विजय शेखर शर्मा Paytm के स्टॉक ऑप्शंस के हकदार नहीं! सैलरी पर भी हुआ था विवाद
इंस्टीट्यूशनल एडवाइजरी सर्विसेस ने कहा है कि विजय शेखर शर्मा स्टॉक ऑप्शंस के हकदार नहीं हैं. दरअसल, उनके पास बोर्ड में एक स्थाई सीट के साथ ही कुछ वैसे ही अधिकार मिले हुए हैं, जैसे एक प्रमोटर के पास होते हैं.
पेटीएम (
) के फाउंडर विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) अक्सर किसी ना किसी वजह से चर्चा में बने रहते हैं. अब खबर है कि पेटीएम उन्हें एंप्लॉई स्टॉक ऑप्शंस (Employee Stock Options) देने के नियमों को दरकिनार कर सकती है. ये कहना है प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म इंस्टीट्यूशनल एडवाइजरी सर्विसेस (Institutional Investor Advisory Services) का. इस एडवाइजरी फर्म ने कहा है कि भले ही विजय शेखर शर्मा एक प्रमोटर के रूप में क्लासिफाइड नहीं हैं, लेकिन उनके पास बोर्ड में एक स्थाई सीट के साथ ही कुछ वैसे ही अधिकार मिले हुए हैं.मामले की होनी चाहिए जांच
विजय शेखर शर्मा ने इक्विटी को पारिवारिक ट्रस्ट में स्थानांतरित कर के अपनी प्रत्यक्ष हिस्सेदारी कम की है. ऐसा उन्होंने इसलिए किया है ताकि वह ESOP के लिए योग्य हो जाएं. एडवाइजरी फर्म का कहना है कि रेगुलेटर को इस कदम की जांच करनी चाहिए.
किस नियम की वजह से करना पड़ा ये?
अगर भारतीय कानून कंपनी की बात करें तो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से 10 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी रखने वाले प्रमोटर्स और डायरेक्टर्स ESOP नहीं ले सकते हैं. पेटीएम के आईपीओ की लिस्टिंग के बाद इसमें भारी गिरावट आई है. इसके बाद अब सैलरी को लेकर तगड़ी स्क्रूटनी हो रही है.
विजय शेखर शर्मा की सैलरी पर विवाद!
इसी एडवाइजरी फर्म ने पिछले साल विजय शेखर शर्मा को फिर से 5 साल के लिए सीईओ बनाए जाने के प्रस्ताव पर सवाल खड़ा किया था. इस पद के लिए प्रस्तावित वेतन का भी विरोध किया गया था. सेंसेक्स 30 में शामिल कंपनियों के अधिकारियों के देखें तो पता चलेगा कि इनकी सैलरी सबसे अधिक है. ऐसे में फर्म ने शेयरधारकों से कहा था कि वह विजय शेखर शर्मा को सीईओ बनाए जाने के फैसले के विरोध में वोट करें.
बता दें कि मार्च 2022 में सप्ताह तिमाही में 9 रुपये प्रति शेयर की दर से उन्हें करीब 2.1 करोड़ ऑप्शंस जारी किए गए हैं, जिनकी कीमत 50 करोड़ डॉलर है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर इससे अनुमान लगाया जाए तो 2023 में उन्हें करीब 796 करोड़ रुपये की सैलरी मिलेगी. यह भी कहा जा रहा था कि घाटा बने रहने के बावजूद इसका भुगतान होगा. यही वजह है कि सैलरी को लेकर काफी विवाद हुआ था.
पेटीएम के शेयरों में आई है भारी गिरावट
15 नवंबर 2021 को पेटीएम का आईपीओ आया था. यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा आईपीओ था, जिसे महाआईपीओ कहा गया था. आईपीओ के तहत पेटीएम के शेयर की कीमत 2150 रुपये थी, लेकिन उसके बाद से गिरते-गिरते कंपनी के शेयर एक चौथाई के करीब आ चुके हैं. 8 जनवरी 2023 को कंपनी के शेयरों का बंद भाव करीब 550 रुपये था. सॉफ्टबैंक ने भी कुछ समय पहले ही पेटीएम के करीब 200 मिलियन डॉलर यानी लगभग 1630 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे, जिसके बाद भी कंपनी के शेयर बुरी तरह टूटे थे.