मैनुफ़ैक्चरर और कस्टमर दोनों ही के लिए 'मुनाफ़े का सौदा' साबित हो रहा यह स्टार्टअप
कार्तिका रेड्डी द्वारा शुरू किया गया स्टार्टअप ताज़ाताज़ डॉट कॉम (Taazataaza.com ) एक ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म है, जहां उत्पाद बनाने वाले सीधे थोक-फ़ुटकर विक्रेताओं और ग्राहकों तक अपने प्रोडक्ट्स पहुंचा सकते हैं और इसकी बदौलत उन्हें बिचौलियों के कमीशन से निजात मिल जाती है।
कार्तिका रेड्डी ने 2016 में अपने घर से ही अपने स्टार्टअप ताज़ाताज़ा की शुरुआत की थी। कार्तिका कर्नाटक के हुबली की रहने वाली हैं। ढाई साल बाद, उनके बिज़नेस ने अच्छी तरक्की कर ली है, लेकिन अभी भी उनकी कंपनी का ऑफ़िस उनके घर में ही। अगर ताज़ाताज़ा के विकास दर की बात करें तो अकेले पिछले साल ही कंपनी ने 300 प्रतिशत की विकास दर दर्ज की है।
कार्तिका दो बच्चों की मां है। बिज़नेस और बच्चों को साथ-साथ संभालने के विषय में उनका कहना है कि वह अपने बच्चों और बिज़नेस दोनों ही का बराबर ध्यान रख लेती हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन्स में इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद कार्तिका ने कुछ समय तक अलग-अलग प्रयोग करने और कई क्षेत्रों का अनुभव लेने का निर्णय लिया। उन्होंने वेब डिवेलपमेंट, थ्री डी टेक्नॉलजी सॉफ़्टवेयर और सर्च इंजन डिवेलपमेंट के क्षेत्रों में काम किया और इसके बाद ताज़ाताज़ा डॉट कॉम को ही अपना फ़ुल टाइम करियर बनाने का फ़ैसला लिया।
वैसे तो मार्केट में कई ऑनलाइन मार्केटप्लेस और प्लेटफ़ॉर्म्स मौजूद हैं, लेकिन जो बात ताज़ाताज़ को अलग बनाती है, वह यह है कि इसके माध्यम से उत्पाद निर्माता सीधे रीटेलर्स और ग्राहकों आदि तक अपना सामान पहुंचा सकते हैं और बिचौलियों से छुटकारा मिल जाता है।
विस्तार से जानकारी देते हुए कार्तिका ने बताया, "यह एक बीटूबीटूसी ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस है, जहां पर छोटे और बड़े दोनों ही स्तर के मैनुफ़ैक्चरर्स अपने उत्पादों को सीधे थोक और फुटकर विक्रेताओं के साथ-साथ ग्राहकों को बेच सकते हैं। हमारी कंपनी के सभी कामों में पारदर्शिता और लगातार नए प्रयोगों को तवज्जोह दी जाती है। हम अपने साथ जुड़े वेंडर्स को उनका पोर्टफ़ोलियो बेहतर बनाने में मदद करने के साथ-साथ ग्राहकों को तरह-तरह के उत्पादों के विषय में पूरा जानकारी पहुंचाते रहते हैं। "
कंपनी का कहना है कि उनके मार्केटप्लेस पर परंपरागत साड़ियों से लेकर, कैंडीज़, इंडोर प्लान्ट्स, किताबें, जूलरी और पूजा की सामग्री समेत विभिन्न प्रकार के उत्पाद उपलब्ध हैं।
कार्तिका कहती हैं कि वह अपनी कंपनी के माध्यम से बड़े निर्माताओं और विक्रेताओं के बीच छोटे निर्माताओं और व्यापारियों को पहचान दिलाना चाहती हैं। इसके अलावा, उनकी कंपनी की पूरी कोशिश रहती है कि ग्राहकों को उत्पादों से संबंधित हर ज़रूरी जानकारी मुहैया कराई जाए।
ताज़ाताज़ा डॉट कॉम के कस्टमर बेस में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों ही तरह के ग्राहक शामिल हैं। देशभर में अपनी सर्विसेज़ पहुंचाने के साथ-साथ कंपनी यूएस, यूके, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और जर्मनी में अपने ग्राहकों तक भी सामान की डिलिवरी करती है।
छोटे शहर से बिज़नेस शुरू करने के संबंध में कार्तिका का कहना है, "छोटे शहरों से स्टार्टअप शुरू करने के कुछ ख़ास फ़ायदे होते हैं। सबसे बड़ा फ़ायदा यह है कि स्टार्टअप की ऑपरेशनल कॉस्ट में कमी आती है।"
कार्तिका बताती हैं कि लोगों को बड़ा आश्चर्य होता है कि मैं पिछले तीन सालों से अपने घर से ही अपना स्टार्टअप चला रही हूं और वह भी तब जब मेरे पास दो बच्चों की जिम्मेदारी भी है। कार्तिका कहती हैं कि लोग लगातार उनसे यह सवाल करते रहते हैं। यहां तक कि लोग उन्हें पागल भी समझते हैं। कार्तिका ने जानकारी दी कि फ़िलहाल उनके पास 4 लोगों की टीम है और सभी एक से अधिक जिम्मेदारियां संभाल रहे हैं।
रेवेन्यू मॉडल के बारे में जानकारी देते हुए कार्तिका ने बताया कि कंपनी वेंडर्स से मार्केटिंग के लिए एक निर्धारित फ़ीस चार्ज करती है और साथ ही, कंपनी बिना किसी अतिरिक्त चार्ज के फ़ोटोग्राफ़ी और कैटेलॉग बनाने की सर्विसेज़ भी देती है।
कार्तिका ने 30 लाख रुपए के शुरुआती निवेश के साथ अपना स्टार्टअप शुरू किया था। अभी तक स्टार्टअप बूटस्ट्रैप्ड फ़ंडिंग के बल पर ही आगे बढ़ रहा है। कार्तिका बताती हैं कि आगे आने वाले समय में वह फ़ंडिंग जुटाने पर विचार कर रही हैं, लेकिन फ़िलहाल उनका पूरा ध्यान वेंडर और कस्टमर बेस बढ़ाने पर है।
भविष्य की योजनाओं के संबंध में बात करते हुए कार्तिका कहती हैं, "हम लगातार बिज़नेस और तकनीक दोनों ही क्षेत्रों में बेहतर बनने की कोशिश में लगे हुए हैं। हम अपने स्टार्टअप के लिए पूरी तरह से ऑर्गेनिक ग्रोथ चाहते हैं। कंपनी लगातार यूज़र एक्सपीरिएंस और बिज़नेस मैट्रिक्स को और भी अधिक विकसित करने का लगातार प्रयास कर रही है। संसाधनों के संबंध में हमारे सामने कुछ चुनौतियां ज़रूर हैं, लेकिन हम इस चुनौती का भी जल्द ही कोई हल निकाल लेंगे।" कार्तिका मानती हैं कि छोटे या बड़े शहर से कुछ नहीं होता, बल्कि अगर कोई चीज़ मायने रखते है तो वह है आपके सपने।
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