श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराकर सामाजिक सुरक्षा की गारंटी देने के लिए 'प्रवासी आयोग' बनाने जा रही है उप्र सरकार
सीएम योगी ने राज्य वापस आने वाले सभी श्रमिकों को राज्य स्तर पर बीमा का लाभ देने की व्यवस्था करने के निर्देश देते हुए कहा कि इससे इनका जीवन सुरक्षित हो सकेगा।
लखनऊ, उत्तर प्रदेश सरकार प्रवासी कामगारों के सेवायोजन के लिए प्रवासी आयोग बनाने जा रही है ।
अपर मुख्य सचिव, गृह एवं सूचना, अवनीश कुमार अवस्थी ने रविवार को बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 'प्रवासी आयोग' गठित किया जाएगा, जिसके तहत श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराकर सामाजिक सुरक्षा की गारंटी दी जाएगी ।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कामगारों को सेवायोजित करने के लिए प्रवासी आयोग गठित करने की रूपरेखा प्रस्तुत करने के निर्देश दिए । योगी ने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से अब तक 23 लाख कामगारों को प्रदेश वापस लाया गया है। राज्य सरकार इन सभी की सुरक्षित व सम्मानजनक वापसी के लिए कटिबद्ध है।
योगी ने राज्य वापस आने वाले सभी श्रमिकों को राज्य स्तर पर बीमा का लाभ देने की व्यवस्था करने के निर्देश देते हुए कहा कि इससे इनका जीवन सुरक्षित हो सकेगा। ऐसी कार्य योजना तैयार की जाए, जिससे कामगारों को रोजगार सुरक्षा मिल सके।
अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने के निर्देश देते हुए कहा कि पुलिस और प्रशासन के अधिकारी नियमित रूप से पैदल गश्त करें और कहीं भी भीड़ एकत्रित न होने दें। पीआरवी 112 की वैन लगातार गश्त करें।
मुख्यमंत्री ने सभी मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों, पुलिस अधीक्षकों को पृथक-वास केंद्र, सामुदायिक रसोई, कोविड अस्पतालों इत्यादि का नियमित रूप से निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन आपस में अच्छा समन्वय स्थापित करें, तभी लॉकडाउन सफल हो सकेगा। उन्होंने मास्क न पहनने वालों का चालान करने के निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे लोगों को आजीविका मिशन के तहत निर्मित मास्क उपलब्ध कराए जाएं। मार्ग दुर्घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से गश्त बढ़ाई जाए।
अपर मुख्य सचिव अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में अब तक लगभग 1113 ट्रेन आ चुकी हैं और इनके माध्यम से 15 लाख प्रवासी श्रमिक आ चुके हैं । रविवार रात तक 103 ट्रेन आएंगी । आगे जो ट्रेनों की अनुमति दी है, उन्हें जोड़ लिया जाए तो 1321 ट्रेनों की व्यवस्था हो चुकी है और 18 लाख से अधिक लोग प्रदेश में आ चुके होंगे । अगले तीन-चार दिन में अधिक से अधिक प्रवासी कामगारों को लाने की कोशिश की जाएगी।