सेक्स वर्कर के बच्चों के लिए मोबाइल लाइब्रेरी चला रहा यह एनजीओ
क्या आपको याद है कि आपने पहली बार कॉमिक्स या कहानी की किताबें कब पढ़ी थीं? बचपन में हम सभी को जब भी कहानी की किताबें पढ़ने को मिलती थीं तो हम खुशी से झूम उठते थे। शायद हमारे पास इतने संसाधन थे और इसीलिए हमें ये सामान्य सा लगता होगा। लेकिन क्या आपने सोचा है कि देश में न जाने कितने ऐसे बच्चे हैं जिनकी जिंदगी में किताबें नसीब ही नहीं हो पातीं। ऐसे बच्चों के लिए 'अपने आप वूमन वर्ल्ड' द्वारा कोलकाता में सेक्स वर्कर्स के बच्चों के लिए मोबाइल लाइब्रेरी चलाई जा रही है।
यह एनजीओ कोलकाता के बीके पाल पार्क में बच्चों को एकजुट करता है और उन्हें पढ़ने के लिए किताबें उपलब्ध करवाता है। ये सारे बच्चे रेड लाइट एरिया के रहने वाले होते हैं। इतना ही नहीं यह एनजीओ बाल तस्करी वाले बच्चों की जिंदगी भी बचाता है। जो किताबें बच्चों को दी जाती हैं उनमें कॉमिक्स, कहानियां और महापुरुषों की जीवनी तक शामिल होती हैं।
बच्चों के लिए किताब का महत्व समझते हुए एनजीओ 'अपने आप वूमन वर्ल्ड' ने एपीजे आनंद चिल्ड्रेन्स लाइब्रेरी और कोल इंडिया का समर्थन हासिल किया। एपीजे सुरेंद्र ग्रुप की डायरेक्टर प्रीति पॉल ने इस पहल के लिए 500 किताबें भी दान कीं। यह सब बीते जनवरी के महीने में 20 तारीख को होने वाले साहित्य महोत्सव में हुआ। अब यह एनजीओ सोनागाछी और किद्दरपुर इलाके में सोमवार से बुधवार तक 2 बजे से लेकर 5 बजे मोबाइल लाइब्रेरी लेकर पहुंच जाता है। शुक्रवार को यह मोबाइल वैन चमड़े का काम करने वाले कामगारों के इलाके में भी जाती है।
सिर्फ किताब ही नहीं इस एनजीओ में कई सारे वॉलंटियर्स हैं जो बच्चों को कहानी सुनाते हैं। 'अपने आप' एनजीओ की संस्थापक रुचिरा गुप्ता कहती हैं, 'स्कूल और कॉलेजों के कई बच्चों ने इस प्रोग्राम में सहायता करने में रुचि दिखाई है। इससे इन वंचित बच्चों को काफी लाभ मिला है।' किताब पाकर ये बच्चे काफी खुश रहते हैं और रोज लाइब्रेरी के आने का इंतजार करते हैं।
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