अंतरिक्ष यात्रियों से लेकर व्हीलचेयर वालों के लिए खास अंडरवियर बना रहा यह स्टार्टअप
आमतौर पर लोग अंडरगार्मेंट्स की क्वॉलिटी से समझौत कर लेते हैं और उनसे जुड़ी साफ़-सफ़ाई और आराम के पहलुओं को गंभीरता से नहीं लेते। ऐसे में तीन अलग-अलग क्षेत्र से आने वाले तीन लोगों ने मिलकर 2018 एक स्टार्टअप 'टेलर ऐंड सर्कस' की शुरुआत की है, जिसके माध्यम से वे कुछ बेहद विशेष श्रेणियों के अंतर्गत ख़ास क़िस्म के अंडरगार्मेंट्स के विकल्प सामने लाना चाहते हैं।
उदारहण के तौर पर टेलर ऐंड सर्कस मार्केट में ख़ासतौर पर अंतरिक्ष यात्रियों के लिए ऐंटी-माइक्रोबियल और सेल्फ़-क्लीनिंग अंडरवियर, पीरियड्स के दौरान पहने जा सकने वाले अंडरवियर, व्हीलचेयर इस्तेमाल करने वालों के अलग तरह के आरामदायक अंडरवियर आदि ख़ास क़िस्म के अंडरवियर्स लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं।
आपको बता दें कि कंपनी की शुरुआत करने वाले ये तीनों ही लोग अलग-अलग प्रोफ़ेशन्स से आते हैं। एक क्लीन-टेक इंजीनियर हैं तो एक असिस्टेन्ट डायरेक्टर और एक कपड़े की फ़ैक्ट्री के मालिक। गौरव दुरासमी, अभिषेक इलांगो और वसंत संपत ने मिलकर 2018 में टेलर्स ऐंड सर्कस की शुरुआत की।
कंपनी के को-फ़ाउंडर गौरव दुरासमी का कहना है, "हम अलग-अलग लोगों की ज़रूरत के हिसाब से अंडरवियर तैयार करना चाहते हैं। हमने देखा कि महिलाओं और पुरुषों के लिए मार्केट में मौजूद अंडरवियर्स में परफ़ॉर्मेंस और आराम के मामले में काफ़ी अंतर है और ज़रूरत है कि मार्केट में मौजूद इस कमी को ख़त्म किया जाए। " हाल में कंपनी यूनिसेक्स और शहर की बनावट के हिसाब से आरामदायक अंडवियर्स के विकल्प ग्राहकों को दे रही है। उन्होंने बताया कि दोस्तों और परिवार के सहयोग से फ़ंडिंग हासिल की गई थी, जिसकी मदद से स्टार्टअप की शुरुआत हुई। गौरव ने बताया कि इस फ़ंडिंग के अलावा कंपनी पूरी तरह से बूटस्ट्रैप्ड है।
लंबी रिसर्च के बाद कुछ प्रोटोटाइप्स तैयार किए गए। इस संबंध में गौरव बताते हैं कि कंपनी के सभी फ़ाउंडर्स ने तय किया कि अंडरवियर तैयार करने के लिए ऑस्ट्रिया से माइक्रोमॉडल फ़ैब्रिक आयात किया जाए। गौरव ने जानकारी दी कि ये फ़ैब्रिक्स पूरी तरह से प्राकृतिक ईको-फ़ाइबर होते हैं, जिन्हें समुद्री तट पर पाए जाने वाले पेड़ों से मिलने वाले लकड़ी के सत्व से तैयार किया जाता है। गौरव के मुताबिक़, इस तरह का फ़ैब्रिक कॉटन से कहीं बेहतर होता है। टेलर ऐंड सर्कस की मैनुफ़ैक्चरिंग यूनिट तिरुपुर, तमिलनाडु में है और मार्केटिंग ऑफ़िस बेंगलुरु में है।
गौरव बताते हैं, "यह फ़ैब्रिक कॉटन से बेहतर इसलिए होता है कि इसे तैयार करने में कम पानी खर्च होता है और साथ ही, कीटनाशकों का भी इस्तेमाल नहीं करना पड़ता। साथ ही, इस फ़ैब्रिक से गर्म जगहों पर आपके शरीर को ठंडक भी मिलती है।" गौरव ने बताया कि मार्केट में अपने उत्पादों की मांग के बारे में उनका पहला टेस्ट ही काफ़ी सफ़ल रहा और उनके उत्पाद मात्र 24 घंटों के भीतर ही बिक गए। गौरव ने जानकारी दी कि 2020 तक कंपनी चार लाख उत्पाद निर्मित कर बेच देगी।
कंपनी अपने ग्राहकों के बीच इस आइडिया को पहुंचाना चाहती है कि उन्हें अपनी शरीर की बनावट और आराम के हिसाब से अपने अंडरवियर चुनने चाहिए और उन्हें मोटापे या अन्य किसी समस्या की वजह से अपने आराम के साथ समझौता नहीं करना चाहिए। गौरव बताते हैं कि कंपनी वजन या शरीर के अन्य फ़ीचर्स को ध्यान में रखते हुए बिना हर तरह की शारीरिक बनावट वाले मॉडल्स को चुनती है और अपने प्रोडक्ट्स का प्रचार करती है।
आराम और शारीरिक संरचना के हिसाब से अंडरवियर्स उपलब्ध कराने के साथ-साथ टेलर ऐंड सर्कस अपने ग्राहकों को किफ़ायती दामों में अंडरवियर ख़रीदने की सहूलियत भी दे रही है। कंपनी सीधे ग्राहकों को अपने उत्पाद बेचती है और इस तरह के मॉडल की बदौलत बिचौलियों की भूमिका समाप्त हो जाती है। टेलर ऐंड सर्कस के उत्पाद 399 रुपए से 649 रुपए तक की रेंज के बीच उपलब्ध हैं।
ग्राहकों की संतुष्टि को सर्वोपरि रखते हुए कंपनी अपने ग्राहकों के सामने एक और विकल्प पेश करती है। अगर किसी ग्राहक को अपने अंडरवियर के साइज़ या आराम में किसी तरह की दिक्कत पेश आती है तो कंपनी ग्राहकों मुफ़्त में अंडरवियर का नया जोड़ा भेजती है।
गौरव का कहना है कि इस तरह के कन्ज़्यूमर फ़्रेंडली मॉडल की बदौलत ग्राहक उनके उत्पादों से काफ़ी संतुष्ट हैं और ग्राहक न सिर्फ़ अपने लिए बल्कि अपने परिजनों के लिए कंपनी के प्लेटफ़ॉर्म्स से प्रोडक्ट्स ख़रीद रहे हैं। साथ ही, उनका यह भी कहना है कि अब भारतीय ग्राहकों आराम के नाम पर बेहद महंगे दामों पर विदेश ब्रैंड्स से अंडरवियर ख़रीदने की ज़रूरत नहीं और न ही इस तरह की ख़रीदारी के लिए उन्हें अब छुट्टियों में से समय निकालना पड़ता है। ग्राहक टेलर्स ऐंड सर्कस के ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म्स की मदद से जब चाहें अपने साइज़ और आराम के हिसाब से अंडरवियर ख़रीद सकते हैं।
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