इस भारतीय मूल के कपल ने यूट्यूब से वीडियो देख बना डाला प्लेन, खर्च किए इतने रुपये
भारतीय अपने कौशल के चलते दुनिया भर में देश का नाम रोशन कर रहे हैं और अब भारतीय मूल के एक कपल ने बड़ा ही अनूठा कारनामा कर दिखाया है। इस कपल को एक प्लेन (हवाई जहाज) की चाहत थी और इसके लिए उन्होने महज यूट्यूब वीडियोज़ देखकर अपने लिए एक प्लेन बना डाला।
यह कारनामा करने वाले 38 वर्षीय अशोक अलीसेरिल एक प्रशिक्षित पायलट हैं और उनके इस काम में उनकी 35 वर्षीय पत्नी अभिलाषा दुबे ने भी उनकी मदद की है। ये दंपती अपनी बेटियों के साथ उड़ान भरने के लिए चार सीटों वाला विमान चाहते थे, हालांकि उस दौरान उनके पास सीमित विकल्प ही मौजूद थे।
घर पर रहते हुए बनाया प्लेन
एसेक्स के बिलरिके के निवासी अशोक ने अपनी जरूरत को देखते हुए यह कमान अपने हाथों में ले ली और इसके बाद इस इंजीनियर ने दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग के लिए उड़ान भरी। यहा अशोक ने प्लेन के भागों को खरीदने से पहले परीक्षण करने के लिए किट प्लेन को उड़ना चाहते थे।
ऑर्डर के बाद साल 2020 के मार्च में पुर्जे उनके पास पहुंचे, हालांकि तब तक कोरोना महामारी के चलते तमाम प्रतिबंध लगाए जा चुके थे। लॉकडाउन के दौरान घर पर रहते हुए ही अशोक और अभिलाषा विमान बनाने का फैसला किया।
लगभग दो साल बाद की मेहनत के बाद अब उनका यह प्लेन बनकर तैयार है, जो लाल और सिल्वर रंग का है। प्लेन में लक्ज़री सीटों के साथ ही पर्याप्त लेग रूम भी उपलब्ध है।
इतनी लागत में बना प्लेन
इस प्रोजेक्ट की लागत करीब है 1.4 करोड़ रुपये आई है। अभिलाषा ने मीडिया से बात करते हुए बताया है कि यह प्लेन और भी सस्ता हो सकता था, लेकिन वे सर्वश्रेष्ठ पेंट और इंटीरियर में निवेश करना चाहते थे।
दंपति का दावा है कि महामारी के दौरान कम आने-जाने और लोगों से मुलाक़ात नहीं करने के साथ वे तमाम तरह से पैसे बचाने में सक्षम थे और उन्होने उस पैसे को इस प्लेन के निर्माण में निवेश किया है।
अशोक ने विमान के हिस्सों को स्टोर करने के लिए दो शेड और अपने घर का इस्तेमाल किया, जिसमें उनके गेस्ट बेडरूम में एक बड़ा जनरेटर भी रखा गया था। अशोक ने निर्देश पुस्तिका के साथ ही यूट्यूब वीडियो का इस्तेमाल विमान बनाने के लिए किया है।
15 सौ घंटे किया काम
मालूम हो कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में अशोक को करीब 15 सौ घंटे लगे हैं। अभिलाषा ने मीडिया को बताया है कि इस निर्माण उनके घर के पिछले बगीचे में हो रहा था, ऐसे में उन्हें हैंगर तक आने-जाने के लिए समय बर्बाद नहीं करना पड़ा।
प्लेन को G-DIYA नाम दिया गया है, जो उनकी सबसे छोटी बेटी के नाम पर है। हालांकि प्लेन अब पूरा हो गया है, लेकिन कागजी कार्रवाई और नियमों के कारण यह मार्च के अंत से पहले उड़ान भरने के लिए तैयार नहीं होगा।
दोनों अब इसी प्लेन के जरिये परिवार से मिलने के लिए मैनचेस्टर जाने की उम्मीद कर रहे हैं, जिसमें कार में चार घंटे की उनकी यात्रा अब हवाई मार्ग से केवल 55 मिनट की हो जाएगी। दोनों फिलहाल अपने घर के पास एक हैंगर की तलाश कर रहे हैं क्योंकि पूरा विमान अब उनके बगीचे में रखे जाने के लिहाज से बहुत बड़ा है। वहीं उनका सबसे नजदीकी हैंगर उनके घर से 90 मिनट की दूरी पर है।
Edited by Ranjana Tripathi