इन VPN सर्विसेस ने ऑनलाइन लीक कर दिया 1.2TB यूजर डाटा, जानें क्या आप भी कर रहे थे इनका इस्तेमाल?
आप भी कर रहे हैं बिना पड़ताल किए किसी भी VPN सेवा का उपयोग, तो यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
अगर आप भी बिना पड़ताल किए किसी भी VPN सेवा का उपयोग कर रहे हैं तो यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
कोरोना वायरस महामारी के दौरान जहां घर से काम करना (वर्क फ्रॉम होम) सामान्य हो चुका है, वहीं इस दौरान सुरक्षित और बेहतर अनुभव के लिए कई यूजर VPN सेवाओं का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। VPN सर्विस आमतौर पर किसी अन्य नेटवर्क से सुरक्षित संपर्क स्थापित करने के लिए इस्तेमाल होती है, हालांकि इसका उपयोग ब्लॉक वेबसाइट्स और कंटेन्ट को एक्सेस करने के लिए भी किया जाता है, लेकिन क्या आपको लगता है कि VPN सेवा सुरक्षित है?
हाल ही में सामने आए दावों के अनुसार आठ लोकप्रिय VPN सर्विसेस ने करीब 1.2 TB यूजर डाटा ऑनलाइन लीक किया है। इन VPN सर्विस में से कई अभी भी गूगल प्लेस्टोर पर मौजूद हैं, जबकि अभी तक सिर्फ एक को ही प्लेस्टोर से हटाया गया है।
इसमें जिन VPN सेवाओं का नाम सामने आया है उनमें UFO VPN, Super VPN, FAST VPN, Free VPN, Flash VPN, Rabbit VPN और Secure VPN शामिल हैं।
इसका खुलासा रिसरचर्स की एक टीम ने किया है, जिन्होने सर्वर्स के जरिये पाया है कि व्यक्तिगत पहचान योग्य जानकारी (PII) को इन VPN ऐप्स द्वारा ऑनलाइन लीक किया गया है।
आंकड़ों के अनुसार UFO VPN के जरिये लगभग 894 जीबी यूजर डेटा और जानकारी इंटरनेट पर उजागर हुई है। इसे कंपेरिटेक द्वारा खोजा गया है, जिसने बताया है कि जानकारी में एकाउंट पासवर्ड, VPN सेशन टोकन/सीक्रेट्स, क्लाइंट डिवाइस और सर्वर दोनों के आईपी एड्रेस और यहां तक कि डिवाइस के ऑपरेटिंग सिस्टम जैसी जानकारी लीक हुई है। UFO VPN हांगकांग आधारित सेवा है, जिसे प्लेस्टोर पर 10 मिलियन से अधिक बार डाउनलोड किया गया है।
जो डेटा इन सर्विस के जरिये लीक हुआ है, उसमें होम एड्रेस, बिटकॉइन और पेपल पेमेंट डीटेल्स, ईमेल एड्रेस और पासवर्ड व यूजर्स के नाम जैसी संवेदनशील जानकारी शामिल है।
इन 8 VPN सर्विस में से जिस VPN सेवा को प्ले स्टोर से हटाया गया है वो Rabbit VPN है।
इसमें सबसे अधिक चिंताजनक बात तो यह है कि इन वीपीएन सेवाओं में से अधिकांश "नो-लॉग" वीपीएन की पेशकश करने का दावा करते हैं। इसका मतलब है कि उनके अनुसार वे अपने नेटवर्क पर किसी भी यूजर गतिविधि का रिकॉर्ड नहीं रखते हैं।
इसी के साथ अगर आप भी अभी तक इनमें से किसी भी VPN सेवा का उपयोग कर रहे थे, तो फौरन उन्हे अपने फोन से अन इन्स्टाल करते हुए अपने मोबाइल में सेव सभी एकाउंट्स के पासवर्ड को बदल लें, जिससे बाद में आपको किसी भी तरह का नुकसान ना उठाना पड़े।