अभिजीत बनर्जी को डी-लिट की मानद उपाधि से सम्मानित करेगा कलकत्ता विश्वविद्यालय
कलकत्ता विश्वविद्यालय अपने वार्षिक दीक्षांत समारोह में नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत विनायक बनर्जी को डी-लिट की मानद उपाधि से सम्मानित करेगा। यह दीक्षांत समारोह अगले वर्ष 28 जनवरी को आयोजित किया जाएगा।

अभिजीत बनर्जी अपनी पत्नी एस्थर डुफलो के साथ
कुलपति सोनाली चक्रवर्ती बनर्जी ने मंगलवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा,
‘‘संस्थान के सर्वोच्च निर्णय लेने वाले निकाय ने सर्वसम्मति से अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी को डी-लिट की मानद उपाधि से सम्मानित किये जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।’’
जब उनसे पूछा गया कि क्या पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति जगदीप धनखड़ को दीक्षांत समारोह के लिए आमंत्रित किया जायेगा तो कुलपति ने सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा,
‘‘विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार सब निर्णय लिये जायेंगे।’’
गौरतलब हो कि अमर्त्य सेन के बाद अर्थशास्त्र में दूसरे भारतीय अभिजीत विनायक बनर्जी और उनकी दूसरी धर्मपत्नी फ्रांस की एस्थर को वर्ष 2019 का अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया था। उन्हें यह पुरस्कार 'वैश्विक स्तर पर गरीबी उन्मूलन के लिए किये गये कार्यों के लिये दिया गया।
आपको बता दें कि वर्तमान में बनर्जी मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अर्थशास्त्र के फोर्ड फाउंडेशन अंतरराष्ट्रीय प्रोफेसर हैं। बनर्जी ने वर्ष 2003 में डुफ्लो और सेंडिल मुल्लाइनाथन के साथ मिलकर अब्दुल लतीफ जमील पावर्टी एक्शन लैब (जे-पाल) की स्थापना की थी। वह प्रयोगशाला के निदेशकों में से एक हैं। बनर्जी संयुक्तराष्ट्र महासचिव की '2015 के बाद के विकासत्मक एजेंडा पर विद्वान व्यक्तियों की उच्च स्तरीय समिति' के सदस्य भी रह चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि अभिजीत की नोबेल विजेता पत्नी एस्थर डुफ्लो से पहले उनकी शादी अरुंधति तुली बनर्जी से हुई थी। तुली भी एमआईटी में साहित्य की लेक्चरर हैं। अभिजीत और अरुंधती, कोलकाता में एक साथ पढ़ा करते थे और साथ ही एमआईटी पहुंचे। दोनों का एक बेटा भी है। बाद में दोनों अलग हो गए। फिर अभिजीत के जीवन में एमआईटी की प्रोफेसर एस्थर डुफ्लो आईं। इन दोनों का भी एक बेटा है। ये लोग शादी से पहले ही लिव-इन में रहने लगे थे। बेटे के जन्म के तीन साल बाद 2015 में दोनों ने शादी रचा ली थी।
आपको बता दें कि अभिजीत की पत्नी एस्थर डुफ्लो अर्थशास्त्र में नोबेल जीतने वाली सबसे कम उम्र की महिला हैं।
(Edited by रविकांत पारीक )