सीईओ (CEO) की भी सैलरी में इजाफा देखने को मिल रहा है.
रिपोर्ट के मुताबिक, सी-सूट के अधिकारियों का कुल वेतन 55 फीसदी बढ़कर 3,957 करोड़ रुपये हो गया है. सीईओ की औसत सैलरी करीब 23 करोड़ रुपये है.
इसके अलावा, हाल ही में, पूरी दुनिया में मंदी की भविष्यवाणियों और अटकलों के बीच यह एक सर्वे नौकरीपेशा लोगों के लिए खुशखबरी लेकर आया है. कोर्न फेरी का नया सर्वे कह रहा है कि इस साल यानी 2023 में भारतीय कंपनियां अपने कर्मचारियों के वेतन में 9.8 फीसदी तक का इजाफा कर सकती हैं. इस सर्वे में 8 लाख से ज्यादा कर्मचारियों वाले 818 कंपनियों और समूहों को शामिल किया गया. यह सर्वे कह रहा है कि पूरी दुनिया में मंदी की अटकलों के बीच भी भारत की अर्थव्यवस्था स्थिर रहने वाली है.
अब, दूसरी तरफ गौर करें तो कंपनियों में कर्मचारियों की छंटनी (layoffs) के आंकड़े रखने वाली साइट Layoffs.fyi के आंकड़ों के अनुसार, साल 2022 में, 1,000 से अधिक कंपनियों ने 1,54,336 कर्मचारियों की छंटनी की. 2022 में बड़े पैमाने पर हुई छंटनी नए साल में भी जारी है. बदकिस्मती से, कर्मचारियों को नौकरी से निकालने में भारतीय कंपनियां और स्टार्टअप भी हैं.
ऐसे में ये सवाल बेहद अहम है कि छंटनी पर लगाम कब लगेगी? एक तरफ छंटनी और दूसरी तरफ CEO या सीनियर एग्जीक्यूटिव की सैलरी में बढ़ोतरी क्यों ?